सोता हुआ मौसम जब उनींदी पलकों से झांकता है तो उसे रंगों के इंद्रधनुष टंगे दिखाई देते हैं। दिन बदले…
शायद अभाव में बीते हमारे मध्यमवर्गीय बचपन की अभी तक बाकी ख्वाहिशों का असर हो, या फिर धीरे-धीरे, हर सीढ़ी…
कला, कौशल और शिक्षा मानव सभ्यता और सांस्कृतिक अभिरुचि के परिचायक हैं। उस दिन घर का नल टपकने लगा, तब…
देश भूकम्प से कांप उठे, बाढ़ में डूबने लगे, दंगों में बेहाल हो जाए, बोरवेल में कोई बच्चा गिर जाए,…
दुनिया को अलग-अलग आयाम से समझने के लिए यात्राएं सबसे अच्छा जरिया हैं। ये हमें हर बार नए अनुभव देती…
जीवन का मर्म कई बार समाज में प्रचलित परंपराओं और व्यवस्था के बोझ तले घुट कर रह जाता है। कई…
कुछ दिन पहले दबी आवाज में सुना कि मेरे पड़ोस में रहने वाली एक महिला ने घरेलू कलह की वजह…
मैंने विद्यालय में शिक्षण के दौरान प्राथमिक स्तर पर विभिन्न कक्षाओं में पढ़ने वाले बच्चों से पूछा- ‘आपका मनपसंद विषय…
पिछले दिनों गुजरात में एक दुल्हन शादी के मंडप में मोटरसाइकिल पर चढ़ कर आई। एक कॉलेज में पढ़ाने वाली…
कुछ समय पहले वाट्सऐप पर तलाक देने का एक मामला सामने आया, जिसने एक बार फिर पुरुष वर्चस्व के औजार…
‘अचानक’ एक अजीब शब्द है! अक्सर जो घटनाएं हमें अचानक लग रही होती हैं, कोई और उन घटनाओं को अंजाम…
अब आभासी दुनिया में विचरण करने वाले बच्चे हैं। कायदे के खाते-पीते घरों में कंचे खेलने वाले, धूल से लिपटे,…