कोरोनावायरस का संक्रमण कम करने के लिए सरकार ने देश में 3 मई तक लॉकडाउन कर रखा है। आवश्यक सेवाओं को छोड़कर हर तरह की गतिविधियां ठप हैं। शराब की दुकानें भी बंद हैं। हालांकि, राजस्थान में सत्ताधारी कांग्रेस के एक विधायक ने अजीबोगरीब दलील देकर मुख्यमंत्री अशोक गहलोत से शराब की दुकानें खोलने की अपील की है। इनका नाम है भरत सिंह कुंदनपुर। भरत सिंह कुंदनपुर राजस्थान के सांगोद क्षेत्र से कांग्रेस विधायक हैं।

उन्होंने इसके लिए मुख्यमंत्री को चिट्ठी लिखी है। चिट्ठी में उन्होंने आग्रह किया है कि मुख्यमंत्री लॉकडाउन के दौरान सूबे में शराब की दुकानों को खोलने का आदेश दें। इसके पीछे उन्होंने कई तर्क दिए हैं। एक दलील बड़ी अजीबोगरीब है। विधायक ने लिखा है कि कोविड-19 का वायरस, हाथों को शराब से धोने पर साफ हो सकता है तो पीने वाले गेल से वायरस ही साफ होगा। अवैध देसी शराब पीकर जान गंवाने से तो यह कहीं अच्छा है। इसलिए सरकार को शराब की दुकानें खोलने की मंजूरी देनी चाहिए।

विधायक ने पत्र में यह भी चिंता जाहिर की है कि शराब की दुकानों के नहीं खुलने के कारण अवैध शराब की बिक्री और धंधा बढ़ रहा है। उन्होंने लिखा है कि शराब की दुकानें नहीं खुलने के कारण सूबे की अर्थव्यवस्था की कमर टूट गई है। राज्य भर में अवैध देसी शराब बनाई और बेची जा रही है। लॉकडाउन के कारण बाजार में शराब की मांग बढ़ गई है। इसलिए पीने वाले इसे (अवैध शराब) खरीद रहे हैं। वैध शराब की बिक्री नहीं होने से सरकार को राजस्व की हानि हो रही है। दूसरी ओर, अवैध शराब पीने वालों के स्वास्थ्य को खतरा पैदा हो रहा है।

विधायक ने अपने पत्र में प्रदेश की दो खबरों का भी जिक्र किया। इसमें एक भरतपुर जिले के हलैना गांव की थी। वहां अवैध देसी शराब पीने से दो लोगों की आंख की रोशनी चली गई। दूसरी लॉकडाउन के दौरान हुए घाटे की भरपाई करने के लिए सरकार द्वारा एक्साइज ड्यूटी बढ़ाने की थी। विधायक के मुताबिक, 2020-21 में प्रदेश सरकार ने शराब से 12,500 करोड़ रुपए का राजस्व हासिल करने लक्ष्य रखा है।



उन्होंने लिखा, हो सकता है सरकार ने इसी कारण एक्साइज ड्यूटी बढ़ाई हो। लेकिन अच्छा तो यह होगा कि सरकार शराब की दुकानें खोल दे। पीने वालों को शराब मिलेगी और सरकार को राजस्व। बता दें कि इससे पहले हनुमानगढ़ के भादरा क्षेत्र से विधायक बलवान सिंह पुनिया ने भी मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को पत्र लिखकर लॉकडाउन के दौरान शराब की दुकानें खोलने का आग्रह किया था।