Experienced Ministers In Modi Government: मंत्रियों के सांसद के रूप में अनुभव की बात करें तो मंत्रिमंडल में शामिल 25 मंत्री पहली बार सांसद चुने गए हैं। वहीं, 27 मंत्री दूसरी बार सांसद बने हैं। तीसरी बार सांसद बनने वाले नौ मंत्री हैं, चौथी बार सांसद बनने वाले तीन, पांचवीं बार सांसद बनने वाले आठ और छठी व सातवीं बार सांसद बनने वाले दो-दो मंत्री मंत्रिमंडल में शामिल हैं।
भाजपा के कुल कुल 395 सांसदों में 200 पहली बार और 105 दूसरी संसद में पहुंचे हैं
भाजपा के लोकसभा में 303 और राज्यसभा में 92 सांसद हैं। यानी कुल 395 सांसद हैं। इनमें से 200 सांसद पहली बार सांसद बने हैं। इसी तरह 105 सांसद दूसरी बार, 39 सांसद तीसरी बार, 22 सांसद चौथी बार, 12 सांसद पांचवीं बार, 13 सांसद छठी बार, दो सांसद सातवीं बार और दो सांसद आठवीं बार संसद में पहुंचे हैं। वर्तमान मंत्रिमंडल में 25 मंत्री ऐसे हैं जो पहली बार संसद पहुंचे और मंत्री पद पाने में सफल रहे। यानी मंत्रिमंडल में एक तिहाई मंत्री वे भाग्यशाली हैं जो पहली बार लोकसभा या राज्यसभा में पहुंचे और उन्हें मंत्री पद भी मिल गया। इनमें से छह तो सीधे कैबिनेट में शामिल हुए।
विदेश मंत्री सुब्रह्मण्यम जयशंकर मंत्री पहले सांसद बाद में बने
विदेश मंत्री सुब्रह्मण्यम जयशंकर तो पहले मंत्री बने और बाद में वे सांसद बने। जयशंकर 30 मई, 2019 को विदेश मंत्री बने जबकि जुलाई 2009 में वे गुजरात से राज्यसभा के लिए चुने गए। जयशंकर विदेश सचिव रहे हैं। केंद्रीय सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्योग मंत्री नारायण राणे पहली बार सांसद बनने के बाद मंत्री बने। पूर्व शिवसेना नेता राणे 2018 में भाजपा के समर्थन से महाराष्ट्र से राज्यसभा के लिए पहली बार चुने गए थे। राणे महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री भी रहे हैं। राणे ने 15 अक्तूबर 2019 में भाजपा का दामन थाम लिया था।
अश्विनी वैष्णव, जी किशन रेड्डी और पशुपति पारस पहली बार सांसद और मंत्री बने
केंद्रीय रेल, संचार, इलेक्ट्रानिक्स एवं सूचना प्रौद्योगिकी मंत्री अश्विनी वैष्णव भी उन मंत्रियों में शामिल हैं जो पहली बार सांसद बनने के बाद मंत्री पद तक पहुंचे। पूर्व आइएएस अधिकारी रहे वैष्णव 2019 में ओडीशा से राज्यसभा के लिए चुने गए। केंद्रीय संस्कृति, पर्यटन एवं पूर्वोत्तर विकास मंत्री जी किशन रेड्डी सिकंदराबाद लोकसभा से जीत कर पहली बार संसद पहुंचे हैं। इससे पहले रेड्डी के पास केंद्रीय गृह राज्य मंत्री का जिम्मा भी था। केंद्रीय खाद्य प्रसंस्करण उद्योग मंत्री पशुपति कुमार पारस लोक जनशक्ति पार्टी के कोटे से मंत्री हैं। वे हाजीपुर लोकसभा से जीत कर पहली बार संसद पहुंचे हैं। इससे पहले लोक जनशक्ति पार्टी के संस्थापक रामविलास पासवान के पास यह मंत्रालय था लेकिन उनके निधन के बाद पशुपति को यह मंत्रालय मिला।
इनके अलावा पहली बार सांसद बनने के बाद मंत्रिमंडल में शामिल होने वालों में संसदीय कार्य एवं विदेश राज्य मंत्री वी मुरलीधरन, वाणिज्य एवं उद्योग राज्य मंत्री सोम प्रकाश, जनजातीय मामलों की राज्य मंत्री रेणुका सिंह, कृषि राज्य मंत्री कैलाश चौधरी, शिक्षा राज्य मंत्री अन्नपूर्णा देवी, सामाजिक न्याय एवं आधिकारिता राज्य मंत्री ए नारायणस्वामी, रक्षा एवं पर्यटन राज्य मंत्री अजय भट्ट, पूर्वोत्तर विकास राज्य मंत्री बीएल वर्मा, संचार राज्य मंत्री देवूसिंह चौहान, सामाजिक न्याय एवं आधिकारिता राज्य मंत्री प्रतिमा भौमिक हैं।
शिक्षा राज्य मंत्री सुभाष सरकार, वित्त राज्य मंत्री भागवत किशनराव कराड, विदेश एवं शिक्षा राज्य मंत्री राजकुमार रंजन सिंह, स्वास्थ्य राज्य मंत्री भारती प्रवीण प्रवार, जनजातीय एवं जलशक्ति राज्य मंत्री विश्वेश्वर टूडू, जहाजरानी राज्य मंत्री शांतनु ठाकुर, महिला व बाल विकास एवं आयुष राज्य मंत्री महेंद्रभाई मुंजापारा, अल्पसंख्यक राज्य मंत्री जान बरला, मत्स्य, पशुपालन व डेयरी एवं सूचना व प्रसारण राज्य मंत्री एल मुरुगन और खेल एवं गृह राज्य मंत्री निसिथ प्रामाणिक शामिल हैं।