
चिंतक लोर्का ने एक स्थान पर लिखा है कि ‘जीवन और कुछ भी नहीं है, बल्कि घटनाओं से भरा हुआ…
भूखा आदमी परेशान है। एक छोटा-सा परिवार भी है उसका। कितनी भयानक सर्दी है। पेट में अन्न का दाना नहीं।
किसी पत्र-पत्रिका में मेरी कोई रचना छपती और वह मेजर साहब की नजर से गुजरती है, तो उनका फोन आता…
नब्बे साल की बुजुर्ग महिला ने कहा- ‘मैं अगला जन्म लूंगी तो ये मोटी-मोटी बड़ी किताबें पढूंगी।’ उनके मन की…
मनुष्य हर समय कुछ न कुछ सीखता और सिखाता रहता है। दुनिया में सब तरह के लोग होते हैं।
पिता-पुत्र या भाई-भाई के भिन्न विचारों को लेकर होने वाले झगड़े या मनमुटाव को हमारा समाज सामान्य रूप में स्वीकार…
बाघों, शेरों सहित कई वन्य जीवों की घटती संख्या के बारे में आए दिन हम अखबारों में पढ़ते और टीवी…
हममें से बहुत कम लोग व्यक्तियों, घटनाओं और विचारों को समग्रता से देख, परख और समझ पाते हैं।
ख्वाब देखा जाए या सपना, बात एक ही है। बस भाषा का फर्क है। भाषा वही जो दिलों में उतर…
प्रेम के बारे में कहा जाता है कि यह मिलन में ही नहीं, विरह में भी महसूस किया जा सकता…
रिश्तों में सबसे अच्छा रिश्ता कौन-सा? पूछिए किसी से भी, वह कहेगा दोस्ती का। दोस्ती का ही क्यों? क्योंकि दोस्तों…
बसंत प्रकृति की मुस्कान है। उसकी खुशी है। जिस तरह हमारा जीवन खुशियों से शृंगार कर खिलता है, बिल्कुल उसी…