बढ़ती उम्र के साथ-साथ खानपान और लाइफस्टाइल का ध्यान रखना बहुत ही आवश्यक होता है। खासतौर पर 30 की उम्र पार करने के बाद महिलाओं को अपनी डाइट का खास ध्यान रखना चाहिए। तली-भुनी, ज्यादा मीठी, पैकेज्ड और प्रोसेस्ड चीजों के साथ-साथ कैफीन और सॉफ्ट ड्रिंक्स से दूरी बनानी चाहिए। क्योंकि, ज्यादा फैट और कार्बोहाइड्रेट वाले फड्स हार्मोनल बदलाव, हार्ट डिजीज, डायबिटीज, कैंसर, एनीमिया और थायराइड जैसी कई और गंभीर बीमारियों का भी खतरा बढ़ जाता है। ऐसे में महिलाओं को इस उम्र में सही खानपान को अपनाना न सिर्फ बीमारियों से बचाएगा, बल्कि सेहत के साथ-साथ शरीर को एनर्जेटिक बनाएगा।
न्यूट्रिशनिस्ट ऋजुता दिवेकर के मुताबिक, 30 की उम्र को अक्सर लाइफ का टर्निंग प्वाइंट माना जाता है। इस उम्र तक पहुंचते-पहुंचते शरीर के मेटाबॉलिज्म, हार्मोन और एनर्जी लेवल में बदलाव आने लगते हैं। खासकर महिलाओं के लिए यह उम्र और भी अहम होती है, क्योंकि इस दौरान पीरियड्स से जुड़ी अनियमितताएं, हार्मोनल असंतुलन, हड्डियों की कमजोरी और वजन बढ़ने की समस्या सामान्य हो सकती है। हेल्थ एक्सपर्ट्स के मुताबिक, 30 की उम्र के बाद महिलाओं को अपनी डाइट में कुछ चीजों से दूरी बना लेनी चाहिए।
पैकेज्ड और प्रोसेस्ड फूड
30 साल से अधिक उम्र की महिलाओं को प्रसंस्कृत खाद्य पदार्थों यानी प्रोसेस्ड फूड से परहेज करना चाहिए, क्योंकि इनमें अनावश्यक रूप से अतिरिक्त शर्करा और हानिकारक रसायन होते हैं, जिन्हें पचाना मुश्किल होता है। इससे हार्मोनल समस्याएं, आंत्र स्वास्थ्य, हड्डियों और तंत्रिका तंत्र पर बुरा असर पड़ सकता है। चिप्स, नूडल्स, फ्रोजन फूड और पैकेज्ड स्नैक्स में प्रिजर्वेटिव्स, नमक और हानिकारक फैट अधिक मात्रा में होते हैं, ये धीरे-धीरे शरीर को कमजोर करते हैं और मोटापा का कारण भी बनते हैं।
अत्यधिक कैफीन
30 से ज्यादा उम्र की महिलाओं को वजन बढ़ने से बचाने के लिए ज्यादा चीनी वाले कार्बोनेटेड पेय पदार्थों से बचना चाहिए। इसी तरह चीनी वाले दूध, चाय और कॉफी से भी जितना हो सके परहेज करना बेहतर है। चीनी वाली चाय और कॉफी भी पी सकती हैं। इसके अलावा हर्बल चाय और पेय पदार्थ भी पी सकती हैं। कॉफी और चाय का सीमित सेवन ठीक है, लेकिन 30 की उम्र के बाद ज्यादा कैफीन हड्डियों को कमजोर कर सकता है। यह नींद की समस्या भी बढ़ा देता है, जिससे तनाव और थकान बढ़ती है। महिलाओं में कैल्शियम की कमी होने पर हड्डियों से जुड़ी दिक्कतें और तेजी से बढ़ सकती हैं।
तली-भुनी चीजें
तेल और मसालों से बनी तली-भुनी चीजें स्वादिष्ट तो होती हैं, लेकिन 30 के बाद यह दिल की बीमारियों, हाई कोलेस्ट्रॉल और मोटापे का कारण बन सकती हैं। बार-बार ऐसी चीजें खाने से आर्टरीज ब्लॉक हो सकती हैं और ब्लड प्रेशर पर भी असर पड़ता है।
पॉपकॉर्न
30 साल से ज्यादा उम्र की महिलाओं को ज्यादा नमक और मक्खन से बने पॉपकॉर्न खाने से बिल्कुल बचना चाहिए, क्योंकि पॉपकॉर्न बनाने में कृत्रिम सामग्री का इस्तेमाल होता है, इसलिए ये आपके स्वास्थ्य के लिए बहुत हानिकारक हो सकते हैं।
मेयोनेज
मेयोनेज में सोडियम की मात्रा बहुत ज्यादा होती है, जो शरीर पर बुरा असर डाल सकती है। इससे न सिर्फ जोड़ों में दर्द और गुर्दे की पथरी जैसी समस्याएं हो सकती हैं, बल्कि वजन भी बढ़ सकता है। इसलिए मेयोनेज से बने स्प्रेड से बचें।
वहीं, एम्स के पूर्व कंसल्टेंट और साओल हार्ट सेंटर के फाउंडर एंड डायरेक्टर डॉ. बिमल झाजर ने बताया अगर आपका कोलेस्ट्रॉल हाई है तो आप एनिमल फूड्स का सेवन करने से परहेज करें।