
जब सितंबर में ही मालूम चल गया था कि गुजरात में सूखे के हालात हो सकते हैं, तो सूखा घोषित…
श्रीनगर के राष्ट्रीय तकनीकी संस्थान में छात्रों के दो गुटों के बीच तकरार को जिस हद तक बढ़ने दिया गया,…
भौगोलिक सीमाएं देश का नक्शा तय करती हैं और देश के करोड़ो लोगों का संयुक्तिकरण राष्ट्र बनाता है।
पिछले दिनों बिहार के कुछ गांवों में जाने का मौका मिला। एक गांव में तकरीबन बीस साल के बाद गया…
आॅल इंडिया मुसलिम पर्सनल लॉ बोर्ड, जमात-ए-उलेमा-ए-हिंद और दारुल उलूम जैसे संगठनों को जहां लगता है कि शरिया कानून जालिम…
पूंजीवादी सिद्धांत का विवेचन करते हुए रामविलास शर्मा ने लिखा है कि ‘कोई भी वाद या व्यवस्था अपने उत्थान में…
तृप्त जानवर होने से बेहतर है अतृप्त इनसान बन कर रहना। दरअसल, इनसान और जानवर के बीच मूल फर्क यही…
आज जब पूरी दुनिया आतंक के खतरे की जद में आ रही है तो उसके खिलाफ मिलजुल कर लड़ने की…
छत्तीसगढ़ में एक बार फिर नक्सली कहर बरपा है। बुधवार को राज्य के दंतेवाड़ा जिला मुख्यालय से करीब छत्तीस किलोमीटर…
परीक्षाओं के इस मौसम में एक नया रुझान देखने को मिल रहा है। अध्यापक, माता-पिता, प्राचार्य और मीडिया के लोग…
गरीबी व गंदगी से होने वाली बीमारियों पर कुछ हद तक काबू पाया गया है। जबकि कैंसर एक नई चुनौती…
एकांत किसे नहीं चाहिए! एकांत सामान्य तौर पर असामाजिक या समाज-विरोधी नहीं होता, बल्कि यह मनुष्य होने की अनिवार्य मांग…