
कांग्रेस पार्टी के ‘सेक्युलर’ राजनेताओं ने मुसलमानों का उतना ही इस्तेमाल किया, जितना भारतीय जनता पार्टी कर रही है। कांग्रेस…
इतिहास की कैसी विडंबना कि जो अमेरिका ‘9/11’ के लिए बीस साल तक ‘अल-कायदा’ के जिहादियों को ढूंढ़ता और पीटता…
जब बहुत सारे लोग एक से बेतरतीब फैसले करने लगते हैं तो वे समाज की दिशा तय कर देते हैं।…
नासमझी केवल हमारे शासक नहीं, आम लोग भी दिखा रहे हैं। महाराष्ट्र में विपक्ष ने खूब हल्ला मचाया मंदिरों को…
ज्यां द्रेज ने पंद्रह राज्यों के एक हजार तीन सौ बासठ परिवारों पर एक और अध्ययन किया, जिसमें यह सामने…
‘पाथेर पांचाली’ उपन्यास पर फिल्म बनाकर भारतीय सिनेमा के सर्वाधिक रचनात्मक दौर का आगाज करने वाले सत्यजीत राय मानते थे…
स्वदेश प्रेम का अर्थ है- अपने देश की वस्तु की अपनी वस्तु के समान रक्षा करना।’ चाणक्य का देशप्रेम देखकर…
हिंदी चैनल दोटूक हैं! उनके लिए तालिबान जिहादी और आतंकी हैं! वे पंजशीर के शेरों की तारीफ करते हैं और…
नई शिक्षा नीति में भारत सरकार ने नवाचार, कौशल विकास और छात्रों में मानवीय गुणों के विकास की बात कही…
खर्च के मामले में साहस दिखाने में सरकार नाकाम रही है, और अगर पैसे की कमी थी तो इसमें उधार…
कबीर जीवन भर गृहस्थ रहे। श्रमजीवी रहे। जुलाहे का काम करते रहे। कपड़ा बुनते और बेचते रहे। न घर छोड़ा…
सैम अंकल! आप बीस साल तक उनको ‘बीनते’ रहे, लेकिन अंतत: तालिबान, अलकायदा, आइएसआइएस, हक्कानी और पाकिस्तानी सबने मिल कर…