तकनीक ने खूब रफ्तार विकसित की है जिसके सहारे पल भर में ‘इसका धन’, ‘उसका धन’ हो जाता है।
इन दिनों दुनिया सिकुड़ गई है। आभासी दुनिया का एक नया जीवन कोलाज अब जीने का एक अभिन्न तरीका बन…
समाज संवाद से जिंदा रहता है। लेकिन क्या अब इस समाज को संवाद की जरूरत महसूस हो पा रही है?…
लोग यानी खालिस मनुष्य। लोग यानी जिनकी विशिष्ट या अलग पहचान नहीं। लोग भीड़ नहीं, जीवन की पहचान होते हैं।
कहां तो बाहर जाकर तरह-तरह की जगहें देखने, झरने, नदियों, पहाड़ों, पार्कों, फूलों, नाचते मोरों, गुहार लगते पंछियों से बातें…
गणित के शिक्षक की जिंदगी कभी-कभार किसी जटिल विषय से भी बदतर होती है।
दिल्ली-6 की दुनिया बेहद दिलचस्प है। इसकी अंतहीन गलियों की बात करें तो यह जायकों की ऐसी दुनिया है, जो…
भाषा और संस्कृति के साझे को समझना खासा दिलचस्प है। यह दिलचस्पी तब और बढ़ जाती है। जब हम भाषाई…
हमारा व्यक्तित्व अनगिनत पलों में अनेक अनुभवों से मिल कर बनता है।
स्मृतियां और वह भी बालपन की मधुर होती है, जिन्हें मैं आंखों में बसा कर बिस्तर पर खो-सा जाता हूं…
टेलीविजन, कंप्यूटर और सबसे ज्यादा ढोने में उपयुक्त मोबाइल के आविष्कार और इंटरनेट की उपलब्धता ने जिंदगी को बहुत तेज…
प्रकृति हमें सहजीवन और समरसता का संदेश देती है। नए उमंग के साथ आसमान को छूने का हौसला देती है।…