भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) दुबई में अपने अनुबंधित खिलाड़ियों के लिए एक राष्ट्रीय शिविर की आयोजित करने की सोच रहा है। हालांकि, बोर्ड यह फैसला तभी लेगा जब संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) को इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) के 13वें सीजन की मेजबानी मिल जाती है। दुनिया का सबसे बड़ा घरेलू टी20 लीग की मेजबानी के लिए यूएई का नाम तेजी से सामने आ रहा है। 17 जुलाई को बोर्ड की एपेक्स काउंसिल की बैठक है, उसमें इस पर फैसला लिया जा सकता है।
बीसीसीआई टी20 वर्ल्ड कप कराने के लिए तैयार है, लेकिन बोर्ड टी20 वर्ल्ड कप को लेकर अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (आईसीसी) के फैसले का इंतजार कर रहा है। टी20 वर्ल्ड कप इस साल अक्टूबर-नवंबर में होना है, लेकिन ज्यादा उम्मीद है कि कोरोना के कारण टूर्नामेंट को टाल दिया जाएगा। बीसीसीआई के सूत्रों के मुताबिक, भारत पहले ही कम से कम स्थानों पर आईपीएल का मैच कराने के बारे में सोच रहा है। पहले मुंबई, पुणे और नवी मुंबई में टूर्नामेंट को आयोजित करने के बारे में विचार किया जा रहा था, लेकिन कोरोना के बढ़ते प्रभावों के कारण ऐसा संभव होता दिखाई नहीं दे रहा है।
इन हालातों में बीसीसीआई के सामने एक ही विकल्प है भारत से बाहर मैच कराना। 17 जुलाई को एपेक्स काउंसिल की होने वाली बैठक में इन मुद्दों पर चर्चा होगी। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, आईपीएल के अलावा बोर्ड भारतीय टीम के खिलाड़ियों के लिए एक फिटनेस कैंप के आयोजन का विचार कर रहा है। खिलाड़ी लॉकडाउन के बाद से अब तक एक साथ नहीं जुटे हैं। अगर यूएई में आईपीएल के आयोजन की पुष्टि हो जाती है तो खिलाड़ियों को एक साथ जोड़ने में भी सहूलियत होगी। इसके बाद वे अपनी-अपनी फ्रैंचाइजी से जुड़ जाएंगे।
इससे पहले सौरव गांगुली ने कहा था कि आईपीएल और टी20 वर्ल्ड कप के आयोजन के बारे में जुलाई के मध्य तक सबको पता चल जाएगा। इससे अंदाजा लगाया जा रहा है कि एपेक्स काउंसिल की बैठक में आईपीएल के आयोजन को लेकर कोई घोषणा हो सकती है। गांगुली ने कहा था, ‘‘अगर आईसीसी ने वर्ल्ड टी20 को टाल दिया तो हम आईपीएल को कराने के लिए पूरी कोशिश करेंगे। इंडिया के लिए आईपीएल महत्वपूर्ण है और हम टूर्नामेंट को यहीं करवाने की कोशिश करेंगे।’’