बिहार में कोरोना का हॉटस्पॉट बना पटना का खाजपुर इलाका प्रशासन द्वारा सील कर दिया गया है। इलाके के रास्तों पर बैरीकेडिंग करके लोगों को घरों से बाहर ना निकलने के निर्देश दिए गए हैं। इतना ही नहीं प्रशासन ड्रोन कैमरों से इलाके की निगरानी कर रहा है। डीएम, एसएसपी ने आज इस इलाके का दौरा किया। बता दें कि खाजपुर इलाके में बीते दिनों एक कोरोना संक्रमित महिला की मौत हो गई थी।
बिहार में कोरोना के मामले बढ़ते जा रहे हैं। आज कोरोना के 27 नए केस सामने आए हैं। ये मामले बिहार के नालंदा,मुंगेर और बक्सर जिलों में मिले हैं। जिसके बाद राज्य में कोरोना मरीजों की संख्या बढ़कर 182 हो गई है। शुक्रवार को इससे पहले मुंगेर में कोरोना के 6 नए केस मिल चुके हैं। राज्य में कोरोना से अभी तक 2 लोगों की मौत हुई है।
बिहार के कुल 38 जिलों में से अब तक 18 जिलों में कोविड-19 के मामले आए हैं। प्रदेश में सबसे अधिक मामले मुंगेर में 37, नालंदा में 34, सिवान में 30, पटना में 24, बेगुसराय नौ, बक्सर में 10, कैमूर में आठ, रोहतास में सात, गया एवं भागलपुर में पांच-पांच, गोपालगंज एवं नवादा में तीन—तीन, बांका में दो तथा सारण, लखीसराय, वैशाली, भोजपुर एवं पूर्वी चंपारण में एक—एक मामले सामने आए हैं।
कोटा में फंसे बिहार के कई हजार छात्र अनशन पर बैठ गए हैं। छात्रों की मांग है कि अन्य राज्यों की तरह बिहार सरकार भी उन्हें अपने घर लेकर जाए। बता दें कि बीते दिनों यूपी और मध्य प्रदेश सरकार ने अपने छात्रों को कोटा से निकाल लिया है। हालांकि नीतीश कुमार ने यूपी सरकार के फैसले की आलोचना भी की थी और इसे सोशल डिस्टेंसिंग का उल्लंघन बताया था। अब खुद छात्रों के अनशन के बाद नीतीश कुमार घिरते नजर आ रहे हैं।
बिहार के करीब 12 हजार छात्र कोटा में फंसे हुए हैं। अनशन कर रहे छात्रों ने नाराजगी जाहिर करते हुए कहा कि क्या सिर्फ एमएलए के बच्चे ही घर जा सकते हैं? बता दें कि बीते दिनों बिहार में एक भाजपा विधायक अपनी बेटी को कोटा से बिहार ले गए थे, जिस पर काफी विवाद भी हुआ था। वहीं इस मुद्दे पर राजनीति शुरू हो गई है। विपक्षी नेता तेजस्वी यादव ने इस मुद्दे पर नीतीश सरकार पर निशाना साधा है। वहीं कांग्रेस पार्टी ने कहा है कि यदि सरकार मंजूरी दे तो कांग्रेस पार्टी अपने खर्चे पर बच्चों को बिहार लाने के लिए तैयार है।
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ओमान से लौटे सिवान निवासी एक मरीज के संपर्क में बीते दिनों आने से अब तक 23 लोगों में कोरोना वायरस संक्रमण की पुष्टि हो चुकी है ।
वहीं कतर से लौटे मुंगेर निवासी एक मरीज, जिसकी 21 मार्च को पटना एम्स में मौत हो गयी थी, के संपर्क में आए 11 लोगों में कोरोना वायरस संक्रमण की पुष्टि हुई थी। बिहार में अब तक कोरोना वायरस के 14,924 संदिग्ध नमूनों की जांच की जा चुकी है और 44 मरीज ठीक हो चुके हैं।
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गौरतलब है कि पटना एम्स में कोरोना संक्रमित मुंगेर जिला निवासी एक मरीज की गत 21 मार्च को तथा वैशाली जिला निवासी एक मरीज की शुक्रवार को मौत हो गयी थी ।बिहार के कुल 38 जिलों में से 18 जिलों में कोविड-19 के मामले अब तक प्रकाश में आए हैं ।
बिहार का एक अप्रवासी मजदूर लॉकडाउन के चलते यूपी से छिपकर बिहार पहुंच गया। इसके बाद जब वह पुलिस के पास पहुंचा और कोरोना की जांच कराने की मांग की तो पुलिस ने उसे अस्पताल जाने को कहा। इसके बाद मजदूर थककर एक पेड़ के नीचे सो गया, जब स्थानीय लोग उसके पास पहुंचे तो वह कहने लगा कि मैं कोरोना संक्रमित हूं तो इलाके में हड़कंप मच गया। इसके बाद पुलिस को सूचना दी गई और फिर स्वास्थ्य विभाग की टीम उसे अपने साथ लेकर चली गई।
बिहार के अररिया में ड्यूटी पर तैनात एक चौकीदार ने लॉकडाउन के दौरान एक अधिकारी की गाड़ी को रोक दिया था, जिसके बाद नाराज अधिकारी ने चौकीदार को सरेआम उठा-बैठक करायी थी। जिसकी वीडियो भी सामने आयी थी, अब उस घटना के सात दिन बाद पुलिस ने अधिकारी के खिलाफ केस दर्ज किया है।
मुंगेर में कोरोना के मामले बढ़ने के बाद प्रशासन ने जिले के राजकीय पॉलिटेक्निक कॉलेज को क्वारंटीन सेंटर बना दिया है। अब जिले के कोरोना मरीजों को यहां पर आइसोलेट किया जाएगा।
स्वास्थ्य सचिव संजय कुमार ने बताया कि नालंदा में जो मामले सामने आए हैं उनमें एक पुरुष (28) अस्थावां से तथा दो महिलाएं (38 एवं 55 वर्ष) हैं। उन्होंने बताया कि बक्सर जिले के नया भोजपुर में एक 60 वर्षीय महिला और छह साल की बच्ची के संक्रमित होने की पुष्टि हुई है, दोनों के संपर्क में आए लोगों का पता लगाया जा रहा है।
स्वास्थ्य विभाग के प्रधान सचिव संजय कुमार ने शुक्रवार को बताया कि मुंगेर जिले के जमालपुर के सदर बाजार में छह, नालंदा में तीन, बक्सर जिले के नया भोजपुर में दो एवं बांका में संक्रमण का एक मामला सामने आया है। उन्होंने बताया कि मुंगेर जिले के जमालपुर के सदर बाजार में आज जो कोरोना वायरस संक्रमण के मामले प्रकाश में आए हैं उनमें तीन पुरुष तथा तीन महिलाएं शामिल हैं।
नालंदा, बक्सर में कोरोना के 5 नए मामले सामने आए हैं। जिसके बाद राज्य में कोरोना मरीजों की संख्या बढ़कर 182 हो गई है।
बिहार में कोरोना का हॉटस्पॉट बना पटना का खाजपुर इलाका प्रशासन द्वारा सील कर दिया गया है। इलाके के रास्तों पर बैरीकेडिंग करके लोगों को घरों से बाहर ना निकलने के निर्देश दिए गए हैं। इतना ही नहीं प्रशासन ड्रोन कैमरों से इलाके की निगरानी कर रहा है। बता दें कि खाजपुर इलाके में बीते दिनों एक कोरोना संक्रमित महिला की मौत हो गई थी, जिसके संपर्क में आने से कई लोगों के संक्रमित होने का खतरा है।
बिहार के पड़ोसी राज्य झारखंड में भी कोरोना मरीजों की संख्या में इजाफा हो रहा है। राज्य में कोरोना के मामले बढ़कर 56 हो गए हैं और राज्य की राजधानी रांची में कोरोना के सबसे ज्यादा केस सामने आए हैं।
बिहार में कोरोना के 6 नए मामले सामने आए हैं। आज ही 6 केस पहले ही सामने आ चुके हैं। जिसके बाद राज्य में कोरोना मरीजों की संख्या बढ़कर 182 हो गई है। ताजा मामले नालंदा, बिहार शरीफ और मुंगेर में सामने आए हैं।
बिहार में कोरोना तेजी से फैल रहा है। वहां 24 घंटे में कोरोना के 27 नए केस सामने आए हैं। इसके साथ ही राज्य में कुल संक्रमितों की संख्या बढ़कर अब 176 हो चुकी है। राज्य में पिछले तीन दिनों में मरीजों का आंकड़ा 96 से बढ़कर 176 पर पहुंच गया है जो करीब दोगुना है। राज्य के अब 18 जिले इस वक्त कोरोना की चपेट में हैं। अब तक दो लोगों की मौत कोरोना से हो चुकी है।
बिहार में शराबबंदी लागू है और इसके साथ ही पूरे देश में लॉकडाउन के हालात हैं। इसके बावजूद सारण जिले के जलालपुर थाने के रामपुर नूरनगर गांव में शराब बेची जा रही थी। इसकी सूचना पुलिस को मिली तो पुलिस की एक टीम मौके पर छापेमारी करने पहुंची। लेकिन आरोपियों ने पुलिस टीम पर ही हमला कर दिया। इस हमले में थानाध्यक्ष समेत पांच पुलिसकर्मी घायल हो गए हैं।
बिहार में अब किताबों और स्टेशनरी की दुकानें खुल सकेंगी। बिहार सरकार ने इसके निर्देश दिए हैं। केंद्र सरकार से मिले दिशा निर्देश के बाद राज्य सरकार के गृह विभाग ने सभी जिलाधिकारियों और एसएसपी-एसपी को आदेश जारी कर कहा कि किताबों की दुकानों को खोलने के संबंध में जिलाधिकारी शर्तो के साथ अनुमति देंगे। लोगों से इस दौरान सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करने को कहा गया है।
बिहार में पिछले 24 घंटे में 16 नए मरीज सामने आए हैं। इन नए मरीजों में से दस मुंगेर जिले के रहने वाले हैं, जबकि छह सासाराम के रहने वाले हैं।
देशभर में जारी लॉकडाउन के चलते बिहार के करीब 20 लाख मजदूर देश के अलग अलग हिस्सों में फंसे हुए हैं। बिहार सरकार ने गुरूवार को पटना हाईकोर्ट में यह जानकारी दी है। सरकार ने बताया कि इन मजदूरों को भोजन, राशन व तत्काल एक-एक हजार रुपए की मदद पहुंचाने का काम किया जा रहा है। हालांकि सरकार ने कहा है कि इन मजदूरों को वापस बिहार लाना संभव नहीं है।
आज covid-19 के छह नए मरीजों में तीन पुरुष और तीन महिलाएं शामिल हैं। ये सभी मुंगेर जिले के जमालपुर के सदर बाजार के ही हैं जहां से गुरुवार को भी चार नए मरीज पाए गए थे।
बिहार में आज कोरोना संक्रमण के 6 और नए मामले मिले हैं। जिसके बाद राज्य में कुल कोरोना मरीजों की संख्या बढ़कर 176 हो गई है। राज्य के मुख्य सचिव (स्वास्थ्य) संजय कुमार ने यह जानकारी दी है।
बिहार में अब किताबों और स्टेशनरी की दुकानें खुल सकेंगी। बिहार सरकार ने इसके निर्देश दिए हैं। केंद्र सरकार से मिले दिशा निर्देश के बाद राज्य सरकार के गृह विभाग ने सभी जिलाधिकारियों और एसएसपी-एसपी को आदेश जारी कर कहा कि किताबों की दुकानों को खोलने के संबंध में जिलाधिकारी शर्तो के साथ अनुमति देंगे। लोगों से इस दौरान सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करने को कहा गया है।
भारत में कोरोनावायरस संक्रमितों की संख्या में इजाफा जारी है। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के मुताबिक, शुक्रवार (24 अप्रैल( की सुबह तक देश में संक्रमितों की संख्या 23 हजार के आंकड़े को पार कई गई है। देश में अब कुल 23,077 कोरोना के मामले हैं। इनमें से 17,610 एक्टिव केस हैं, जबकि 4748 लोग डिस्चार्ज हो चुके हैं। इसके अलावा पिछले 24 घंटे में 37 लोगों की कोरोना से मौत हुई है। देश में कुल मृतकों का आंकड़ा अब बढ़कर 718 पहुंच गया है। पढ़ें पूरी खबर...
जमालपुर में पिछले एक सप्ताह में एक दर्जन से अधिक कोरोना वायरस संक्रमण के मामले प्रकाश में आए हैं । इनमें से अधिकांश 60 वर्षीय उस सब्जी विक्रेता के संपर्क में आए लोग हैं, जिन्होंने पिछले महीने नालंदा जिले के बिहारशरीफ में तबलीगी जमात के एक कार्यक्रम में भाग लेने के लिए पैदल यात्रा की थी।संजय ने बताया कि सिवान जिले के गोरियाकोठी में 20 वर्षीय पुरुष में कोरोना वायरस संक्रमण की पुष्टि हुई है और उसके संपर्कों के बारे में पता लगाया जा रहा है।
कोरोना संकट और लॉकडाउन के चलते बिहार से बाहर फंसे सभी छात्रों के लिए बिहार सरकार ने हेल्पलाइन नंबर 0612-2294600 जारी किया है। इस पर छात्रों द्वारा जानकारी उपलब्ध कराए जाने के बाद उन तक सहायता पहुंचाई जाएगी। आपदा प्रबंधन विभाग ने इसका प्रारूप तैयार किया है। बिहार से बाहर फंसे लगभग 20 लाख 81 हजार श्रमिकों ने आवेदन किया था, जिनमें 12.78 लाख के खाते में मुख्यमंत्री सहायता राशि के रूप में एक-एक हजार रुपये दिए जा चुके हैं।
बिहार में कोरोना वायरस संक्रमण के मामले अब तक सबसे अधिक 31 नालंदा एवं मुंगेर में, सिवान में 30, पटना में 24, बेगुसराय में नौ, बक्सर एवं कैमूर में आठ-आठ, रोहतास में सात, गया एवं भागलपुर में पांच- पांच, गोपालगंज एवं नवादा में तीन—तीन तथा सारण, लखीसराय, वैशाली, भोजपुर, बांका एवं पूर्वी चंपारण में एक—एक मामले प्रकाश में आए हैं ।
बिहार में कोरोना तेजी से फैल रहा है। आलम यह है कि पिछले 24 घंटों में राज्य में कोरोना के 27 नए मामले मिले हैं। इसके साथ ही राज्य में कोरोना मरीजों की संख्या बढ़कर अब 170 हो गई है। पिछले तीन दिनों में यह संख्या करीब दोगुनी हो चुकी है।
जमालपुर में पिछले एक सप्ताह में एक दर्जन से अधिक कोरोना वायरस संक्रमण के मामले प्रकाश में आए हैं। इनमें से अधिकांश 60 वर्षीय उस सब्जी विक्रेता के संपर्क में आए लोग हैं, जिसने पिछले महीने नालंदा जिले के मुख्यालय बिहारशरीफ में तबलीगी जमात के एक कार्यक्रम में शामिल होने के बाद पैदल यात्रा की थी।
बिहार मुंगेर और रोहतास जिले में बृहस्पतिवार को कोरोना संक्रमण के 19 नये मामले के प्रकाश में आने के साथ प्रदेश में कुल संक्रमितों की संख्या बढ़कर 153 हो गई है। स्वास्थ्य विभाग के प्रधान सचिव संजय कुमार ने बृहस्पतिवार को बताया कि मुंगेर जिले में चार और रोहतास जिला मुख्यालय सासाराम में छह कोरोना वायरस संक्रमण के मामले प्रकाश में आए। उन्होंने बताया कि मुंगेर जिले के जमालपुर के सदर बाजार में आज जो कोरोना वायरस संक्रमण के मामले प्रकाश में आए हैं उनमें एक पुरुष (30) तथा तीन महिलाएं (क्रमश: 68, 61 एवं 60 वर्ष) शामिल हैं। जमालपुर में पिछले एक सप्ताह में एक दर्जन से अधिक कोरोना वायरस संक्रमण के मामले प्रकाश में आए हैं। इनमें से अधिकांश 60 वर्षीय उस सब्जी विक्रेता के संपर्क में आए लोग हैं, जिसने पिछले महीने नालंदा जिले के मुख्यालय बिहारशरीफ में तबलीगी जमात के एक कार्यक्रम में शामिल होने के बाद पैदल यात्रा की थी। बिहार में अबतक 13,785 लोगों के नमूनों की जांच की गई है। वहीं कुल 44 कोविड-19 मरीज ठीक हुए हैं।
बिहार में 22 मार्च को कोरोना वायरस संक्रमण का पहला मामला प्रकाश में आया था । बिहार में अबतक 13843 कोरोना संदिग्ध सैंपल की जांच की जा चुकी है और कोरोना संक्रमित 42 मरीज ठीक भी हुए हैं।
बिहार के मुंगेर और रोहतास जिले में बृहस्पतिवार को कोरोना वायरस से संक्रमण के सात नये मामले प्रकाश में आने के साथ प्रदेश में कोविड-19 के कुल मरीजों की संख्या बढ़कर 150 हो गई है। स्वास्थ्य विभाग के प्रधान सचिव संजय कुमार ने बृहस्पतिवार को बताया कि मुंगेर जिले में चार और रोहतास जिला मुख्यालय सासाराम में तीन कोविड-19 के मामलों की पुष्टि हुई। उन्होंने बताया कि मुंगेर जिले के जमालपुर के सदर बाजार में आज जो कोरोना वायरस संक्रमण के मामले प्रकाश में आए हैं उनमें एक पुरुष (30) तथा तीन महिलाएं (क्रमश: उम्र 68, 61 एवं 60 वर्ष) शामिल हैं।
जमालपुर में पिछले एक सप्ताह में एक दर्जन से अधिकतर कोरोना वायरस संक्रमण के मामले प्रकाश में आए। इनमें से अधिकतर 60 वर्षीय उस सब्जी विक्रेता के संपर्क के हैं, जिन्होंने पिछले महीने नालंदा जिले के बिहारशरीफ में तब्लीगी जमात के एक कार्यक्रम में भाग लेने के लिए पैदल यात्रा की थी।
बिहार के कुल 38 जिलों में से 17 जिलों में कोविड 19 के मामले अबतक प्रकाश में आए हैं । बिहार में कोरोना वायरस संक्रमण के मामले अब तक सबसे अधिक 31 नालंदा एवं मुंगेर में, सिवान में 29, पटना में 16, बेगुसराय में 9, बक्सर में 8, गया एवं भागलपुर में 5-5, गोपालगंज एवं नवादा में तीन—तीन, रोहतास में दो तथा सारण, लखीसराय, वैशाली, भोजपुर, बांका एवं पूर्वी चंपारण में एक-एक मामले प्रकाश में आए हैं ।
केंद्रीय उपभोक्ता मामले, खाद्य और सार्वजनिक वितरण मंत्री रामविलास पासवान ने बृहस्पतिवार को कहा कि बिहार सरकार उन 14 लाख लोगों की सूची शीध्र भेजे जिन्हें राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा अधिनियम (एनएफएसए) के तहत अनाज नहीं मिल पा रहा है, ताकि उनके लिए अनाज भेजा जा सके । पासवान ने फोन पर कहा कि पूरे देश में 71 करोड लोगों को राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा अधिनियम का लाभ मिलना हैपर उनमें 39 लाख लोगों को अबतक राशन कार्ड जारी नहीं किया जा सका है। बिहार यह संख्या सबसे अधिक 14 लाख है । उन्होंने कहा कि बिहार सरकार इन 14 लाख लोगों के नाम शीध्र भेजे और ताकि उनके लिए अनाज भेजा जा सके । पासवान ने कहा कि इस संबंध में उपमुख्यमंत्री से बात की है और आज एक पत्र भी राज्य सरकार को हम लिख रहे हैं । उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री गरीब कल्याण अन्न योजना के तहत बिहार के लिए 12.97 लाख मेट्रिक टन अनाज (4.32 लाख मेट्रिक टन प्रति महीना) आवंटित किया गया है जिसमें से राज्य ने लॉकडाउन के बाद 4.29 लाख मेट्रिक टन का उठाव कर लिया है
जमालपुर में पिछले एक सप्ताह में एक दर्जन से अधिकतर कोरोना वायरस संक्रमण के मामले प्रकाश में आए। इनमें से अधिकतर 60 वर्षीय उस सब्जी विक्रेता के संपर्क के हैं, जिन्होंने पिछले महीने नालंदा जिले के बिहारशरीफ में तब्लीगी जमात के एक कार्यक्रम में भाग लेने के लिए पैदल यात्रा की थी।
मुंगेर में पाए गए चार मरीजों में तीन महिलाएं हैं जिनकी उम्र क्रमशः 68,61,60 है तो वहीं 36 साल का एक युवक भी कोरोना पॉजिटिव पाया गया है। राज्य में रिकवी रेट में भी कमी दर्ज की गई है।
बिहार के प्रधान स्वास्थ्य सचिव संजय कुमार के मुताबिक राज्य में मुंगेर में 4नए COVID19 पॉजिटिव मामले सामने आए हैं। उनके संपर्क ट्रेस किए जा रहे हैं। राज्य में पॉजिटिव मामलों की कुल संख्या अब 148 हो गई है।
बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री जीतनराम मांझी पर लॉकडाउन के उल्लंघन का आरोप लगा है। बुधवार को मांझी अपने गांव गया के महकार गए थे। जब वो गांव से आ रहे थे तब उनकी गाड़ियों का काफिला गया और नालंदा से होते हुए निकला। इस दौरान सायरन बजाकर वीआईपी मूवमेंट का इशारा भी किया गया। बता दें कि लॉकडाउन के नियमानुसार एक गाड़ी में तीन से ज्यादा लोग नहीं जा सकते। साथ ही गाड़ियों का काफिला नहीं जा सकता। लेकिन ऐसा नहीं हुआ। जब मांझी से पूछा गया तो उन्होंने कहा आम आदमी से मेरी तुलना कीजिएगा तो आज फिर महकार चला जाऊंगा।
नालंदा भी सीवान को पछाड़कर अब मुंगेर की बराबरी पर आ गया है। यहां भी कोरोना के कुल मामले बढ़कर 31 हो गए हैं। बुधवार से गुरुवार तक यहां कोरोना के तीन नए मरीज बढ़े। जिले में दुबई से लौटा एक युवक कई दिनों तक घर में छुपा हुआ था। इससे 29 लोग संक्रमित हो गए। हालांकि, वह अब ठीक हो चुका है। उस युवक के निकट परिजनों की बड़ी तादाद है जो इस वक्त पीड़ित हैं।
आंकड़ों पर गौर करें तो 17 प्रभावित जिलों में अब सीवान से भी आगे मुंगेर निकल चुका है। मुंगेर में कुल 31 मामले हैं जबकि सीवान में 29 मामले हैं। इसके अलावा नालंदा में भी 29, पटना में 21, बेगूसराय में 9, बक्सर में 8, गया और भागलपुर में 5-5, गोपालगंज और नवादा में तीन—तीन, रोहतास में दो तथा सारण, लखीसराय, वैशाली एवं भोजपुर में एक—एक मामले प्रकाश में आए हैं। बांका और पूर्वी चंपारण भी एक-एक मामले के साथ इस सूची में शामिल हो गया है।
रोहतास की एक और महिला आज निकली कोरोना पॉजिटिव। राज्य में मरीजों का कुल आंकड़ा हुआ 148। राज्य के स्वास्थ्य सचिव संजय कुमार ने इसकी जानकारी दी है। उन्होंने बताया कि 36 साल की महिला कोरोना मरीज के संपर्क में आई थीं। इस वजह से उनमें भी कोरोना का संक्रमण फैल गया। इस तरह पिछले 24 घंटों में राज्य में कुल 22 नए मामले सामने आ चुके हैं।
पिछले 24 घंटे में राज्यभर में 21 नए मामले सामने आए। राजधानी पटना में ही आठ नए केस पॉजिटिव मिले हैं। राजधानी के खाजपुरा इलाके में 6 नए मरीज मिले हैं। जगदेव पथ और सालिमपुरा में भी कोरोना पॉजिटिव मरीज मिला है। पटना में कुल संक्रमितों की संख्या बढ़कर 16 हो गई है।
बिहार में कोरोना मरीजों की संख्या बढ़कर 147 हो गई है। गुरुवार (23 अप्रैल) को मुंगेर के सदर बाजार इलाके में 4 कोरोना पॉजिटिव नए मरीज मिलने की पुष्टि हुई है। उनमें 3 महिला और एक 30 साल का युवक है। राज्य के प्रधान स्वास्थ्य सचिव संजय कुमार ने इसकी जानकारी दी है। मुंगेर अब राज्य का हॉटस्पॉट बन चुका है और 31 मरीजों के साथ सीवान को भी पीछे छोड़ चुका है।
लखीसराय जिला प्रशासन ने संक्रमण से बचने के लिए पड़ोसी चार जिलों से मिलने वाली सीमा सील कर दी है। लखीसराय की सीमा पटना, शेखपुरा, मुंगेर और जमुई से मिलती है। वहां के पुलिस अधीक्षक सुशील कुमार ने मीडिया को बताया कि कोरोना के बढ़ते मामलों को देखते हुए जिले मे पूरी सख्ती से लॉकडाउन नियमों का पालन करवाया जा रहा है। इसका उल्लंघन करने वालों पर कानूनी कार्रवाई की जा रही है और उनकी बाइक एवं चार पहिया वाहनों को जब्त किया जा रहा है।
नालंदा में एक शख्स ने कोरोना से जंग जीत ली है। नालंदा निवासी महताब आलम को कल शाम एनएमसीएच से डिस्चार्ज कर दिया गया। उनकी दो रिपोर्ट निगेटिव आई थी। हालांकि, डॉक्टरों ने उन्हें अभी भी क्वारंटीन में रहने का सुझाव दिया है।