Coronavirus Cases in India: देशभर में घातक कोरोना वायरस के प्रसार को रोकने और इससे संक्रमितों मरीजों को बेहतर इलाज मिले, इसकी कोशिश में केंद्र और राज्य सरकार लगातार प्रयास में जुटी हुई हैं। सरकार तेजी से वेंटिलेटर, व्यक्तिगत सुरक्षा उपकरण (PPE), N95 मास्क और दवाईयों का प्रबंध करने की कोशिश में जुटी है ताकि राज्यों कोरोना के खिलाड़ लड़ाई में ये उपकरण मुहैया कराए जा सकें। सरकार ने गुरुवार (2 अप्रैल) सुबह मुख्यमंत्रियों के साथ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के वीडियो कॉन्फ्रेंस के दौरान कोविद-19 समर्पित अस्पतालों में आइसोलेशन बेड और वेंटिलेटर की संख्या के बारे में जानकारी साझा की।
इसके मुताबिक केंद्र और राज्यों में 258 कोविद-19 अस्पतालों में 47,483 आइसोलेशन बेड और 4,809 आईसीयू बेड हैं। इसके अलावा अभी तक देश के 17 राज्य ही कोरोना के लिए स्पेशल हॉस्पिटल तैयार कर सके हैं। राज्यों के साथ साझा की गई जानकारी बताती है कि केंद्र ने यह देखते हुए कि खराब स्थिति के लिए मास्क, दवाइयां, पीपीई और वेंटिलेटर का मौजूदा स्टॉक पर्याप्त नहीं हो सकता है, इसलिए पहले ही बड़े स्तर इन उपकरणों का प्रबंध करने की शुरुआत कर दी है।
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वीडियो कॉन्फ्रेंस के दौरान राज्यों के बारे में बताया गया कि छह राज्यों / केंद्रशासित प्रदेशों में, कोरोना संक्रमण से पुष्टि किए गए मामलों की संख्या चार दिनों के देश के औसत से तेजी से दोगुनी रफ्तार से बढ़ रही है। ये आंध्र प्रदेश, तमिलनाडु, दिल्ली, उत्तर प्रदेश, जम्मू और कश्मीर और राजस्थान हैं।
इसके अलावा देश के 26 राज्यों में कोरोना के मामले दर्ज किए गए। इनमें 11 राज्य ऐसे हैं जहां संक्रमण के पचास से ज्यादा मामले दर्ज किए गए। ये राज्य हैं महाराष्ट्र, केरल, तमिलनाडु, दिल्ली, यूपी, कर्नाटक, तेलंगाना, राजस्थान, आंध्र, गुजरात और जम्मू कश्मीर ।
वीडियो कॉन्फ्रेंस के दौरान प्रधानमंत्री ने राज्यों से अंतर्राष्ट्रीय यात्रियों और प्रवासी श्रमिकों पर निगरानी बढ़ाने, ट्रेसिंग, प्रबंधन पर जोर देने और सर्वेक्षण, और इन्फ्लूएंजा और श्वसन से जुड़ी बीमारियों के नमूना परीक्षण पर ध्यान देने का अनुरोध किया है।
