
हर व्यक्ति अपने जीवन में सुदृढ़ होना चाहता है। चाहे वह शारीरिक, मानसिक स्वास्थ्य की बात हो या फिर आर्थिक…
पर्व-त्योहार मनाने या दिवंगत पूर्वजों की आत्मा की शांति के लिए और उनके प्रति सम्मान दिखाने के लिए दान देने…
वर्जीनिया वुल्फ ने स्त्री के ‘अपने कमरे’ का मुहावरा भले ही लिखने वाली स्त्रियों के लिए दिया था, लेकिन मेरी…
एक समय था जब हर चौथी-पांचवी दुकान दर्जियों की हुआ करती थी। कोई पैंट-कमीज का विशेषज्ञ होता था तो कोई…
तीस जनवरी को रस्मी तौर पर राजघाट पर पुष्पांजलि अर्पित करके, बकौल हरिवंशराय बच्चन, हम उनके फकीरी ठाट को ठेंगा…
पढ़ाई-लिखाई से लेकर रोजगार के मोर्चे पर आने वाली बाधाएं और नाकामी जरूर बहस का विषय बनती रही हैं, मगर…
गलती का अहसास ही वह बिंदु है, जहां से व्यक्ति में सुधार की प्रक्रिया की शुरुआत हो सकती है। सवाल…
आजकल मौसम का क्या रंग है, यह तो सभी जानते हैं, लेकिन इसी के बीच हम सबका जीवन चलता रहता…
कहते हैं कि युवा जिधर चलते हैं, जमाना उधर का रास्ता ही अख्तियार कर लेता है। वैसे भी विश्व इतिहास…
अब हर रोज की शाम यह दर्ज करने लगी हूं कि आज के दिन किन एहसासों ने दिल-दिमाग को घेरे…
एक दिन आॅटोरिक्शा से एक जगह जा रहा था तो उसमें चल रहे लोकगीत ‘सुपुनो जगाई आधी रात में, तनै…
कुछ दिन पहले मां की रसोई में एक पीतल का बर्तन देखा। मन बचपन की यादों में खो गया और…