
आज के दौर में लिखी जा रही कविताओं की रचना प्रक्रिया को देखकर कविता के भविष्य के प्रति कई तरह…
घाटे का सौदा साबित हो रही खेती और घटते चरागाह की वजह से भारत में हर साल पशुधन में तेजी…
ए क साल और बीत गया। इस साल ने ऐसी अनेक यादें छोड़ी हैं जिन्हें भूलने का मन नहीं करेगा…
रिक्शे में बंधे लाउडस्पीकर से फिर आवाजें आने लगी हैं। यह कई दिनों से इस गांव के चक्कर लगा रहा…
हाल ही में खबर आई थी कि मशहूर लेखक- निर्देशक और जावेद अख्तर के पुत्र फरहान अख्तर और उनकी पत्नी…
हर बार नई जनगणना के आंकड़े जनसंख्या में हुई वृद्धि के साथ-साथ शहरीकरण की रफ्तार भी बताते हैं। एक समय…
निर्भया कांड जैसे हिंसा और कू्ररता के तत्त्व हमारे समाज में स्थान बना रहे हैं। क्या कभी हमने सोचा है…
वर्ष 1915 में गांधीजी दक्षिण अफ्रीका से स्वदेश लौटे। उनके राजनीतिक गुरु गोपालकृष्ण गोखले ने सुझाव दिया कि भारत आकर…
‘बेरहम बिसात’ ने मुझे अंदर से झकझोर दिया। लखनऊ के बाबा साहब भीमराव आंबेडकर विश्वविद्यालय में मैंने रोहित वेमुला जैसों…
पारदर्शिता के लिए काम करने वाली अंतरराष्ट्रीय संस्था ट्रांसपेरेंसी इंटरनेशनल की वैश्विक रिपोर्ट हर साल आती है, जो बताती है…
मेक इन इंडिया और स्टार्ट-अप जैसी योजनाएं कितनी कारगर साबित हो सकती हैं, जब देश का एक बड़ा तबका रोजी-रोटी,…
यह कठिन समय है। लेखक बढ़ रहे हैं और पाठक कम हो रहे हैं। पुस्तकें समुचित संख्या में छप रही…