ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहाद-उल मुस्लिमीन (एआईएमआईएम) के प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी का कहना है कि कोविड-19 पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ प्रस्तावित बातचीत में उनकी पार्टी को शामिल नहीं करना हैदराबाद और औरंगाबाद के लोगों की तौहीन (बेइज्जती) है। तेलंगाना की हैदराबाद सीट से ओवैसी खुद लोकसभा सदस्य हैं, जबकि महाराष्ट्र की औरंगाबाद लोकसभा सीट से एआईएमआईएम के इम्तियाज़ जलील सांसद हैं।
प्रधानमंत्री कार्यालय को टैग करते हुए एक ट्वीट में आवैसी ने सवाल किया कि क्या हैदराबाद और औरंगाबाद के लोग इसलिए कम दर्जे के इंसान हैं क्योंकि उन्होंने एआईएमआईएम को चुना? कोरोना वायरस के कारण देशव्यापी लॉकडाउन (बंद) के बीच विपक्षी दलों से संवाद करने के तहत, मोदी आठ अप्रैल को वीडियो कॉन्फ्रेंस के जरिए विभिन्न दलों के सदन के नेताओं के साथ बातचीत करेंगे।
Coronavirus India Live Updates
ससंदीय कार्य मंत्री प्रह्लाद जोशी ने शनिवार को बताया था कि संसद के दोनों सदनों में जिन पार्टियों की कुल क्षमता पांच से अधिक है, उनके सदन के नेता बुधवार को सुबह 11 बजे प्रधानमंत्री के साथ चर्चा का हिस्सा होंगे। हैदराबाद के सांसद ने प्रधानमंत्री से यह जानने की कोशिश की कि पार्टी के नुमाइंदे आपके ध्यान के योग्य क्यों नहीं हैं।
Coronavirus India 5 April 9 PM Lights Off LIVE Updates
ओवैसी ने ट्वीट किया, “पीएमओ इंडिया, यह औरंगाबाद और हैदराबाद के गौरवशाली लोगों की तौहीन (अपमान) है। क्या वे इसलिए कम दर्जे के इंसान हैं क्योंकि उन्होंने एआईएमआईएम को चुना? कृपया समझाइए कि वे आपके ध्यान के काबिल क्यों नहीं हैं? सांसदों के रूप में यह हमारा काम है कि हम हमारे लोगों के आर्थिक और मानवीय दुख का आप के सामने प्रतिनिधित्व करें।’
Coronavirus in Indian States LIVE
ओवैसी ने कहा कि वह कोविड-19 के खिलाफ लड़ाई पर सुझाव देना चाहते हैं। एक अन्य ट्वीट में ओवैसी ने कहा “हैदराबाद और औरंगाबाद के लोगों ने मुझे और इम्तियाज़ जलील को चुना है ताकि हम उनके मुद्दे उठाएंगे। अब, हमें महामहिम के साथ दर्शकों के तौर पर भी महरूम किया जा रहा है। हैदराबाद में कोरोना वायरस के 93 सक्रिय मामले हैं। मैं अपने विचारों को रखना चाहता हूं कि हम इस महामारी से कैसे लड़ सकते हैं और उन क्षेत्रों की पहचान कर सकते हैं जहां हमारी कमी है।”
मोदी ने सोनिया, मनमोहन, प्रणब समेत विभिन्न दलों के नेताओं से साधा संवादः पीएम ने रविवार को पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह, कांग्रेस प्रमुख सोनिया गांधी और पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी सहित विभिन्न दलों के कई नेताओं से कोरोना वायरस महामारी की स्थिति पर चर्चा की। सूत्रों ने बताया कि मोदी ने घातक कोविड-19 से जुड़े मुद्दों पर पूर्व राष्ट्रपति प्रतिभा पाटिल और पूर्व प्रधानमंत्री एच डी देवगौड़ा से भी चर्चा की। बातचीत के ब्योरे का अभी पता नहीं चला है।
Coronavirus in World LIVE Updates
मोदी ने समाजवादी पार्टी के मुलायम सिंह यादव और अखिलेश यादव, पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी, ओडिशा के मुख्यमंत्री नवीन पटनायक, द्रमुक के एम. के. स्टालिन और शिरोमणि अकाली दल के नेता प्रकाश सिंह बादल सहित कई नेताओं से भी बातचीत की। प्रधानमंत्री बुधवार को विभिन्न राजनीतिक दलों के सदन के नेताओं से भी वीडियो कांफ्रेंस के माध्यम से बातचीत करेंगे। तृणमूल कांग्रेस ने कहा है कि वह इस ऑनलाइन बैठक में हिस्सा नहीं लेगी।
Coronavirus से जुड़ी जानकारी के लिए यहां क्लिक करें: कोरोना वायरस से बचना है तो इन 5 फूड्स से तुरंत कर लें तौबा | जानिये- किसे मास्क लगाने की जरूरत नहीं और किसे लगाना ही चाहिए |इन तरीकों से संक्रमण से बचाएं | क्या गर्मी बढ़ते ही खत्म हो जाएगा कोरोना वायरस?