केंद्रीय महिला एवं बाल विकास मंत्री स्मृति ईरानी ने मंगलवार को अमेठी में कहा कि नेहरू-गांधी परिवार के लोग वर्षों तक यहां से सांसद रहे, लेकिन एक बस अड्डा तक नहीं बनवा सके। केंद्रीय मंत्री ने केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार के 8 साल पूरे होने के मौके पर अमेठी के गौरीगंज कलेक्ट्रेट में आयोजित कार्यक्रम में कहा, ‘नेहरू-गांधी परिवार ने यहां से अपनी राजनीति आगे बढ़ाई लेकिन लोगों को उनके हालात पर ही छोड़ दिया।

ईरानी ने कहा, ‘2019 से पहले अमेठी में सांसद महोदय खोजने से नहीं मिलते थे। उनके पास अमेठी आने का समय ही नहीं था। वह तो विदेश घूमा करते थे। अमेठी के पूर्व सांसद ने कभी यहां की बात सदन में नहीं रखी। नेहरू-गांधी खानदान ने हमेशा अमेठी का उपहास किया। यहां के लोगों के साथ छल किया।’

स्मृति ईरानी ने राहुल गांधी पर निशाना साधते हुए कहा, ‘वह जो कर रहे थे, उसके बारे में उन्हें पता भी था। उन्हें मालूम था कि अमेठी की जनता में आक्रोश है। यही कारण है कि वह 2019 में केरल भाग गए थे।’ ईरानी ने आरोप लगाया कि नेहरू-गांधी खानदान ने मेडिकल कॉलेज बनाने के नाम पर अमेठी के किसानों से जमीन ली, लेकिन उस पर अपना गेस्ट हाउस खड़ा कर लिया।

उन्होंने कहा, ‘नेहरू-गांधी खानदान 40 साल तक अमेठी के लोगों को मेडिकल कॉलेज का सपना दिखाता रहा, लेकिन उसके सदस्य विदेश घूमते रहे। अमेठी में मेडिकल कॉलेज और पासपोर्ट केंद्र खोलने का काम प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने किया।’

ईरानी ने आगे कहा, ‘अमेठी को हवाई सेवा और बस अड्डे से जोड़ने का काम भाजपा की सरकार ने किया। कांग्रेस की सोच और कार्यों से लोगों का लोकतंत्र से विश्वास उठ गया था, लेकिन देश में एक परिवर्तन आया और पहली बार प्रधान सेवक के रूप में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी चुने गए, जिससे लोकतंत्र में जनता का भरोसा फिर से कायम हुआ।

2014 में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अमेठी के कौहार में रैली करने आए थे, जो देश के इस ‘भ्रष्टाचारी खानदान’ के खिलाफ एक जंग का ऐलान था और आखिरकार उसे सत्ता से उखाड़ फेंकने में सफलता हासिल हुई।’ केंद्रीय मंत्री ने कार्यक्रम में प्रधानमंत्री आवास योजना के लाभार्थियों को मकान की चाभी और मुद्रा ऋण के प्रमाणपत्र का वितरण भी किया।