Shani Gochar (Shani Change) 2020, शनि राशि परिवर्तन 2020: ज्योतिष शास्त्र के मुताबिक ढाई साल बाद शनि का गोचर 24 जनवरी, शुक्रवार को होने वाला है। शनि का यह गोचर दोपहर 12 बजकर 10 मिनट पर मकर राशि में होगा। इसके बाद शनि 2022 की अप्रैल में अपनी राशि बदलेंगे। यानी शनि पूरे ढाई साल तक मकर राशि में विराजमान रहेंगे। ज्योतिषों के अनुसार शनि के राशि परिवर्तन का प्रभाव सभी राशियों के जातकों पर पड़ता है। जानिए आपके ऊपर शनि कैसा प्रभाव डालने जा रहे हैं…
मेष: रोजगार के नए अवसर मिलेंगे। शिक्षा के क्षेत्र में चुनौतियों का सामना करना पड़ेगा। व्यपार के लिए प्रॉपर्टी खरीदने का मौका मिलेगा। बिजनेस में परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है। डिप्रेशन, डायबिटीज, हार्ट और आँखों से संबन्धित समस्या होगी।
वृषभ: नई नौकरी या कंपनी की तलाश करने वाले जातकों के लिए साल 2020 शुभ साबित होगा। आय के साधनों का विकास होगा। विदेश में जाकर पढ़ाई करने वाले जातकों के लिए शनि का यह गोचर शुभ है। रिलेशनशिप में आपसी रिश्ता मजबूत होगा।
मिथुन: नौकरी-रोजगार में विवाद हो सकता है। अगर नौकरी बदलने की सोच रहे हैं साल 2020 अच्छा साबित होगा। साझेदारी वाले व्यापार में सावधानी रखनी होगी। लीवर या हड्डियों से संबन्धित परेशानी होगी।
कर्क: व्यापार में वित्तीय सहायता मिलने का चांस है। व्यापार में परिवार के सदस्यों का साथ मिलेगा। संतान की शादी या विवाह में खर्च होगा। रिलेशनशिप के लिए यह समय अच्छा साबित होगा। आंखें, कंधे या हड्डियों से संबंधित समस्या होगी।
सिंह: नौकरी या व्यापार में प्रगति होगी। धन से संबंधित मामलोंन को लेकर सरत्क रहना होगा। नए रिश्ते बनेंगे। विदेश यात्रा का अवसर मिलेगा। लीवर, किडनी या अन्य प्रकार का संक्रामक रोग हो सकता है। दवा पर धन खर्च होगा।
कन्या: बिजनेस में वृद्धि और यश मिलेगा। नौकरी में कुछ हद तक परेशानियों का सामना करना पड़ेगा। रिलेशन में मर्यादा का ख्याल रखना होगा। पाचन शक्ति से संबंधित समस्या होगी। आय में वृद्धि होने के साथ ही धन का निवेश कर पाएंगे।
तुला: नौकरी में कार्य बदलता हुआ नजर आएगा। टीम का साथ कम मिलेगा। पारिवारिक कारणों से व्यवसाय में समस्या आ सकती है। कोर्ट-कचहरी का चक्कर लगाना पड़ सकता है। परिवार के सदस्यों का सहयोग कम मिलेगा।
वृश्चिक: नौकरी अथवा व्यापार में प्रगति का अवसर मिलेगा। जो कार्य रुके हुए थे वे पूरे होंगे। सामाजिक कार्यों में मान और सम्मान मिलेगा। रिलेशनशिप में आपसी निकटता बढ़ेगी। घर में नए सदस्य का आगमन होगा।
धनु: नौकरी या व्यापार में चुनौतियों का सामना करना पड़ेगा। जमीन-जायदाद से संबंधित कार्य पूरे होंगे। पारिवारिक कार्यों में धन खर्च होगा। घर में मांगलिक कार्य पूरे होंगे। दांत की समस्या या सांस लेने में दिक्कत होगी।
मकर: नौकरी में चुनौती या कार्य में दबाव महसूस कर सकते हैं। बेचैनी या घुटन का सामना कर सकते हैं। शरीर में आलस्य बना रहेगा। परिवार के सदस्यों का सहयोग प्राप्त नहीं होगा। रिलेशनशिप में आपसी निकटता की कमी महसूस होगी।
कुंभ: नौकरी से संबंधित कार्यों को लेकर यात्रा करनी पड़ सकती है। किसी भी कार्य को पूरा करने में अधिक समय लगेगा। धन-खर्च की अधिकता रहेगी। वैवाहिक कार्यों में सफलता मिलेगी। नौकरी-व्यापार में तरक्की होगी।
मीन: शनि के गोचर से निर्णय लेने की क्षमता बढ़ेगी। कार्यस्थल पर अधिकारियों का सहयोग प्राप्त होगा। आय के साधन बढ़ेंगे। नौकरी बदलने के लिए यह अच्छा समय है। श्वास या हृदय से संबंधित समस्या परेशान करेगी।
शनि के राशि परिवर्तन का विस्तृत राशिफल जानने के लिए अपनी राशि पर क्लिक करें…
मेष (Aries ) | वृषभ (Taurus) | मिथुन (Gemini) | कर्क (Cancer) | सिंह (Leo) | कन्या (Virgo) | तुला (Libra) | वृश्चिक (Scorpio) | धनु (Sagittarius) | मकर (Capricorn) | कुंभ (Aquarius) | मीन (Pisces)
शनि दोपहर 12:10 पी एम बजे मकर राशि मेें प्रवेश कर जायेंगे। आज मौनी अमावस्या भी है। शनि के मकर में जाते ही वृश्चिक वालों पर से शनि साढ़े साती का प्रकोप खत्म हो जायेगा। तो वहीं कुंभ वालों पर शनि साढ़े साती का पहला चरण शुरू होगा।
शनि के राशि बदलते ही वृष और कन्या वालों पर से इसकी ढैय्या का प्रभाव खत्म हो जायेगा। तो वहीं मिथुन और तुला वाले जातक इसकी चपेट में आ जायेंगे। इसलिए सतर्क रहने की जरूरत पड़ेगी।
मकर और धनु वालों पर पहले से ही शनि की साढ़े साती चल रही है। अब शनि के मकर में प्रवेश करने से कुंभ वालों पर भी शनि साढ़े साती का पहला चरण शुरू हो जायेगा। जो बेहद ही कष्टदायी साबित होने वाला है। वहीं वृश्चिक वालों को शनि साढ़े साती के प्रकोप से छुटकारा मिल जायेगा। मकर राशि के जातकों पर शनि साढ़े साती का दूसरा चरण तो धनु वालों पर इसका तीसरा यानी अंतिम चरण शुरू होगा। आपकी राशि पर से शनि साढ़े साती साल 2020 में उतरेगी।
शनि एक राशि में ढाई साल तक विराजमान रहते हैं। जिस राशि में ये मौजूद होते हैं उस राशि के अलावा उससे आगे वाली और पीछे वाली राशि पर भी इनका प्रभाव पड़ता है। जैसे 24 जनवरी को शनि मकर राशि में प्रवेश करने जा रहे हैं। तो मकर के आगे वाली यानी कुंभ राशि पर इनकी साढ़े साती का पहला चरण शुरू होगा। मकर राशि वालों पर साढ़े साती दूसरे चरण यानी अपने शीर्ष पर होगी तो वहीं धनु राशि पर इसका अंतिम चरण जो शनि साढ़े साती के उतरने का चरण माना जाता है इसका प्रारंभ होगा। इस तरह से हर एक राशि पर ढाई ढाई साल तक तीन तरीके के प्रभाव शनि के पड़ते हैं।
लोगों का ऐसा मानना होता है कि शनि साढ़े साती हमेशा बुरे परिणाम ही देती है लेकिन ऐसा नहीं है। शनिदेव लोगों को उनके कर्मों के अनुसार फल देते हैं। शनि साढ़े साती का अच्छा या बुरा प्रभाव जानने के लिए सबसे पहले तो व्यक्तिगत दशा देखी जाती है फिर कुंडली में शनि की स्थिति। अगर शनि महाराज आपकी कुंडली के शुभ स्थान पर बैठे हैं तो शनि साढ़े साती आपको सफलता दिलाने वाली बन सकती है। शनि साढ़े साती के समय व्यक्ति अपनी क्षमताओं का पूरा प्रयोग करता है। रूके हुए कार्य फिर से शुरू हो जाते हैं। अचानक से धन प्राप्ति के मार्ग खुलने लगते हैं। लेकिन अगर शनि साढ़े साती अशुभ है तो इसके लिए ये कुछ उपाय आजमा सकते हैं।
शनि 24 जनवरी दिन शुक्रवार की दोपहर 12:10 पी एम पर अपनी राशि बदलने जा रहे हैं। शनि करीब 29 साल बाद अपनी ही राशि मकर में गोचर करेंगे। शनि का ये राशि परिवर्तन काफी अहम माना जा रहा है। क्योंकि इस दौरान मकर में ही भगवान सूर्य यानी शनि के पिता भी विराजमान हैं। शनि और सूर्य की युति ज्योतिष अनुसार अच्छी नहीं मानी गई है। क्योंकि दोनों में शत्रुता है जिस कारण इनके मिलने से विपरित परिणाम देखने को मिल सकते हैं।
सभी ग्रहों में शनि की चाल सबसे धीमी मानी गई है। शनि एक राशि से दूसरी राशि में प्रवेश करने के लिए करीब ढाई साल का समय लेते हैं। इस तरह से उनका सभी राशियों में भ्रमण का सफर 30 सालों में पूरा होता है। 24 जनवरी को शनि अपनी राशि मकर में प्रवेश करने जा रहे हैं। जिसका प्रभाव सभी राशियों के जातकों पर पड़ेगा। शनि सौर जगत के नौ ग्रहों में से सातवें ग्रह हैं। ज्योतिष में शनि को अशुभ ग्रह माना जाता है। जानिए कैसे हुआ दंड कारक शनिदेव का जन्म…
शनि का राशि परिवर्तन करीब ढाई साल बाद होने जा रहा है। मकर शनि के स्वामित्व वाली ही राशि है। इस राशि में शनि के जाते ही कुंभ वालों पर शनि की साढ़े साती शुरू हो जायेगी।