
यह बेवजह नहीं है कि अब अदालतें भी टीकाकरण अभियान को लेकर सरकार की कार्यशैली पर सवाल उठा रही हैं।…
अस्पतालों में होने वाली आग की घटनाओं को फॉरेंसिक विशेषज्ञ मानवीय लापरवाही और नियमों के प्रति उदासीनता का नतीजा करार…
एक सरकारी प्रवक्ता घोषणा करता है : अभी तीसरी लहर भी आनी है, लेकिन कब? नहीं जानते! जब नहीं जानते…
भगौने का भविष्य तय हो गया था। बेसुर बकबक का नशा परोसने की भट्टी उसकी जीभ में जन्मजात लगी हई…
सच तो यह है कि भारतीय जनता पार्टी खुद बंगाल की सभ्यता नहीं समझ पाई है। इस राज्य के इतिहास…
एक बार फिर यह साबित हो गया कि क्षेत्रीय दलों का लोगों से जुड़ाव ज्यादा है। राष्ट्रीय दलों का स्वरूप…
आस्तिक यह कहता है कि हम ईश्वर को सिद्ध करके रहेंगे। आस्तिक ईश्वर से बड़े होने का दावा करता है।…
कोरोना ने मनुष्यों को बहुत कुछ सिखाया-पढ़ाया है। अब यह मनुष्य पर है कि वह इसमें से कितना कुछ समझ…
फिजूल की चीजों में उलझने के बदले हमारे राजनेताओं को अपना पूरा ध्यान देना चाहिए महामारी को काबू करने पर,…
सबसे बड़ी चिंता टीकों की पर्याप्त आपूर्ति नहीं होने को लेकर है। प्रतिष्ठित अस्पतालों तक से टीके की कमी की…
1977 में लोकसभा चुनावों की घोषणा हुई तो बहुगुणा ने कांग्रेस से बगावत की खुली राह पकड़ ली। उन्होंने पूर्व…
मैंने कहा- ‘पर देखो, माली बहुत सारे फूलों को बेवक्त तोड़ कर लिए जा रहा है। उसको रोको।’ उसने कहा-…