
एक बार मित्रों से बातचीत के क्रम में हिंदी अक्षरों की बात शुरू हो गई।
जब हम मातृभाषा में चीजों को सीखते हैं तो वे हमारे लिए प्राथमिक होती हैं, क्योंकि इसके लिए हमारे मस्तिष्क…
भारत में भाषाओं के विकास के लिए बड़े-बड़े काम करने की बात तो हमेशा होती रही, लेकिन आश्चर्यजनक है कि…
हिंदी में संज्ञा पदों के नाम-निर्धारण की पद्धति का अगर विश्लेषण किया जाए, तो एक बात बहुत स्पष्ट है। अगर…
हिंदी के बढ़ते वैश्विक दबदबे और संसार भर के विश्वविद्यालयों में हिंदी का पढ़ना-पढ़ाना अच्छा है, लेकिन उससे भी अच्छा…
राष्ट्रीय शिक्षा नीति की घोषणा ने देश में कोरोना संकट के बीच एक सकारात्मक विमर्श को जन्म दिया है। इस…
पूर्व राष्ट्रपति डॉ अब्दुल कलाम ने स्वयं के अपने अनुभवों के आधार पर एक बार कहा था कि “मैं अच्छा…
हिंदी व्याकरण की अनेक पुस्तकें लिखी गर्इं और आज भी लिखी जा रही हैं। पर सभी पुस्तकें तरह-तरह की असंगतियों…
असल में किसी भाषाभाषी में जब उच्चता का बोध आ जाता है, तो वह दूसरी भाषा नहीं सीखना चाहता।
राष्ट्रीय संग्रहालय संस्थान दिल्ली के पूर्व कुलसचिव प्रो. विपिन कुमार ठाकुर ने कहा कि कलाकार अपनी अभिव्यक्ति मातृभाषा में ही…
पिछले दिनों आकाशवाणी के अस्थायी उद्घोषकों की स्वर-परीक्षा में निर्णायक के रूप में शामिल होने का अवसर मिला। इस स्वर-परीक्षा…
एक सभ्य लोकतंत्र, राजनीति के पक्ष-प्रतिपक्ष, समर्थन-विरोध या प्रकृति-संस्कृति का ही लोकतंत्र नहीं होता। वह भाषा का लोकतंत्र भी होता…