समाजवादी पार्टी के नेता अबु आजमी ने महाराष्ट्र के सीएम उद्धव ठाकरे को चुनौती दी है कि वे महाराष्ट्र का नाम बदलकर छत्रपति शिवाजी महाराज के नाम पर रखें। औरंगाबाद का नाम संभाजी नगर किए जाने के बाद शुरू हुए विवाद को लेकर समाजवादी पार्टी के नेता ने ये चुनौती दी है। समाजवादी पार्टी के विधायक ने सीएम ठाकरे और एनसीपी प्रमुख शरद पवार से कहा है कि वे महाराष्ट्र का नाम या तो छत्रपति शिवाजी महाराज के नाम पर रखें या स्वराज्य के नाम पर।
आजमी ने कहा, “इन दिनों औरंगाबाद का नाम बदलकर सियासत की जा रही है। अगर नाम बदलने से विकास होता है तो अच्छी बात है लेकिन रायगढ़ का नाम संभाजी नगर करना चाहिए और राज्य का नाम छत्रपति शिवाजी महाराज के नाम पर करना चाहिए।” इस मामले में आजमी ने राज्य सरकार को एक पत्र लिखा है। आजमी ने कहा, “या फिर महाराष्ट्र का नाम स्वराज्य किया जाए। अगर आप ऐसा नहीं कर सकते हैं तो नाम बदलने की सियासत छोड़ दीजिए। ” आजमी ने कहा था कि नाम बदलने से क्या होगा अगर आपको करना ही है तो कुछ नए जिले बना दीजिए।आजमी ने ठाकरे से अपील की थी कि वे यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ जैसे काम न करें।
शिवसेना की लंबे समय से मांग रही है कि औरंगाबाद का नाम संभाजीनगर होना चाहिए। जिसके बाद ये बहस छिड़ गई। शिवसेना नेता संजय राउत ने कहा था कि शिवसेना औरंगाबाद का नाम संभाजी नगर कर के रहेगी। राउत ने कहा, “हिंदू हृदय सम्राट बालासाहेब ठाकरे ने कई साल पहले औरंगाबाद का नाम संभाजीनगर किए जाने की मांग की थी। इसमें बस कुछ प्रशासनिक काम बचा है। कायदे से ये बीजेपी के समय पर होना चाहिए था लेकिन हुआ नहीं। हालांकि उनको इस पर राजनीति नहीं करनी चाहिए और चिंता करने की जरूरत नहीं है।”
मेरा मुख्य मंत्री श्री उद्धव ठाकरे जी @OfficeofUT और श्री शरद पवार जी @PawarSpeaks से निवेदन है की औरंगाबाद के नाम को बदलने को लेकर जो राजनीति हो रही है उसे बंद करने की कृपा करें। pic.twitter.com/TWE6RHLWWC
— Abu Asim Azmi (@abuasimazmi) January 6, 2021
उन्होंने कहा कि बातचीत के जरिए समाधान निकाल लिया जाएगा। मालूम हो कि शिवसेना ने साल 1995 में मांग की थी कि औरंगाबाद का नाम बदलकर संभाजीनगर किया जाना चाहिए। मामले में कांग्रेस के बालासाहेब थोराट का कहना है कि वे इस तरह के कदम के साथ नहीं है। वे औरंगाबाद का नाम बदले जाने के सख्त खिलाफ हैं। उन्होंने कहा था कि ये कॉमन मिनिमम प्रोग्राम का हिस्सा था ही नहीं।