Lok Sabha Election/Chunav Exit Poll 2024 Analysis Highlights: पहले लोकसभा चुनाव के बाद हुए सबसे लंबे लोकसभा चुनाव 2024 में मतदान का काम पूरा हो गया है। अब नतीजों के लिए सभी को चार जून का इंतजार है। लेकिन, उससे पहले एग्जिट पोल्स के नतीजे आ गए हैं।
ज्यादातर एग्जिट पोल्स के नतीजों को देखें तो एनडीए को कोई नुकसान नहीं दिख रहा। पश्चिम बंगाल, दक्षिण भारत, ओड़िशा जैसे राज्यों में उसके मजबूत होने का अनुमान लगाया गया है।
तीन एग्जिट पोल ऐसे हैं जिनमें एनडीए गठबंधन को 400 से ज्यादा सीटें मिलने की बात कही गई है। इनमें India Today-Axis-My India, INDIA TV-CNX और India Daily Live शामिल हैं। News 24-Today’s Chanakya ने एनडीए को 400 सीटें मिलने की बात कही है। इसके अलावा बाकी सर्वे भी एनडीए की सत्ता में वापसी तय बता रहे हैं।
Exit Poll Results Lok Sabha Chunav 2024: किस एग्जिट पोल ने किसे दीं कितनी सीटें
चैनल/एजेंसी | एनडीए | इंडिया | अन्य |
इंडिया टुडे-एक्सिस-माई इंडिया | 361-401 | 131-166 | 8-20 |
एबीपी न्यूज-सी वोटर | 353-383 | 152-182 | 4-12 |
इंडिया टीवी-सीएनएक्स | 371-401 | 109-139 | 28-38 |
रिपब्लिक भारत-मैट्रीज | 353-368 | 118-133 | 43-48 |
न्यूज 24-टुडेज चाणक्या | 400 | 107 | 36 |
जन की बात | 362-392 | 141-161 | 10-20 |
न्यूज नेशन | 342-378 | 153-169 | 21-23 |
रिपब्लिक टीवी-पी मार्क | 359 | 154 | 30 |
इंडिया न्यूज-डी डायनामिक्स | 371 | 125 | 47 |
दैनिक भास्कर (अपने पत्रकारों का अनुमान) | 281-350 | 145-201 | 33-49 |
टाइम्स नाऊ-ईटीजी | 358 | 152 | 33 |
टीवी9 भारतवर्ष-पोलस्ट्रैट | 342 | 166 | 35 |
इंडिया डेली लाइव | 360-406 | 96-116 | 30-60 |
India Today-Axis-My India के सर्वे के मुताबिक, एनडीए गठबंधन को 361 से 401 सीटें जबकि इंडिया गठबंधन को 131 से 166 सीटें मिल सकती हैं। अन्य को 8 से 20 सीटों पर जीत मिल सकती है। इसी तरह INDIA TV-CNX ने एनडीए को 371 से 401 सीटें, इंडिया गठबंधन को 109 से 139 और अन्य को 28 से 38 सीटें दी हैं। India Daily Live ने एनडीए को 360-406, इंडिया गठबंधन को 96-116 और अन्य को 30-60 सीटें मिलने का अनुमान जताया है।
News 24-Today’s Chanakya ने एनडीए को 400, इंडिया गठबंधन को 107 और अन्य को 36 सीटें दी हैं।
कांग्रेस का कहना है कि वास्तविक नतीजे एग्जिट पोल्स के नतीजों से अलग होंगे। कांग्रेस प्रवक्ता आलोक शर्मा ने कहा कि एग्जिट पोल्स के आंकड़े भ्रम पैदा करने वाले हैं, इसलिए अंतिम नतीजों का इंतजार करना सही रहेगा।
एग्जिट पोल्स के मुताबिक, बीजेपी कर्नाटक और आंध्र प्रदेश में अच्छा प्रदर्शन करने जा रही है और तेलंगाना और तमिलनाडु में भी उसे बढ़त मिलने की उम्मीद है।
Exit Poll Lok Sabha Chunav 2024: एग्जिट पोल्स में बीजेपी के लिए अच्छी खबर दक्षिण से है!

कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने एग्जिट पोल को 'मोदी मीडिया पोल'बताया और कहा कि इंडिया को 295 सीटें मिलने जा रही हैं। जब पत्रकारों ने उनसे पूछा कि कितनी सीटें आएंगी तो उन्होंने कहा- मूसेवाला का गाना सुना है? 295
1984 के लोकसभा चुनाव में कांग्रेस ने 541 में से 414 सीटों पर जीत दर्ज की थी। यह चुनाव पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी की हत्या के बाद हुआ था।
Exit Poll Lok Sabha Chunav 2024: ‘400 पार’ जाना नामुमकिन नहीं, पर आसान भी नहीं- एक ही बार हुआ है ऐसा
सीएसडीएस के प्रो. संजय कुमार का कहना है कि मुझे लगता है कि समय आ गया है जब हमें वास्तविक एग्जिट पोल और अनुमान पोल के बीच फर्क करने की जरूरत है। वह कहते हैं कि कई एग्जिट पोल केवल सीटों की संख्या बताते हैं, वोट शेयर नहीं देते। इन्हें एग्जिट पोल मानना ही गलत है।
Exit Poll 2024 Lok Sabha Chunav: नतीजों को सही या गलत मानने से पहले इन बातों का भी रखें ध्यान
लोकसभा चुनाव 2024 के नतीजों के इंतजार से पहले एग्जिट पोल ने हलचल बढ़ा दी है। चुनाव विश्लेषक से नेता बने योगेंद्र यादव का कहना है कि बीजेपी अपने दम पर बहुमत हासिल नहीं कर पाएगी।
Lok Sabha Chunav Exit Poll 2024: बीजेपी को बहुमत नहीं आएगा- योगेंद्र यादव ने बताया उन्हें क्यों लगा ऐसा
उत्तर प्रदेश में लोकसभा चुनाव एग्जिट पोल के नतीजों के मुताबिक भाजपा को नुकसान के आसार नहीं हैं। हालांकि, कई पत्रकारों के आंकलन के मुताबिक उत्तर प्रदेश में कई सीटों पर कांटे की टक्कर है। इंडियन एक्सप्रेस के संवाददाताओं के मुताबिक दो दर्जन से ज्यादा सीटों पर कांटे का मुकाबला है। पढें पूरी खबर
पिछले तीन चुनावों में एग्जिट पोल्स के औसत नतीजे देखे जाएं तो वे वास्तविक नतीजों से काफी अलग रहे हैं। यही कारण है कि एग्जिट पोल्स की विश्वसनीयता भी लगातार सवालों के घेरे में रही है।
Exit Poll Lok Sabha Chunav 2024: 2009, 2014, 2019 में औसतन फेल रहे हैं एग्जिट पोल्स करने वाले

ABP-C Voter के एग्जिट पोल के मुताबिक 42 सीटों वाले पश्चिम बंगाल में एनडीए को 23 से 27 सीटों पर जबकि कांग्रेस गठबंधन को एक से तीन और टीएमसी को 13 से 17 सीटों पर जीत मिल सकती है। 2019 के लोकसभा चुनाव के नतीजे देखें तो पश्चिम बंगाल में टीएमसी को 22, बीजेपी को 18 और कांग्रेस को दो सीटों पर जीत मिली थी। इस बारे में वरिष्ठ पत्रकार विजय त्रिवेदी ने एबीपी न्यूज़ के साथ बातचीत में कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और बीजेपी ने पश्चिम बंगाल में जबरदस्त मेहनत की है और भाजपा नेतृत्व का पूरा फोकस पश्चिम बंगाल पर रहा। विजय त्रिवेदी ने कहा कि 2014 में पश्चिम बंगाल में दो सीटें जीतने वाली भाजपा 2019 में 18 और अब वहां 23 सीटों तक पहुंचती दिख रही है और अगर नतीजे यही रहते हैं तो इसमें संदेशखाली का भी असर हो सकता है। लेकिन बीजेपी की ज्यादा मेहनत का असर एग्जिट पोल में दिखाई दे रहा है।
India Today-Axis-My India के सर्वे में एनडीए को 6 से 8 जबकि इंडिया गठबंधन को 2 से 4 सीटें मिलने का अनुमान लगाया गया है। हरियाणा में 2019 के लोकसभा चुनाव में बीजेपी ने सभी 10 सीटों पर जीत हासिल की थी। बीजेपी के प्रदर्शन में गिरावट का अनुमान क्यों है, इस बारे में पूछे गए सवाल के जवाब में वरिष्ठ पत्रकार शशि शेखर ने कहा कि चौधरी चरण सिंह को भारत रत्न देने, जगदीप धनखड़ को उपराष्ट्रपति बनाने के बाद भी जाटों का एक तबका नाराज था और किसान आंदोलन उसे याद था। उन्होंने कहा कि बीजेपी ने हरियाणा में पहले खट्टर और फिर नायब सिंह सैनी को मुख्यमंत्री बनाकर गैर जाट राजनीति के रास्ते पर आगे बढ़ने की कोशिश की थी लेकिन ऐसा लगता है कि जाट बेल्ट में बीजेपी को नुकसान हो रहा है।
India Today-Axis-My India के सर्वे में 39 सीटों वाले तमिलनाडु में एनडीए को इस बार 2-4 सीटें जबकि इंडिया गठबंधन को 33 से 37 सीटें मिलने की बात कही गई है। एनडीए को 22% जबकि इंडिया गठबंधन को 46% मिलने का अनुमान है। बीजेपी को तमिलनाडु में 2019 में कोई सीट नहीं मिली थी और 3.66% वोट मिले थे। इस पर चुनाव विश्लेषक प्रदीप गुप्ता ने आज तक से बातचीत में कहा कि बीजेपी ने तमिलनाडु में काफी मेहनत करके अपना वोट शेयर डबल डिजिट में पहुंचा दिया है। प्रदीप गुप्ता ने कहा कि तमिलनाडु में बीजेपी के बढ़ते वोट शेयर के पीछे वहां पार्टी के अध्यक्ष अन्नामलाई की मेहनत है और ब्रांड मोदी की क्रेडिबिलिटी भी है।
पत्रकार शीतल पी. सिंह ने कहा कि पंजाब के गांवों में बीजेपी के कई नेता प्रचार नहीं कर पाए। किसानों के विरोध के चलते। वहां बीजेपी सिर्फ तीन सीटों पर मुकाबले में थी, लेकिन टूडेज चाणक्या के एग्जिट पोल्स के मुताबिक वहां बीजेपी चार सीटें जीत रही है तो ये कैसे हो रहा है, पता नहीं। मेरी राय में पंजाब के वास्तविक नतीजे इससे अलग नहीं होंगे।
राजस्थान में India Today-Axis-My India के मुताबिक बीजेपी को 16 से 19, कांग्रेस को 5 से 7 और अन्य को एक से दो सीटें मिल सकती हैं। जबकि 2014 और 2019 के लोकसभा चुनाव में बीजेपी को राजस्थान की सभी 25 सीटों पर जीत मिली थी। इस बारे में वरिष्ठ पत्रकार शशि शेखर आज तक से बातचीत में कहते हैं कि राजस्थान में राजपूतों की नाराजगी खुलकर सामने आई है और इसके अलावा जाटों की बेल्ट में भी कृषि कानूनों की वजह से असंतोष था। उनके मुताबिक अग्निवीर योजना का असर राजस्थान के नवयुवकों पर पड़ा।
India Today- Axis My India के मुताबिक बिहार में INDIA गठबंधन को 48 फीसदी जबकि इंडिया गठबंधन को 42 % वोट मिलने का अनुमान है। राज्य की 40 सीटों में से NDA को 29-33 सीटें मिल सकती हैं। 2019 में NDA को 39 सीटें मिली थीं। इस बार 7-10 सीटें INDIA गठबंधन को मिलने की बात India Today- Axis My India ने कही है। इसके अलावा 0-2 सीटें अन्य के खाते में जा रही हैं।
वरिष्ठ पत्रकार शशि शेखर ने बिहार को लेकर कहा कि बिहार में अगली पीढ़ी के नेता उभर रहे हैं लेकिन यहां बीजेपी को बहुत ज्यादा नुकसान होता नहीं दिखाई देता।
P-MARQ के एग्जिट पोल के मुताबिक एनडीए को 359, इंडिया गठबंधन को 154 और अन्य को 30 सीटें मिल सकती हैं। MATRIZE Exit Poll के एग्जिट पोल के मुताबिक एनडीए को 353-368, इंडिया गठबंधन को 118-133 और अन्य को 43-48 सीटें मिल सकती हैं।
बिहार के पूर्व उप मुख्यमंत्री और राजद के नेता तेजस्वी यादव ने एग्जिट पोल आने से पहले चुनाव नतीजों को लेकर भविष्यवाणी की है। उन्होंने कहा है कि इंडिया गठबंधन अगली सरकार बनाएगा। तेजस्वी ने कहा कि एनडीए इस बार सत्ता से बाहर हो जाएगा। इससे पहले कांग्रेस के अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने भी कहा था कि इंडिया गठबंधन सत्ता में आएगा और कम से कम 295 सीटों पर जीत हासिल करेगा। मतदान समाप्त होने के बाद बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा ने चुनाव नतीजों को लेकर भविष्यवाणी की। नड्डा ने कहा कि बीजेपी अकेले 370 से ज्यादा सीटें जीतेगी और एनडीए 400 से ज्यादा।
लोकसभा चुनाव 2019 में India Today-Axis My India ने बीजेपी की अगुआई वाले गठबंधन को 339-365 सीटें मिलने का अनुमान लगाया था, जबकि यूपीए के लिए 77-108 का आंकड़ा दिया था। News24-Todays Chanakya ने कहा था कि एनडीए लगभग 350 सीटें जीतेगा (14 कम या ज्यादा) जबकि यूपीए 95 (9 कम या ज्यादा) सीटें हासिल करेगा। News18-IPSOS ने 2019 में एनडीए को 336 सीटें मिलने की भविष्यवाणी की थी और यूपीए को 82 और अन्य को 124 सीटें मिलने का अनुमान लगाया था। Times Now-VMR ने एनडीए को लगभग 306 सीटें जबकि यूपीए को 132 सीटें जीतने का अनुमान लगाया था। India TV-CNX ने एनडीए के लिए 300 सीटें (प्लस या माइनस 10 सीटें) और यूपीए के लिए 120 सीटें (प्लस या माइनस 5) का अनुमान लगाया था। ABP-CSDS ने एनडीए को 277 और यूपीए को 130 सीटें मिलने का अनुमान लगाया था। India News-Polstrat ने एनडीए के लिए 287 और यूपीए के लिए 128 सीटों की भविष्यवाणी की थी। CVoter ने एनडीए को 287, यूपीए को 128 और बाकी सीटें अन्य दलों को मिलने की बात कही थी। 2019 के लोकसभा चुनाव में एनडीए को 352 सीटों पर जीत मिली थी। इसमें से बीजेपी ने अकेले 303 सीटें जीती थी जबकि यूपीए गठबंधन को 91 सीटों पर जीत मिली थी और उसमें से कांग्रेस ने 52 सीटें जीती थी।
एग्जिट पोल आने से पहले विपक्षी इंडिया गठबंधन में शामिल राजनीतिक दलों की दिल्ली में एक अहम बैठक हुई। इस बैठक में चुनाव नतीजों के बाद गठबंधन का आगामी कदम क्या होगा, इसे लेकर चर्चा की गई। बैठक के बाद कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा कि इंडिया गठबंधन कम से कम 295 सीटों पर जीत हासिल करेगा। बैठक में कांग्रेस नेता सोनिया गांधी, राहुल गांधी, प्रियंका गांधी, दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल, पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान, समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव सहित तमाम नेता मौजूद रहे। पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी, तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एमके स्टालिन इंडिया गठबंधन की बैठक में नहीं आए। हालांकि डीएमके की ओर से टीआर बालू बैठक में शामिल हुए। लोकसभा चुनाव में सात चरणों में मतदान हुआ और अब 4 जून को आने वाले चुनाव नतीजे का इंतजार है।
जाने-माने चुनाव रणनीतिकार और जन सुराज पार्टी के संस्थापक प्रशांत किशोर ने कहा है कि उनके मुताबिक बीजेपी को 2019 के लोकसभा चुनाव में जितनी सीटें मिली थी, वह उतनी ही सीटों के साथ या उससे कुछ ज्यादा सीटों के साथ सत्ता में वापसी कर रही है। प्रशांत किशोर कहते हैं कि उन्हें ऐसा नहीं लगता कि भारत के पश्चिमी और उत्तरी इलाके में बीजेपी को सीटों के मामले में कोई बड़ा नुकसान होगा। बीजेपी से लेकर कांग्रेस और तमाम राजनीतिक दलों के लिए चुनावी रणनीति बना चुके प्रशांत किशोर कहते हैं कि उन्हें ऐसा नहीं लगता कि बीजेपी इन इलाकों में कुछ ज्यादा सीटें खो सकती है। प्रशांत किशोर कहते हैं कि भारत के पूर्वी और दक्षिणी इलाकों में बीजेपी के सीट और वोट शेयर में बढ़ोतरी हो सकती है। पिछले कुछ सालों में बीजेपी ने केरल और तमिलनाडु में अपना वोट शेयर बढ़ाने के लिए काफी मेहनत की है और प्रशांत किशोर को ऐसा नहीं लगता कि बीजेपी इस चुनाव को हार रही है।
मई में भी प्रशांत किशोर उर्फ पीके ने इसी तरह की टिप्पणी की थी और कहा था कि भाजपा सरकार पिछली बार मिली सीटों के आंकड़े या उससे कुछ ज्यादा सीटों के साथ सत्ता में वापसी करेगी।
एग्जिट पोल में बड़ी संख्या में कुछ सवालों के जरिये इंटरव्यू लेकर डेटा इकट्ठा किया जाता है। चाहे वह टेलीफोन पर हो या आमने-सामने। लेकिन यह तरीका नया नहीं है, यह 1957 में दूसरे लोकसभा चुनावों के दौरान शुरू किया गया था जब इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ पब्लिक ओपिनियन ने एक पोल आयोजित किया था। बिना स्ट्रक्चर्ड प्रश्नावली के बिना, डेटा को न तो ढंग से इकट्ठा किया जा सकता है और न ही इसका ढंग से विश्लेषण किया जा सकता है। 1957 में एग्जिट पोल शुरू होने के बाद से कम से कम एक पहलू में काफी सुधार हुआ है, वह है नमूना आकार। वे दिन गए जब 20,000 से 30,000 लोगों का राष्ट्रीय नमूना बड़ा माना जाता था। आज हमारे पास सर्वेक्षण एजेंसियां हैं जो 10 लाख तक के नमूनों के साथ एग्जिट पोल करती हैं। आज लाखों नमूनों वाले एग्जिट पोल बहुत आम हो गए हैं।
चुनाव विश्लेषक संजय कुमार कहते हैं कि हाल के वर्षों में कई बार एग्जिट पोल अस्थिर भी साबित हुए हैं, जो एक-दूसरे के उलट नतीजे बताते हैं। पिछले साल, कई एग्जिट पोल ने छत्तीसगढ़ और मध्य प्रदेश के विधानसभा चुनावों में विजेता का गलत अनुमान लगाया था, जबकि कुछ पोल राजस्थान में पूरी तरह से गलत साबित हुए थे।
एक एजेंसी मध्य प्रदेश के नतीजों की सही भविष्यवाणी कर सकती है, लेकिन राजस्थान के मामले में गलती कर सकती है। ऐसा राज्य जहां सभी एग्जिट पोल सही थे वह -तेलंगाना था जबकि छत्तीसगढ़ में सभी पोल गलत साबित हुए। ऐसी स्थिति में शनिवार शाम को आने वाले एग्जिट पोल को कैसे समझा जाए?
2019 के एग्जिट पोल्स में बीजेपी की अगुवाई वाली एनडीए के पूर्ण बहुमत के साथ सत्ता में लौटने की भविष्यवाणी की गई थी। सात अलग-अलग एग्जिट पोल ने अनुमान लगाया था कि एनडीए सरकार सत्ता में लौटेगी और इन्होंने एनडीए को लोकसभा की 543 सीटों में से 287 से 365 सीटें मिलने का अनुमान जताया था। इसमें से भी दो ऐसे एग्जिट पोल थे जिन्होंने इस बात का दावा किया था कि भाजपा 2019 में अपने दम पर बहुमत हासिल कर लेगी। इसमें India Today-Axis-My India ने बीजेपी को 286 सीटें मिलने की जबकि News18-IPSOS ने बीजेपी को लगभग 276 सीटें मिलने की बात कही थी।
NewsX-Neta ने एनडीए को 242 सीटें और ABP News-Nielsen ने 267 सीटें मिलने की बात कही थी। इनमें से अधिकतर एग्जिट पोल की ओर से कहा गया था कि कांग्रेस 100 सीटों के आंकड़े के नीचे रह जाएगी। News18-IPSOS ने कांग्रेस को सिर्फ 46 सीटें मिलने का अनुमान लगाया था।
सीएसडीएस के संजय कुमार कहते हैं कि एग्जिट पोल चुनाव में लोगों ने कैसे मतदान किया है, इसका अनुमान लगाते हैं। यह अनुमान मतदान केंद्रों से बाहर निकलने वाले मतदाताओं के साक्षात्कार और मतदाता डेटा से जुड़ी अन्य गणनाओं पर आधारित होता है। भारत में एक बड़ी संख्या में लोग एग्जिट पोल को उतना ही महत्व देते हैं जितना वे वास्तविक परिणामों को देते हैं। जिस दिन एग्जिट पोल अंततः जारी किए जाते हैं, उस दिन पोलिंग एजेंसियां अक्सर अलग-अलग अनुमान देती हैं। यह देखना दिलचस्प है कि लोग आम तौर पर उन एग्जिट पोलों में दिलचस्पी लेते हैं जिनके अनुमान उनकी राजनीतिक पसंद के करीब होते हैं। अक्सर, एग्जिट पोल की सटीकता का आंकलन राजनीतिक दलों को लेकर व्यक्तिगत राय के आधार पर किया जाता है। लोकसभा चुनाव 2024 के लिए एग्जिट पोल 1 जून की शाम को जारी किए जाएंगे, तो इस घटना को दोहराए जाने की संभावना है।
चुनाव विश्लेषक योगेंद्र यादव कहते हैं कि ऐसी संभावना नहीं है कि बीजेपी 303 के अपने पुराने आंकड़े को दोहरा पाएगी या इससे बेहतर कर पाएगी और वह 272 के आंकड़े से काफी पीछे भी रह सकती है। मुझे उम्मीद है कि यह आंकड़ा लगभग 250 का होगा लेकिन यह और भी नीचे जा सकता है और 230 से नीचे जा सकता है। लेकिन इस पर बहुत ज़्यादा अटकलें लगाने का कोई मतलब नहीं है। नंबर जल्द ही सामने आएंगे और उम्मीद है कि इसे लेकर कोई विवाद या संदेह नहीं होगा।
योगेंद्र यादव ने उत्तर प्रदेश चुनाव नतीजों को लेकर अनुमान लगाया है कि यूपी में बीजेपी की सीटों की संख्या 40 तक भी खिसक सकती है। यादव का कहना है कि उत्तर प्रदेश में 1000 किलोमीटर घूमने के बाद उनका अनुमान है कि बीजेपी की लीड घटकर पांच से छह फीसदी हो जाएगी। इसका मतलब बीजेपी को 50-52 से ज्यादा सीटें नहीं मिलेंगी। अगर बीजेपी को वोटिंग फीसदी में कमी आई तो सीटों की संख्या 40 तक रह जाएगी।
योगेंद्र यादव के इस अनुमान का आधार है, 'पिछली बार जिन लोगों ने बीजेपी को वोट दिया था, इस बार उन्होंने खुलकर अपनी नाराजगी जाहिर की और कहा कि इस बार वह बीजेपी को वोट नहीं देंगे, बल्कि सपा और कांग्रेस को वह वोट देंगे। इससे यह बात साफ हो जाती है कि बीजेपी का यूपी में वोट खिसक रहा है।'
योगेंद्र यादव सालों तक चुनावी आंकड़ों का विश्लेषण करने के काम में रहे हैं। हालांकि, कई बार उनका अनुमान बुरी तरह गलत भी साबित हुआ है।
चुनाव विश्लेषक से नेता बने योगेंद्र यादव ने कहा कि बीजेपी अपने दम पर बहुमत नहीं ला पाएगी। उन्होंने यहां तक अनुमान लगाया कि हो सकता है एनडीए भी बहुमत का आंकड़ा नहीं छू सके। योगेंद्र यादव का अनुमान है कि बीजेपी 250 के करीब रह सकती है और अंडरकरेंट का ज्यादा असर रहा तो 230 के नीचे भी जा सकती है। एनडीए की बाकी पार्टियों के लिए उन्होंने 35 से 40 सीटों का अनुमान लगाया है। ऐसे में अगर बीजेपी 230 पर रही तो एनडीए बहुमत से दूर रह जाएगा। योगेंद्र यादव के इस आंकलन पर टिप्पणी करते हुए शशि थरूर ने लिखा- आने वाला वक्त मजेदार होगा।
सीएसडीएस के संजय कुमार कहते हैं आजकल कई एग्जिट पोल्स में केवल सीटों की संख्या बताई जाती है, वोट प्रतिशत का आंकड़ा नहीं दिया जाता। न ही वे अपना एग्जिट पोल करने के तरीके के बारे में सटीक जानकारी देते हैं। ऐसे पोल्स को एग्जिट पोल मानना भी चाहिए क्या? ये वास्तव में अनुमान लगाने वाले पोल (Estimate Polls) होते हैं। यह कल्पना करना भी मुश्किल है कि वोट प्रतिशत का अनुमान लगाए बिना कोई सीटों की संख्या का अनुमान कैसे लगा सकता है?