COVID-19 के कहर और असर के कारण इस बार संसद का शीतकालीन सत्र नहीं होगा। यह बात सरकार की ओर से कही गई है। संसदीय मामलों के मंत्री प्रह्लाद जोशी ने कहा है कि सभी दल शीत सत्र न करने के पक्ष में हैं। जनवरी में सीधे बजट सत्र होगा।
मंत्री के मुताबिक, उन्होंने सभी दलों के नेताओं के साथ चर्चा की, जिसके बाद इस बात पर आम सहमति बनी कि इस बार कोरोना वायरस महामारी के कारण शीत सत्र न बुलाया जाए। जोशी ने यें बातें उस जवाबी पत्र में पुष्ट की हैं, जो उन्होंने Congress के अधीर रंजन चौधरी को भेजा है।
दरअसल, चौधरी ने शीतकालीन सत्र की मांग की थी, ताकि विवादित तीन किसान संबंधी कानूनों पर सदन में चर्चा हो सके। बता दें कि केंद्र सरकार के लाए यही तीन कानून इस वक्त दिल्ली के बॉर्डर्स पर किसानों के बड़े आंदोलन का मुख्य कारण हैं। किसान अड़े हैं कि सरकार इन्हें वापस ले ले।
संक्रमित हरियाणा के हेल्थ मिनिस्टर को मिली प्लाज्मा थैरेपीः कोरोना संक्रमित हरियाणा के स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज के स्वास्थ्य से संबंधित महत्वपूर्ण पहलू सामान्य हैं और उन्हें प्लाज्मा थैरेपी दी जा रही है। रोहतक के पीजीआईएमएस अस्पताल की ओर से सोमवार को जारी चिकित्सा बुलेटिन में यह जानकारी दी। पोस्ट ग्रेजुएट इंस्टिट्यूट ऑफ मेडिकल साइंस (पीजीआईएमसए) के निदेशक रोहतास यादव द्वारा गठित वरिष्ठ चिकित्सकों के एक विशेष चिकित्सा बोर्ड ने सोमवार को विज की जांच की। बुलेटिन में कहा गया है, ”अनिल विज ठीक हैं…और उनके स्वास्थ्य से संबंधित महत्वपूर्ण पहलू सामान्य हैं।” हालांकि इसमें कहा गया है कि मंत्री को बुखार है। उन्हें दिये जा रहे उपचार पर डॉक्टर अच्छी तरह नजर बनाए हुए हैं।
क्या है कोरोना पर देश में ताजा अपडेट?: इसी बीच, केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने बताया कि भारत में एक दिन में कोविड-19 के 22,065 नए मामले सामने आए। इसके बाद देश में संक्रमण के कुल मामले बढ़कर 99,06,165 हो गए। वहीं, 354 और लोगों की मौत के बाद मृतक संख्या बढ़कर 1,43,709 हो गई। मंत्रालय के मंगलवार सुबह नौ बजे के आंकड़ों में यह भी बताया गया कि देश में अभी 3,39,820 लोगों का कोरोना वायरस का इलाज चल रहा है और 94,22,636 लोग संक्रमण मुक्त हो चुके हैं।