पिछले कुछ सालों से तमाम राज्य सरकारें शिक्षित बेरोजगार युवाओं को रोजगार देने में अक्षम रही हैं।
कहीं यह लिखा देखा कि राजनीति का साथ मौके की यारी है, जो समय बदलते ही गला दबाने में एक…
श्वेत-श्याम यानी ब्लैक ऐंड वाइट फिल्में बिना कोई अतिरिक्त तकनीकी कलाकारी और प्रभाव वाली होती थीं, जिसमें अभिनय करने वाले…
आज ज्यादातर लोगों को पैसा कमाने और उसके लिए काम करने की वजह से जिंदगी घड़ी की सूइयों की तरह…
तोक्यो पैरालंपिक खेलों में इस बार भारतीय खिलाड़ियों ने कीर्तिमान रचा है।
‘प्लास्टिक कचरे के प्रबंधन का प्रश्न’ (लेख, 3 सितंबर) पढ़ा। स्वच्छता का लक्ष्य और स्वच्छ भारत का सपना तब तक…
सर्वोच्च न्यायालय ने फर्जी खबरों पर जो गंभीर टिप्पणी की है, वह वर्तमान में फेक न्यूज के बढ़ते दायरे को…
वर्ष 2016 में प्रधानमंत्री की महत्त्वाकांक्षी परियोजना को पूरा करने के लिए सारे नियम कायदों को ताक पर रख आॅल…
स्वदेश प्रेम का अर्थ है- अपने देश की वस्तु की अपनी वस्तु के समान रक्षा करना।’ चाणक्य का देशप्रेम देखकर…
हर साल ऐसी चेतावनी देते कई अध्ययन प्रकाशित होते हैं, तब लगता है कि सरकारें इस दिशा में कुछ व्यावहारिक…