कुमार अंबुज किसी भी समस्या के निदान के लिए समन्वयवादी तरीका एक आसान रास्ता है, पर वह कितना सही है,…
विनीत कुमार वीरेंद्र यादव के लेख ‘पार्टनर, तुम्हारी पालिटिक्स क्या है’ (21 दिसंबर) पर बात करने से पहले उन्हें औपचारिक…
सय्यद मुबीन ज़ेहरा नए वर्ष के आगमन पर सबने थोड़ा-बहुत जश्न मनाया होगा। उसके बाद घर का कूड़ेदान कुछ अधिक…
तरुण विजय सिर्फ मैं श्रेष्ठ और बाकी सब मेरा अनुसरण करें, यह दंभ बहुत घातक होता है। अगर भारत केवल…
अशोक वाजपेयी जाहिर है कि ये बातें हाशिये से कही जा रही हैं: लगभग हमेशा की तरह साहित्य और कलाएं…
गोपेश्वर सिंह रमेशचंद्र शाह को साहित्य अकादेमी पुरस्कार मिला तो हिंदी की आभासी दुनिया में हंगामा हो गया। बधाइयां कम…
अजेय कुमार निर्मला गर्ग के संग्रह दिसंबर का महीना मुझे आखिरी नहीं लगता की कविताएं वामपंथी दर्शन से प्रेरित हैं।…
पूनम सिन्हा भगवानदास मोरवाल के नए उपन्यास नरक मसीहा में गैर-सरकारी संगठनों द्वारा समाज के विकास की आड़ में मजबूती…
खबर है कि राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी ने भूमि अधिग्रहण संशोधन अध्यादेश पर हस्ताक्षर करने से पहले सरकार से पूछा था…
अधिक समय नहीं हुआ जब पेट्रोल और डीजल को पूरी तरह नियंत्रण-मुक्त करने की घोषणा की गई थी, यानी अब…
केपी सिंह आत्महत्या, या आत्महत्या का प्रयास करना भारतीय दंड संहिता की धारा 309 के अंतर्गत अपराध है। केंद्रीय मंत्रिमंडल…
सुजाता तेवतिया टीवी के अन्य कार्यक्रमों की तरह ही विज्ञापन भी एक स्वतंत्र कार्यक्रम का दर्जा पा चुके हैं। वे…