उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्य नाथ के खिलाफ कथित तौर पर आपत्तिजनक टिप्पणी करने के चलते ‘द वायर’ के संपादक के खिलाफ दो एफआईआर दर्ज की गईं। एफआईआर दर्ज करने के बाद बीते शुक्रवार को अयोध्या पुलिस की एक टीम न्यूज वेबसाइट के संस्थापक-संपादक सिद्धार्थ वरदराजन के दिल्ली स्थित घर पर पहुंची। उन्हें एक नोटिस दिया गया और 14 अप्रैल को पेश होने के लिए कहा।
जिस दिन पुलिस टीम संपादक के घर पहुंची उसी दिन यानी शुक्रवार को दोपहर दो बजे वरदराजन की पत्नी नंदिनी सुंदर ट्वीट के जरिए बताया कि पुलिस ने ऐसे समय में उन्हें अयोध्या में पेश होने के लिए कहा है, जब देशभर में लॉकडाउन लागू है। नंदिनी दिल्ली स्कूल ऑफ इकोनॉमिक्स में समाजशास्त्र की प्रोफेसर हैं।
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द वायर के संपादक को नोटिस की सूचना देने के लिए स्थानीय पुलिसकर्मी खुद दिल्ली आए थे। इसमें कहा गया कि वरदराजन मामले में अपना बयान दर्ज कराने के लिए 14 अप्रैल तक हाजिर हों। अयोध्या के सर्किल ऑफिसर अमर सिंह ने कहा कि टीम के साथ दिल्ली पुलिस का एक पुलिसकर्मी भी था।
पूछने पर कि देश में लॉकडाउन लागू है और द वायर संपादक अयोध्या पुलिस स्टेशन कैसे आ सकते हैं? अयोध्या पुलिस स्टेशन के स्टेशन हाउस ऑफिसर सुरेश पांडे ने रविवार को कहा, ‘मैंने द वायर के संपादक से बात की और उन्हें ईमेल के जरिए अपना बयान भेजने के लिए कहा। वह सोमवार तक अपना बयान भेजने के लिए राजी हो गए।’
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उल्लेखनीय है कि सिटी कोतवाली और अयोध्या कोतवाली पुलिस स्टेशन में 1 अप्रैल को दो मामले दर्ज किए गए। पहला मामला द वायर के अज्ञात संपादक के खिलाफ और दूसरा ‘सिद्धार्थ’ के खिलाफ दर्ज किया गया। एसएचओ पांडे ने कहा, ‘सिटी कोतवाली में दर्ज एफआईआर को अयोध्या पुलिस स्टेशन में दर्ज मामले के साथ मिला दिया गया है क्योंकि दोनों एफआईआर एक ही घटना से संबंधित हैं।’
बता दें कि द वायर के संस्थापक-संपादक सिद्धार्थ वरदराजन के खिलाफ उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के खिलाफ कथित तौर पर फर्जी खबरें फैलाने के आरोप में केस दर्ज किया गया था।

