Bihar Coronavirus Cases District-Wise HIGHLIGHTS: बिहार में अब कोरोना का संक्रमण तेजी से फैलने लगा है। हालात ऐसे हैं कि एक दिन में ही 15 नए मामले सामने आए हैं। इस बीच नालंदा में एक शख्स ने कोरोना से जंग जीत ली है। नालंदा निवासी महताब आलम को कल शाम एनएमसीएच से डिस्चार्ज कर दिया गया। उनकी दो रिपोर्ट निगेटिव आई थी। हालांकि, डॉक्टरों ने उन्हें अभी भी क्वारंटीन में रहने का सुझाव दिया है।
बुधवार को राज्यभर में 15 नए मामले सामने आए। राजधानी पटना में ही आठ नए केस पॉजिटिव मिले हैं। राजधानी के खाजपुरा इलाके में 6 नए मरीज मिले हैं। जगदेव पथ और सालिमपुरा में भी कोरोना पॉजिटिव मरीज मिला है। पटना में कुल संक्रमितों की संख्या बढ़कर 16 हो गई है।इस तरह बुधवार को कोरोनावायरस के 15 नए मरीज सामने आने के बाद राज्य में संक्रमितों की संख्या बढ़कर 141 हो गई है।
भागलपुर के नवगछिया में तीन पुरुष और एक महिला में भी कोरोना पॉजिटिव मिला है। बांका जिले के अमरपुर में बुधवार को एक मरीज का रिजल्ट पॉजिटिव आया है। इनकी उम्र 45 साल है। नालंदा जिला मुख्यालय बिहारशरीफ में भी 26 वर्षीय युवती कोरोना पॉजिटिव मिली है। पूर्वी चंपारण में भी 25 साल का एक युवक इस संक्रमण का शिकार हुआ है। जिले का यह पहले मामला है।
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आंकड़ों पर गौर करें तो 17 प्रभावित जिलों में सीवान में सबसे अधिक 29 मामले हैं। इसके अलावा नालंदा में भी 29, मुंगेर में 27, पटना में 16, बेगूसराय में 9, बक्सर में 8, गया और भागलपुर में 5-5, गोपालगंज और नवादा में तीन—तीन तथा सारण, लखीसराय, वैशाली, भोजपुर एवं रोहतास में एक—एक मामले प्रकाश में आए हैं। बांका और पूर्वी चंपारण भी एक-एक मामले के साथ इस सूची में शामिल हो गया है।
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इस बीच, देश में कोरोना वायरस से संक्रमित लोगों की संख्या में रोज इजाफा जारी है। स्वास्थ्य मंत्रालय के मुताबिक, गुरुवार (23 अप्रैल) तक देश में संक्रमितों की संख्या 21,393 पहुंच गई। इसके अलावा देश में अब तक 681 लोगों की मौत हो चुकी है। हालांकि, अच्छी बात यह है कि अब तक 4,257 पीड़ित कोरोना से मुक्त होकर घर भी लौट चुके हैं।
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Highlights
पटना में बढ़ते कोरोना के मरीजों की संख्या के बाद डीएम ने लॉकडाउन का कड़ाई से पालन कराने के आदेश दिए हैं। डीएम रवि कुमार ने लोगों से अपील भी की है कि जब तक बहुत अदिक जरूरी न हो तब तक घरों से न निकलें। बता दें कि राझदानी के खाजपुरा इलाके में सात नए मरीज मिले हैं।
बिहार में अब तक 43 लोग कोरोना वायरस के संक्रमण से ठीक हो चुके हैं। सबसे ज्यादा रिकवरी सीवान जिले में हुई है। यहां 29 मरीजों में से 17 ठीक हो चुके हैं। मुंगेर जिले में 6, नालंदा में तीन, पटना में पांच, गया में चार, गोपालगंज में तीन और बेगूसराय, नवादा, सारण, लखीसराय और भागलपुर में एक-एक मरीज कोरोना से ठीक हो चुके हैं। उन्हें अस्पताल से छुट्टी दी जा चुकी है। हालांकि, 96 केस अभी भी एक्टिव हैं और दो लोगों की मौत हुई है। नालंदा के 26 मरीजों का इलाज चल रहा है।
नालंदा निवासी महताब आलम को कल शाम एनएमसीएच से डिस्चार्ज कर दिया गया। उनकी दो रिपोर्ट निगेटिव आई थी। हालांकि, डॉक्टरों ने उन्हें अभी भी क्वारंटीम में रहने का सुझाव दिया है। डिस्चार्ज होने के बाद महताब ने कहा कि उसने डॉक्टरों की हर बात मानी और बीमारी का डटकर मुकाबला किया। उन्होंने लोगों से अपील है कि डॉक्टरों की हर बात मानें।
देश में कोरोना वायरस से संक्रमित लोगों की संख्या में रोज इजाफा जारी है। स्वास्थ्य मंत्रालय के मुताबिक, गुरुवार (23 अप्रैल) तक देश में संक्रमितों की संख्या 21,393 पहुंच गई। इसके अलावा देश में अब तक 681 लोगों की मौत हो चुकी है। हालांकि, अच्छी बात यह है कि अब तक 4,257 पीड़ित कोरोना से मुक्त होकर घर भी लौट चुके हैं। यहां पढ़ें पूरी खबर...
सीवान में सबसे अधिक 29 मामले हैं। इसके अलावा नालंदा में भी 29, मुंगेर में 27, पटना में 16, बेगूसराय में 9, बक्सर में 8, गया और भागलपुर में 5-5, गोपालगंज और नवादा में तीन—तीन तथा सारण, लखीसराय, वैशाली, भोजपुर एवं रोहतास में एक—एक मामले प्रकाश में आए हैं। बांका और पूर्वी चंपारण भी एक-एक मामले के साथ इस सूची में शामिल हो गया है।
भागलपुर के नवगछिया में तीन पुरुष और एक महिला में भी कोरोना पॉजिटिव मिला है। बांका जिले के अमरपुर में बुधवार को एक मरीज का रिजल्ट पॉजिटिव आया है। इनकी उम्र 45 साल है। नालंदा जिला मुख्यालय बिहारशरीफ में भी 26 वर्षीय युवती कोरोना पॉजिटिव मिली है। पूर्वी चंपारण में भी 25 साल का एक युवक इस संक्रमण का शिकार हुआ है। जिले का यह पहले मामला है।
राज्य के 17 जिलों में अब कोरोना की पहुंच हो चुकी है। पूर्वी चंपारण और बांका जिले में रहने वालों में भी इस बीमारी का संक्रमण मिला है। इस प्रकार बिहार के कुल 17 जिलों में कोरोना वायरस ने पांव पसार लिए हैं। राजधानी पटना में सबसे ज्यादा 16 संक्रमित हैं।
बिहार में बुधवार को कोरोना संक्रमण के 15 नये मामले के प्रकाश में आने के साथ ही प्रदेश में कोविड-19 से संक्रमित मामले अब बढ़कर 141 हो गये हैं । स्वास्थ्य विभाग के एक अधिकारी ने इसकी जानकारी दी। स्वास्थ्य विभाग के प्रधान सचिव संजय कुमार ने बुधवार को बताया कि पटना में 08, भागलपुर में 04 तथा नालंदा, पूर्वी चंपारण एवं बांका में एक-एक कोरोना वायरस संक्रमण का मामला प्रकाश में आया है। उन्होंने पटना शहर के खजपुरा, जगदेव पथ एवं सलीमपुर मुहल्लों में कोरोना वायरस संक्रमण के आठ मामले प्रकाश में आए हैं उनमें छह पुरुष (60, 28, 32, 45, 42 एवं 35 साल) तथा दो महिला (30 एवं 57 वर्ष) शामिल हैं। संजय ने बताया कि भागलपुर में कोरोना वायरस संक्रमण के जो 04 मामले आज प्रकाश में आए हैं उनमें तीन पुरुष (33, 40 एवं 46 साल) तथा नौगछिया की एक महिला (16) शामिल हैं।
बिहार के उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी ने राज्य में निजी क्षेत्र की सभी 11 चीनी मिलों से कहा है कि कोरोना वायरस महामारी के संकटपूर्ण समय में पेराई सत्र 2019-20 के किसानों के बकाये 934.34 करोड़ रूपये का शीघ्र भुगतान करें। सुशील ने बुधवार को कहा कि ऐसे समय में बकाए के भुगतान से राज्य के गन्ना उत्पादक किसानों को बहुत राहत मिलेगी। उन्होंने कहा कि भारत सरकार के उपक्रम हिन्दुस्तान पेट्रोलियम की इकाई एचपीसीएल बायो फ्यूएल्स लि. द्वारा संचालित लौरिया व सुगौली चीनी मिल द्वारा अब तक मात्र 10 से 12 प्रतिशत गन्ना मूल्य का ही भुगतान किया गया है। सुशील ने कहा कि लौरिया चीनी मिल पर किसानों के बकाए 80.36 करोड़ रूपये व सुगौली पर 58.84 करोड़ रूपये के अविलम्ब भुगतान के लिए उन्होंने केन्द्रीय पेट्रोलियम मंत्री धर्मेंद्र प्रधान से आग्रह किया है।
ओमान से लौटे सिवान निवासी एक मरीज के संपर्क में बीते दिनों आने से अबतक 23 लोगों में कोरोना वायरस संक्रमण की पुष्टि हो चुकी है। वहीं कतर से लौटे मुंगेर निवासी एक मरीज के संपर्क में बीते दिनों में 64 व्यक्ति आए थे जिनमें से 55 के सैंपल जांच के लिए आरएमआरआई में भेजे गये थे, जिसमें से 11 में कोरोना वायरस संक्रमण की पुष्टि हुई थी । मरीज की 21 मार्च को पटना एम्स में मौत हो गयी थी ।
सिवान और नालंदा में सबसे अधिक 29-29 कोरोना वायरस संक्रमण के मामले आए हैं। मुंगेर में 27, पटना में 16, बेगुसराय 9, बक्सर में 8, गया और भागलपुर में 5—5, गोपालगंज एवं नवादा में तीन—तीन तथा सारण, लखीसराय, वैशाली, भोजपुर, रोहतास एवं पूर्वी चंपारण में एक—एक मामला सामने आाया है।
सिवान में सबसे अधिक 29 मामले, नालंदा में 28, मुंगेर में 27, बेगुसराय 9, पटना में 8, गया में 5, बक्सर में 8, गोपालगंज एवं नवादा में तीन—तीन तथा सारण, लखीसराय, भागलपुर, वैशाली, भोजपुर एवं रोहतास में एक-एक मामले प्रकाश में आए हैं।
बुधवार शाम आई रिपोर्ट के मुताबिक पूर्वी चंपारण और बांका जिले में रहने वालों में भी इस बीमारी का संक्रमण मिला है। इस प्रकार बिहार के कुल 17 जिलों में कोरोना वायरस ने पांव पसार लिए हैं।
बिहार में अप्रवासी मजदूरों और कोटा में फंसे हुए छात्रों को वापस लाने पर सरकार और विपक्ष के बीच घमासान मचा है। राजद के नेता और बिहार के पूर्व उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने बुधवार को ट्वीट कर नीतीश सरकार पर निशाना साधा। तेजस्वी ने पूछा, "बिहार सरकार की असंवेदनशील जिद के चलते कोटा में फंसे 6500 बच्चे अनाथ और अभागा फील कर रहे हैं। क्या अप्रवासी मजदूरों और बिहारी छात्रों के मर्मस्पर्शी वीडियो देखने के बाद मुख्यमंत्री सो पाते हैं? सीएम साहब, याद रखिए देर-सबेर जनदबाव में सरकार को जिद त्याग हमारी बात माननी पड़ेगी।"इस पर नीतीश सरकार में मंत्री नीरज कुमार ने पलटवार किया है। उन्होंने कहा, "नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने ज्ञान का आतंक मचा रखा है. तेजस्वी यादव का फिजिकल टावर और मोबाइल टावर पता नहीं चल रहा है।" मंत्री ने आगे कहा, "कम से कम जहां हैं, वहां के राज्य सरकार से पास ले लीजिए, फिर ज्ञान दे दीजिए। क्योंकि पास (Pass) देने का अधिकार संबंधित राज्य सरकार के पास होता है।"
बिहार के मोतिहारी के रहने वाले सात मजदूर साउथ दिल्ली से बिहार के लिए साइकिल से निकले थे लेकिन इस बीच पुलिस ने उन्हें रोक लिया और 12 किलो राशन देकर वापस उनके अस्थाई आवास पर भेज दिया। लॉकडाउन के बीच बिहार के यह लोग घर जाने की जुगत में थे लेकिन पुलिस ने इन्हें वापस भेज दिया।
स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय ने बताया कि भारत में कोरोना वायरस पॉजिटिव मामलों की संख्या बढ़कर 20,471 हो गई है (इसमें 15,859 सक्रिय मामले, 3,959 ठीक/डिस्चार्ज/विस्थापित हो चुके मामले और 652 मौतें शामिल हैं)।
बिहार में कोरोना से संक्रमित लोगों की संख्या 136 हो गई है। बुधवार को कोरोना वायरस के संक्रमित 10 नए मामले सामने आए जिसके बाद कोरोना संक्रमितों की राज्य में संख्या 136 हो गई है।
कोरोनावायरस के चलते लगे लॉकडाउन ने देशभर में लोगों के सामने खाने-पीने की समस्या पैदा कर दी है। खासकर ग्रामीण इलाकों में सप्लाई ठप हो जाने से काफी दिक्कतें पैदा हो रही हैं। ऐसा ही हाल था बिहार के कैमूर में। कैमूर नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में से है। यहां समस्या उभरने के बाद लोगों ने सरकार से मदद मांगी। बुधवार को डीएम डॉक्टर नवल किशोर चौधरी और सुपरिटेंडेट ऑफ पुलिस दल-बल के साथ ग्रामीणों के लिए राशन लेकर पहुंचे। डीएम ने कहा कि इलाके में जल्द ही आंगनबाड़ी केंद्र खोला जाएगा।
इस बीच कोटा में फंसे छात्रों को निकालने पर बिहार में सियासत तेज हो गई है। विपक्ष ने नीतीश सरकार से मांग की है कि वे बसें भेजकर कोटा से छात्रों को वापस लाएं। आवाज उठने वालों में राजद और रालोसपा के विधायक शामिल हैं। हालांकि, जेडीयू के नेता अजय आलोक का कहना है कि लॉकडाउन बच्चों के स्वास्थ्य के हित के लिए है। लॉकडाउन पूरा होते ही बच्चों को बुलाया जाएगा।'
कोरोनावायरस महामारी के चलते भारत में फंसे ज्यादातर विदेशी नागरिकों को वापस उनके देश भेजा जा रहा है। ब्रिटेन और अमेरिका के बाद बुद्ध सर्किट का दौरा पूरा करने आए म्यांमार के बौद्ध भिक्षुओं को वापस उनके देश भेज दिया गया। इस दौरान स्वास्थ्य विभाग की टीम ने उनकी स्क्रीनिंग की। बताया गया है कि ज्यादातर भिक्षु बोधगया, नालंगा, राजगीर और वाराणसी में फंसे थे। केंद्र सरकार के निर्देश पर इन्हें निकाला गया और वापस म्यांमार भेजा गया।
देश की सबसे प्रदूषित राजधानियों में शुमार बिहार के पटना की हवा अब साफ होने लगी है। जहां लॉकडाउन से पहले शहर का एयर क्वालिटी इंडेक्स लगातार 150 के ऊपर ही था। हालांकि, 24 मार्च के बाद यह दो अंकों में गिर गया। 31 मार्च तक के डेटा के मुताबिक, पटना में AQI 80 पहुंच गया था।
केंद्र सरकार ने बुधवार को स्वास्थ्यकर्मियों पर हो रहे हमले के मद्देनजर अध्यादेश लागू करने का ऐलान किया। केंद्रीय मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने बताया कि अब डॉक्टर-नर्सों पर हमले में शामिल लोगों को 3 महीने से लेकर 7 साल तक की जेल हो सकती है। पढ़ें पूरी खबर...
पटना के पाटलीपुत्र खेल परिसर में अस्पताल बनाया जाएगा। बताया गया है कि यहां अस्थाई तौर पर 100 बेड का हॉस्पिटल बनेगा। डॉक्टरों-नर्सों को रहने के लिए वहां हॉस्टल की जगह दी गई है।
बिहार के पटना स्थित जक्कनपुर में बुधवार को राशन न मिलने पर लोग भड़क उठे। यहां लोगों ने सड़क पर जमकर हंगामा किया। भीड़ को भड़काने का आरोप राजद के एक नेता पर लगा है। फिलहाल इस मामले में अब तक 50 लोगों पर केस दर्ज कर लिया गया है।
कोरोनावायरस से पनपे गंभीर हालात के बीच बिहार में पुलिस का मानवीय चेहरा सामने आया है। यहां पुलिस लॉकडाउन के चलते जन्मदिन न मना पाने वाले बच्चों के लिए बर्थडे केक लेकर पहुंची। सोशल मीडिया पर पुलिस के इस कदम की काफई सराहना हो रही है।
दूसरी तरफ बिहार के कृषि और पशु एवं मत्स्य संसाधन मंत्री डॉ. प्रेम कुमार ने कहा कि अन्य राज्यों से वापस लौटे बिहार के लोगों को रोजगार उपलब्ध कराया जाएगा। उन्होंने कहा कि विभाग बायोटेक किसान हब योजना के तहत मखाना उत्पादन, मधुमक्खी पालन, टिशू कल्चर, केला उत्पादन, बकरी पालन और मशरूम उत्पादन के माध्यम से लौटे लोगों को जीविकोपार्जन के लिए प्रेरित करेगा।
बिहार सरकार ने गरीबों की मदद के लिए बड़ा फैसला लिया है। सरकार अब बिना राशन कार्ड वालों को भी एक हजार रुपए की मदद देगी। जिनके पास राशन कार्ड नहीं हैं, जीविका समूह ऐसे वर्गों का सर्वेक्षण करेगी और जानकारी सही पाए जाने पर उन्हें सरकार की तरफ से मदद दी जाएगी।
बिहार के बाहर फंसे राज्य के लोगों की मदद के लिए सरकार ने एक हजार रुपए देने का वादा किया था। अब तक इस मदद के लिए राज्य के बाहर के 17 लाख 89 हजार लोगों ने आवेदन किया है। इनमें से 12 लाख 6 हजार आवेदकों के खाते में एक हजार रुपए की राशि भेज दी गई है। सूचन एवं जनसंपर्क विभाग के सचिव अनुपम कुमार ने यह जानकारी दी है।
20 अप्रैल के बाद से बिहार के कई इलाकों में लॉकडाउन में छूट दी गई है लेकिन कई कारखानों में मजदूर नहीं पहुंचे। राज्य की राजधानी पटना स्थित पाटलिपुत्र इंडस्ट्रियल एरिया की फैक्ट्रियां तो सरकारी आदेश के बाद खुल गईं लेकिन वहां काम करने वाले एक भी मजदूर नहीं पहुंचे। इस वजह से खुली होने के बावजूद कारखानों के गेट पर ताला लटका मिला। पटना में 200 खाद्य प्रोसेसिंग यूनिट हैं। इनमें 18 आटा मिल, 11 चावल मिल और 20 ब्रेड बेकरी समेत अन्य खाद्य यूनिट हैं। इनमें से कुल 60 चल भी रहे हैं मगर मजदूरों की वजह से काम ठप है।
बिहार के मोतिहारी में स्वास्थ्य विभाग की लापरवाही का एक और मामला सामने आया है। मोतिहारी स्थित पीएचसी में ब्लड कैंसर से जूझ रहे एक 3 साल के बच्चे के लिए उसके माता-पिता को एंबुलेंस नहीं मिली। एंबुलेंस चालकों ने बच्चे के माता-पिता से 5000 रुपए मांगे थे। लेकिन उन्होंने इसे देने में असमर्थता जता दी थी। बताया गया है कि ड्यूटी पर तैनात डॉक्टर ने मदद की कोशिश की, लेकिन वह भी पीएचसी से सदर अस्पताल तक ही एंबुलेंस दिलवाने की बात कह पाए।
राज्य के प्रधान स्वास्थ्य सचिव संजय कुमार ने बताया कि मुंगेर जिले में कोरोना वायरस संक्रमण के जो सात मामले प्रकाश में आए हैं उनमें तीन पुरुष (28, 34 एवं 36 साल) एवं चार महिलाएं (20, 28, 34 एवं 37 वर्ष) शामिल हैं। कुमार ने बताया कि बक्सर जिले में जो चार कोरोना वायरस संक्रमण के मामले प्रकाश में आए हैं उनमें एक पुरुष (32) तथा दो लड़कियां 12-12 एंव एक महिला 39 वर्ष की शामिल हैं।
उन्होंने बताया कि पटना में एक पुरुष (31) तथा रोहतास में एक महिला (60) में कोरोना वायरस संक्रमण की पुष्टि हुई है ।संजय ने बताया कि मुंगेर, बक्सर और पटना में जो कोरोना वायरस संक्रमण के मामले आज प्रकाश में आए हैं, वे पूर्व में इस रोग से ग्रसित लोगों के संपर्क के हैं।उन्होंने बताया कि रोहतास में जिस महिला में कोरोना वायरस संक्रमण की पुष्टि हुई है, उसके संपर्क के बारे में पता लगाया जा रहा है।
कोटा में फंसे बिहार के छात्रों पर बिहार में राजनीति तेज हो चली है। राजद विधायक भाई विरेंद्र ने नीतीश सरकार पर निशाना साधा है और कहा है कि परदेश में फंसे बच्चों को वापस लाया जाय और उनकी जांच करवाकर उन्हें घर भेजने का इंतजाम करें। वही RLSP के प्रधान महासचिव माधव आनंद ने कोटा में फंसे छात्रों को वापस बुलाने की सरकार से मांग की है।
20 अप्रैल के बाद से बिहार के कई इलाकों में लॉकडाउन में छूट दी गई है लेकिन कई कारखानों में मजदूर नहीं पहुंचे। राज्य की राजधानी पटना स्थित पाटलिपुत्र इंडस्ट्रियल एरिया की फैक्ट्रियां तो सरकारी आदेश के बाद खुल गईं लेकिन वहां काम करकने वाले एक भी मजदूर नहीं पहुंचे। इस वजह से खुली होने के बावजूद कारखानों के गेट पर ताला लटका मिला। पटना में 200 खाद्य प्रोसेसिंग यूनिट हैं। इनमें 18 आटा मिल, 11 चावल मिल और 20 ब्रेड बेकरी समेत अन्य खाद्य यूनिट हैं। इनमें से कुल 60 चल भी रहे हैं मगर मजदूरों की वजह से काम ठप है।
केंद्रीय स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय की ओर से जारी आंकड़ों के मुताबिक, पिछले 24 घंटे में कोरोना के 1383 नए मामले सामने आए हैं और 50 लोगों की मौत हुई है। देश में कोरोना पॉजिटिव मामलों की कुल संख्या बढ़कर 19,984 हो गई है, जिसमें 3870 लोग स्वस्थ हो चुके हैं या उन्हें अस्पताल से छुट्टी दे दी गई है। इस महामारी से अब तक देश में 640 लोगों की मौत हो चुकी है। पढ़ें पूरी खबर..
बिहार के 15 जिलों में कोरोना ने अब तक पैसार लिए हैं।
बिहार में एक महीने पहले 22 मार्च को कोरोना वायरस संक्रमण का पहला मामला प्रकाश में आया था जबकि पिछले 24 घंटों के भीतर जितने मामले प्रकाश में आए हैं वह कुल मामलों का लगभग एक चौथाई है।बिहार के नालंदा जिला मुख्यालय बिहारशरीफ में सोमवार को कोरोना वायरस संक्रमण के 17 नए मामले प्रकाश में आए थे ।बिहार में अब तक 11999 कोरोना संदिग्ध नमूनों की जांच की जा चुकी है और कोरोना संक्रमित 42 मरीज ठीक भी हुए हैं।
बिहार के अररिया जिला कृषि अधिकारी का वाहन रोककर उनसे वैध पास मांगने पर एक चौकीदार को उठक—बैठक कराए जाने का मामला प्रकाश में आया है। बिहार के पुलिस महानिदेशक गुप्तेश्वर पांडेय ने मंगलवार को कहा, ''सोशल मीडिया पर वायरल इस वीडियो को मैने देखा है और इस संबंध में मैने पुलिस अधीक्षक और पुलिस महानिरीक्षक से बात कर इसकी जानकारी सरकार को भेज दी है। उन्होंने बताया कि राज्य सरकार इसका संज्ञान ले रही है और जांच रिर्पोट प्राप्त होने पर, चौकीदार के साथ ऐसा ष्व्यवहार करने के दोषियों के खिलाफ निश्चित तौर कार्रवाई की जाएगी।
बिहार राज्य मंत्रिपरिषद् ने राज्य के माध्यमिक विद्यालय विहीन पंचायतों में स्थापित किए जा रहे उच्च माध्यमिक विद्यालयों में कुल 32,916 माध्यमिक शिक्षकों के पद तथा उच्च माध्यमिक विद्यालयों में कम्प्यूटर विषय में उच्च माध्यमिक शिक्षक के 1000 पद सहित कुल 33,916 शिक्षक के पदों की सृजन की मंगलवार को स्वीकृति प्रदान कर दी। सूचना एवं जनसंपर्क विभाग द्वारा जारी बयान के अनुसार मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की अध्यक्षता में मंगलवार को संपन्न राज्य मंत्रिपरिषद की बैठक में लिए यह निर्णय किया गया। मंत्रिपरिषद ने कोविड-19 के संदर्भ में राज्य में हुए लॉकडाउन की स्थिति में संविदा र्किमयों तथा बाहरी एजेन्सी के माध्यम से कार्यरत र्किमयों को मानदेय के भुगतान को भी मंजूरी प्रदान कर दी है।
बिहार सरकार ने लॉकडाउन के दौरान भाजपा विधायक अनिल कुमार को अपनी पुत्री को राजस्थान कोटा से लाने के लिए यात्रा पास जारी करने वाले नवादा सदर अनुमंडल पदाधिकारी अनु कुमार को निलंबित कर दिया है। सामान्य प्रशासन विभाग द्वारा मंगलवार को जारी एक अधिसूचना के अनुसार 20 अप्रैल को नवादा के जिला पदाधिकारी द्वारा सूचित किया गया है कि विधायक अनिल कुमार द्वारा अपनी बच्ची को विशेष परिस्थिति में कोटा (राजस्थान) से नवादा लाने के लिए पास जारी किये जाने का आवेदन नवादा सदर अनुमंडल पदाधिकारी के समक्ष दिया गया था। नवादा सदर अनुमंडल पदाधिकारी अनु कुमार द्वारा विधायक को वाहन पास की अनुमति देने के पूर्व सौंपे गये आवेदन पत्र की समुचित समीक्षा एवं जाँच नहीं की गयी एवं पास जारी कर दिया गया।
बिहार के उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी ने मंगलवार को बताया कि कोरोना वायरस संकट के मद्देनजर मुख्यमंत्री वृद्धजन पेंशन योजना के लाभुकों के साथ सामाजिक सुरक्षा पेंशन योजना के अन्तर्गत राज्य के कुल 84.76 लाख वृद्ध, विधवा एवं दिव्यांग पेंशनधारियों को तीन महीने मार्च, अप्रैल और मई महीने का अग्रिम पेंशन राशि का भुगतान कर दिया गया है।
सुशील ने कहा कि सामाजिक सुरक्षा पेंशन योजना के तहत 66.59 लाख वृद्ध, विधवा व दिव्यांग तथा मुख्यमंत्री वृद्धजन पेंशन योजना के 18.16 लाख लाभुक हैं। उन्होंने कहा कि केन्द्र व राज्य सरकार मिल कर प्रति लाभुक प्रति महीने कुल 400 रुपये की दर से पेंशन प्रदान करती हैं। सुशील ने कहा कि साधरणतया मार्च-मई की पेंशन राशि का भुगतान जून तक होता था, मगर महामारी से उत्पन्न विशेष परिस्थिति में मार्च से मई माह तक का अग्रिम भुगतान करने का निर्णय लिया गया।