भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच चार टेस्ट मैचों की सीरीज का चौथा और आखिरी मुकाबला ब्रिस्बेन के गाबा में खेला जा रहा है। ऑस्ट्रेलिया ने सीरीज का पहला मुकाबला एडिलेड में अपने नाम किया था। इसके बाद टीम इंडिया ने दूसरे मैच में मेलबर्न के बाद पर उसे हरा दिया। सिडनी में खेला गया तीसरा टेस्ट ड्रॉ रहा था। ब्रिस्बेन में भारतीय टीम चार बदलाव के साथ उतरी। टी नटराजन और वॉशिंगटन सुंदर ने डेब्यू किया। नटराजन ने अपने डेब्यू मैच में इतिहास रच दिया।
नटराजन टीम इंडिया के लिए डेब्यू करने वाले 300वें और वॉशिंगटन 301वें प्लेयर हैं। नटराजन को बॉलिंग कोच भरत अरुण और वॉशिंगटन को रविचंद्रन अश्विन ने डेब्यू कैप सौंपी। नटराजन एक ही दौरे पर तीनों फॉर्मेट (टेस्ट, वनडे और टी-20) में डेब्यू करने वाले पहले भारतीय बन गए हैं। इससे पहले ऐसा कभी नहीं हुआ कि भारत के लिए किसी एक दौरे पर तीनों फॉर्मेट में किसी एक खिलाड़ी ने डेब्यू किया हो। नटराजन ने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ वनडे और टी20 में भी डेब्यू किया था।
Welcome to Test cricket, @Natarajan_91
Thangarasu Natarajan becomes the first Indian player to make his International debut across all three formats during the same tour #AUSvIND pic.twitter.com/CKltP2uT5w
— ICC (@ICC) January 14, 2021
वे भारत के लिए टेस्ट मैच खेलने वाले 300वें खिलाड़ी बने हैं। भारत के 100वें टेस्ट खिलाड़ी बालू गुप्ते थे। उन्होंने 13 जनवरी 1961 को पाकिस्तान के खिलाफ पहला टेस्ट मैच खेला था। बालू गुप्ते ने अपने करियर में 3 टेस्ट में 3 विकेट लिए थे। इसके बाद नयन मोंगिया 200वें टेस्ट खिलाड़ी थे। उन्होंने 18 जनवरी 1994 में श्रीलंका के खिलाफ लखनऊ में पहला टेस्ट मैच खेला था। विकेटकीपर-बल्लेबाज नयन ने 44 टेस्ट में 1442 रन बनाए। उन्होंने 99 कैच लिए और 8 स्टंप किए थे।
भारत के लिए 10 साल एक महीने बाद बाएं हाथ के तेज गेंदबाज ने टेस्ट डेब्यू किया है। पिछली बार जयदेव उनदकट ने दक्षिम अफ्रीका के खिलाफ सेंचुरियन में डेब्यू किया था। उसके बाद उन्हें खेलने का मौका नहीं मिला। उनदकट को एक भी सफलता नहीं मिली। पिछली बार भारत के लिए खेलने वाले बाएं हाथ के तेज गेंदबाज जहीर खान थे। उन्होंने वेलिंगटन में 14 फरवरी 2014 को अपना आखिरी टेस्ट मैच खेला था।