Rajpal yadav undergoes hair transplant: बढ़ते प्रदूषण, तनाव,बिगड़ते लाइफस्टाइल और खान-पान की खराबी का असर सिर्फ सेहत पर ही देखने को नहीं मिल रहा बल्कि बालों पर भी देखने को मिल रहा है। खराब डाइट और कैमिकल प्रोडक्ट का ज्यादा इस्तेमाल करने की वजह हेयर फॉल की परेशानी लोगों को बेहद परेशान कर रही है। कम उम्र में भी लोग गंजेपन के शिकार हो रहे हैं। सेलेब्स इस परेशानी से खासा प्रभावित हो रहे हैं। खुद को खूबसूर दिखाने के लिए और गंजापन को दूर करने के लिए कुछ सेलेब्स हेयर ट्रांसप्लांट का सहारा ले रहे हैं।
हाल ही में कॉमेडी किरदारों के लिए मशहूर अभिनेता राजपाल यादव ने भी गंजेपन को दूर करने के लिए हेयर ट्रांसप्लांट का सहारा लिया है। हेयर ट्रांसप्लांट गंजेपन को दूर करने के लिए की जाने वाली सर्जरी हैं। इस ट्रांसप्लांट में प्लास्टिक सर्जन या डर्मेटोलॉजिकल सर्जन बालों को सिर की गंजे वाली जगह पर लगाते हैं। सर्जन ये बाल सिर के पीछे या किनारे के बालों को लेकर वहां लगाते है जिस हिस्से में बाल नहीं होते हैं। हाल ही में राजपाल यादव ने हेयर ट्रांस प्लांट कराया है और अपने एक्सपीरिंयस को सांझा करते हुए इस प्रक्रिया के दौरान कुछ बातों का ध्यान रखने की सलाह दी है। आइए जानते हैं कि हेयर ट्र्रांसप्लांट कैसे कराया जाता है और इस दौरान किन बातों का ध्यान रखना जरूरी है।
हेयर ट्रांसप्लांट कैसे कराया जाता है: (How hair transplant is done)
हेयर ट्रांसप्लांट एक ऐसी तकनीक है जिसमें फॉलिकल्स प्राप्त करने के लिए दो मुख्य तकनीकों का प्रयोग किया जाता है। एक follicular unit transplantation (FUT) तो दूसरी फॉलिक्युलर यूनिट एक्सट्रैक्शन (FUE)है।
फॉलिक्यूलर यूनिट ट्रांसप्लांटेशन (FUT): (follicular unit transplantation)
फॉलिक्यूलर यूनिट ट्रांसप्लांटेशन (FUT)में सिर के पिछले हिस्से से स्किन की एक पट्टी को काटने के लिए एक स्केलपेल का इस्तेमाल किया जाता है। पट्टी लगाने के लिए कई इंच लंबा चीरा लगाया जाता है। फिर इस कट को टांका लगाकर बंद कर दिया जाता है। इसके बाद सर्जन सिर के हटाए गए हिस्से को एक लेंस और सर्जिकल चाकू का इस्तेमाल करके छोटे छोटे हिस्सों में अलग करते हैं। जब हेयर ट्रांसप्लांट किए जाते हैं तो ये अलग अलग हिस्से नेचुरल से दिखने वाले बालों के विकास में इस्तेमाल करते हैं। इस दौरान आपके सिर को अच्छी तरह से साफ करने के बाद सर्जन ये प्रक्रिया शुरू करते हैं।
फॉलिक्युलर यूनिट एक्सट्रैक्शन (FUE):
फॉलिक्युलर यूनिट एक्सट्रैक्शन (एफयूई) में बालों के रोम को सिर के पिछले हिस्से से या फिर उस हिस्से से जहां बाल ज्यादा हैं कई छोटे पंच या चीरों के जरिए निकाला जाता है। एक्सपर्ट जिस हिस्से में हेयर ट्रांसप्लांट कर रहा है उस हिस्से में सुई से छोटे-छोटे छेद करता है जिसमें चींटी काटने जैसा दर्द महसूस होता है। इन छेदों में बालों को लगया जाता है। इस प्रक्रिया को अपनाकर सर्जन स्कैल्प पर सैकड़ों या हजारों बालों को ट्रांसप्लांट करते हैं। ट्रांसप्लांट के बाद कुछ दिनों के लिए ग्राफ्ट, फॉग या पट्टियों के माध्यम से सिर को ढक दिया जाता है। इस पूरी प्रक्रिया में 4-5 घंटे लगते हैं। हेयर ट्रांसप्लांट के 10 दिनों बाद सिर के टांके हटा दिए जाते हैं।
हेयर ट्रांस्पलांट कराते समय किन बातों का रखें ध्यान: (Things to keep in mind while getting hair transplant)
- एक्टर राजपाल यादव ने हेयर ट्रांसप्लांट कराते समय कुछ बातों का ख्याल रखने की सलाह दी है। उन्होंने कहा कि आप जिस जगह हेयर ट्रांसप्लांट करा रहे है उस जगह प्रोपर क्रिटिकल हेयर टीम है कि नहीं।
- हेयर ट्रांसप्लांट करवाते समय योग्य डॉक्टर का ही चयन कराएं। ऐसे डॉक्टर का चुनाव करें जिनके पास लाइसेंस हो।
- हेयर ट्रांसप्लांट से पहले उस तकनीक के बारे में पूरी जानकारी हासिल कर लें ताकि आपको आने वाली परेशानी और दर्द का अंदाजा रहें।