सवाल है कि क्या मोदी का स्वागत उसी जोश से होगा, जैसे पहले हुआ करता था? अफसोस के साथ कहना…
प्यू सर्वे में भाग लेने वालों में से 81.6 फीसद ने कहा कि वे हिंदू के रूप में पले-बढ़े हैं…
रथ के पहियों को स्वयं शेषनाग ने पकड़ रखा है। इन सबके बावजूद कर्ण के प्रहार से यह रथ अगर…
दहेज एक लड़की को उसके इंसान होने के हक से वंचित करता है। वह उसे बाजार की ऐसी मूल्यहीन वस्तु…
इस बीच गुजरात के एक मुख्यमंत्री निपटाए गए और दूसरे लाए गए! पहले वाले जब मुख्यमंत्री बने थे तो ‘विकास…
कांग्रेस पार्टी के ‘सेक्युलर’ राजनेताओं ने मुसलमानों का उतना ही इस्तेमाल किया, जितना भारतीय जनता पार्टी कर रही है। कांग्रेस…
इतिहास की कैसी विडंबना कि जो अमेरिका ‘9/11’ के लिए बीस साल तक ‘अल-कायदा’ के जिहादियों को ढूंढ़ता और पीटता…
जब बहुत सारे लोग एक से बेतरतीब फैसले करने लगते हैं तो वे समाज की दिशा तय कर देते हैं।…
नासमझी केवल हमारे शासक नहीं, आम लोग भी दिखा रहे हैं। महाराष्ट्र में विपक्ष ने खूब हल्ला मचाया मंदिरों को…
ज्यां द्रेज ने पंद्रह राज्यों के एक हजार तीन सौ बासठ परिवारों पर एक और अध्ययन किया, जिसमें यह सामने…
‘पाथेर पांचाली’ उपन्यास पर फिल्म बनाकर भारतीय सिनेमा के सर्वाधिक रचनात्मक दौर का आगाज करने वाले सत्यजीत राय मानते थे…
स्वदेश प्रेम का अर्थ है- अपने देश की वस्तु की अपनी वस्तु के समान रक्षा करना।’ चाणक्य का देशप्रेम देखकर…