DUSU Elections के चुनाव परिणाम घोषित किए जा चुके हैं। डूसू चुनाव में एबीवीपी और एनएसयूआई दोनों छात्र दलों ने दो – दो पदों पर कब्जा जमाया है जबकि इसके ठीक उलट वामदलों के छात्र संगठनों का इन चुनावों में बुरा हाल रहा। न्यूज एजेंसी पीटीआई की एक रिपोर्ट के अनुसार, डूसू चुनाव में चारों पदों पर SFI और AISA के कैंडिडेट्स को मिले वोट नोटा से थोड़े ही ज्यादा है।

रिपोर्ट के अनुसार, डूसू चुनाव में अध्यक्ष, उपाध्यक्ष, सचिव और सह सचिव पद पर नोटा पर डाले गए कुल वोटों की संख्या 20,748 है जबकि इन पदों पर चुनाव लड़े SFI और AISA के कैंडिडेट्स को मिले कुल वोटों की संख्या 20,827 है।

लेफ्ट प्रत्याशियों को मिले कितने वोट?

डूसू चुनाव में अध्यक्ष पद पर AISA प्रत्याशी सावी गुप्ता को 3,906 जबकि 4,411 प्रत्याशियों ने नोटा का बटन दबाया। ठीक इसी तरह उपाध्यक्ष पद पर लेफ्ट के आयुष मंडल को 3,650 वोट मिले जबकि नोटा को 4,411 ने सही समझा।

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अन्य दो पदों सचिव और सह सचिव पद पर लेफ्ट के प्रत्याशियों को नोटा से ज्यादा वोट मिले। सचिव पद पर लेफ्ट की प्रत्याशी अनामिका के. को  5,676 वोट मिले, यह नोटा से थोड़ी ज्यादा है। सचिव पर 5,660 स्टूडेंट्स ने नोटा का चयन किया। सह सचिव पद पर लेफ्ट प्रत्याशी को नोटा से थोड़े ज्यादा वोट मिले। डूसू चुनाव में सह सचिव पद लेफ्ट के कैंडिडेट स्नेहा गुप्ता को 8,806 वोट मिले जबकि 6,771 स्टूडेंट्स ने नोटा चुना।

DUSU के नए अध्यक्ष रौनक खत्री ने जीत के बाद क्या कहा?

डूसू के नए अध्यक्ष रौनक खत्री ने जीत दर्ज करने के बाद न्यूज एजेंसी ANI से बातचीत में कहा, “यह एक ऐतिहासिक जीत है…मैं दिल्ली विश्वविद्यालय में बदलाव की राजनीति स्थापित करने के लिए सभी छात्रों का आभार व्यक्त करता हूं। हम बुनियादी ढांचे के विकास, शैक्षिक सुधार और उपस्थिति नीति और अंकन नीति के निर्माण सहित मुद्दों पर ध्यान केंद्रित करेंगे।” वहीं डूसू सचिव पद पर जीत दर्ज करने वाले NSUI के लोकेश चौधरी ने कहा, “दिल्ली विश्वविद्यालय के हर छात्र ने मुझ पर जिस तरह का प्यार बरसाया है, उसके बाद कहने के लिए कुछ नहीं बचा है। मैं उन्हें (छात्रों को) विश्वास दिलाता हूं कि आज की जीत के बाद लोकेश चौधरी पूरे साल उनके साथ रहेंगे…” यहां देखें DUSU Election 2024 Winner List