आजकल कुछ दिनों के अंतराल पर विश्व के किसी न किसी भू-भाग में भूकम्प के झटके महसूस किए जा रहे…
देश में पुलिस तंत्र की स्थापना औपनिवेशिक समय में कानून-व्यवस्था कायम रखने के लिए की गई थी। भले ही अंग्रेजों…
सुहानी सुबह कब होती है? जब आंख खुलने से पहले दिल और आंख को इत्मीनान हो कि सपना पूरा हो…
कल्पना करें कि अगर हमारे समाज में, चाहे वह शहर हो या गांव हो या कस्बा, यौन हिंसा का भय…
नीकु जो चाहते थे वही हुआ। नीकु यानी बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार। अब तो नीकु का एक और परिचय…
उत्तराखंड में चौबीस घंटे के भीतर एक बार फिर राष्ट्रपति शासन लागू हो गया। राज्य में राष्ट्रपति शासन को समाप्त…
पिछले कुछ सालों से दिल्ली में चोरी, रोड-रेज, छेड़खानी, बलात्कार, हत्या आदि जैसे संगीन अपराधों में शामिल नाबालिगों की बढ़ती…
उस दिन जैसे ही आंख खुली, मैंने अपना सिर कंबल के घुप अंधकार और मासूम गरमाहट से बाहर निकाला और…
आदिवासी समाज व वन्यजीव दोनों के बारे में सोचा जाए। इससे आदिवासी समाज वन्यजीवों को बचाने के लिए स्वयं आगे…
इस बार बाबासाहब भीमराव आंबेडकर की जयंती पर देश में ज्यादा गहमागहमी रही। यह स्वाभाविक भी है। यह उनका एक…
एक बार फिर दिल्ली सरकार ने वायु प्रदूषण पर लगाम कसने के मकसद से कारों के लिए सम-विषम फार्मूला लागू…
जाते-जाते ‘भगवन’ कह गए थे- ‘शाम-शाम लौट आऊंगा, अपने ‘भक्त’ से मिल कर। एकतारा यहीं, तुम्हारे पास छोड़ जाता हूं।’…