सेहत के सामने

क्या वास्तव में आज व्यक्ति अपनी सेहत को लेकर इतना लापरवाह हो गया है? क्या सरकारी स्वास्थ्य व्यवस्थाएं इतनी लचर…

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दोहरी जिम्मेदारी का वक्त

समाज सामुदायिक भावनाओं की वह इकाई है, जिसके व्यापकता ग्रहण करने पर राष्ट्रीय स्वरूप सामने आता है। सामाजिक संदर्भों में…

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