
हर मशहूर अर्थशास्त्री, गरीबों के बीच काम कर रहे गैर-सरकारी संगठनों (एनजीओ) और व्यावहारिक रूप से दुनिया में हर सरकार…
सब्र नाम की चीज खत्म हो गई है। अगर स्कूल में कोई बच्चा एक सवाल को दो-तीन बार पूछ लेता…
संयुक्त राष्ट्र ने खासतौर पर टीकाकरण की धीमी रफ्तार पर चिंता जताते हुए कहा कि टीके की भारी मांग को…
देश जब पिछले साल पूर्णबंदी का समाना कर रहा था तो वह एक ऐसा तजुर्बा था, जिसकी इससे पहले कभी…
‘यंग इंडिया’ में 20 दिसंबर, 1928 को गांधी लिखते हैं, ‘ईश्वर न करे कि भारत भी कभी पश्चिमी देशों के…
मनुष्य अपनी जिन खूबियों के कारण विशिष्ट है, उनमें करुणा सबसे ऊपर है। अपनी इस संवेदनात्मक खासियत से वह जब-जब…
नकारात्मक खबरों के बीच एक सकारात्मक खबर डीआरडीओ देता है : कोविड से बचाने के लिए उसने ‘2 डीजी’ नामक…
विचित्र है कि इस महामारी काल में एक तरफ कॉर्पोरेट क्षेत्र का लाभ बढ़ता गया और दूसरी तरफ श्रमिकों की…
प्रधानमंत्री ने कोरोना के पहले दौर में सारा श्रेय लिया था आसानी से इस महामारी को हराने का, लेकिन जब…
जैसे ही पहली लहर थमी, जांच बेहद धीमी कर दी गई। जब जांच नमूनों की संख्या घटी तो नए संक्रमितों…
‘सुंदर हाथ उन्हीं के होते हैं, जो अच्छे कर्म करें तथा जरूरतमंदों की सेवा करें। अच्छे कार्यों से ही हाथों…
विनोबा भावे को गांधी का आध्यात्मिक उत्तराधिकारी माना गया है। स्वाधीनता आंदोलन के दौरान 18 जनवरी से 14 जुलाई, 1932…