रविवारीय स्तम्भ
हिंदी में संज्ञा पदों के नाम-निर्धारण की पद्धति का अगर विश्लेषण किया जाए, तो एक बात बहुत स्पष्ट है। अगर कोई वस्तु कमजोर, कोमल,...
सत्ता का असमंजस साफ झलकता है। भाजपा के कुछ परिचित प्रवक्ता बहसों में कभी किसानों की चापलूसी करते नजर आते हैं कि अब तो...
हो सकता है कि किसानों की चिंताएं बेबुनियाद हों। हो सकता है, नई निजी मंडियों से उनको लाभ हो, लेकिन अगर उनको मोदी सरकार...
इस स्तंभ का मकसद किसी पर आरोप लगाना या अपमानित करना नहीं है। मकसद सीधा-सीधा यह सवाल पूछना है कि क्या सरकार के संवेदनशील...
यह पंद्रह जनवरी की कुहरीली दोपहर है और पहले से तयशुदा नौवें दौर की बातचीत के लिए किसान विज्ञान भवन आए हैं। उनका एक...
वास्तव में यह पाठ्य पुस्तक विद्यार्थी को सनातन परिकल्पना की प्रारंभिक, पर जरूरी जानकारी देती है। यह सिर्फ विद्यार्थियों के लिए नहीं, बल्कि आम...
माना कि बिजली, पानी, सड़क, रोजगार भी अति-महत्त्वपूर्ण हैं, लेकिन उन पर ध्यान थोड़ा बहुत तो दिया गया है शुरू से। अभाव रहा है...
वित्तमंत्री निर्मला सीतारमण का यह बयान कि मैं ऐसा बजट बनाऊंगी जैसा पहले कभी नहीं बना, पढ़ने के बाद मैंने अक्सर यही कहा है-...
एक देसी टीका ‘एक्सपर्ट’ लगभग रो रहा था और हमारे कुछ एंकर टीका विज्ञानी बन कर तरह-तरह के सवाल तरह-तरह के विशेषज्ञों से उठवा...
ऐसे शोध कार्यों का क्या औचित्य, जो मानव उत्थान और आर्थिक विकास में सहायक न हों। इससे केवल समय, जनशक्ति और धन की बर्बादी...
सबसे जाहिर उनकी पहचान यह है कि वे इस्लाम और मुसलमानों से नफरत करते हैं। उनकी नजरों में भारत के जितने भी मुसलमान नागरिक...
दुनिया में छह टीके हैं, जिन्हें मंजूरी मिल चुकी है। रूस और चीन के टीकों के बारे में हम ज्यादा नहीं जानते हैं, हालांकि...
कैलेंडर के बदलने से न भाग्य बदलता है और न स्वभाव। दोनों उस कील की तरह हैं, जिस पर कैलेंडर के पेज फड़फड़ा कर...
इस बार वह होता दिखा, जो अब तक न दिखा था। इधर पीएम ‘मन की बात’ कहते थे, उधर धरने पर बैठे किसानों में...
कोई अच्छी खबर है अगर तो यह कि जान का नुकसान भारत में कम हुआ है और अब इस महामारी का इस साल के...
सारे अर्थशास्त्री इस बात पर सहमत हैं कि कृषि उत्पाद विपणन में सुधारों की जरूरत है। एपीएमसी कानून कमजोर और अपर्याप्त इसलिए नहीं हैं...
किसान सम्मान निधि की भूरि भूरि प्रशंसा करते एक प्रवक्ता ने फरमाया : आज हम अठारह हजार करोड़ रुपए नौ करोड़ किसानों को दे...
चिकित्सा का भविष्य शायद सभी तरह की पद्धतियों के संश्लेषण में ही है। एक तरह की चिकित्सीय मतनिरपेक्षता में, या चिकित्सकीय दृष्टि से सर्वधर्म-समभाव...