नीलाभ को एक संत की बात याद आ रही है। उन्हें किसी आयोजन में सुना था। वे कह रहे थे,…
नीलाभ को एक संत की बात याद आ रही है। उन्हें किसी आयोजन में सुना था। वे कह रहे थे,…
उसकी बातें कानों में संगीत घोल देती हैं। वह बांध तोड़ कर नदियों की तरह बहने लगती है नीलाभ के…
Cancer Prevention: ज्यादातर मरीजों में रोग की शुरुआत में लक्षण प्रकट नहीं होते। इससे मर्ज का पता रोग बढ़ने पर…
जयंत जिज्ञासु की हाल में ही प्रकाशित किताब द किंग मेकर- लालू प्रसाद यादव की अनकही दास्तान, में ऐसे कई…
Book Review: अपने रचना क्रम में रिश्तों के मुखौटे उतरने के बाद कवयित्री एक ऐसे काल्पनिक पुरुष का भी सृजन…
दो दशकों की शादी के बाद तन और मन के रिश्ते में धीरे धीरे बर्फ जमने लगी थी। कामिनी मौन…
वह जब भी ऐसी बात करती तो लगता कि वह नदी की तरह बहती हुई चली आ रही है। उसके…
मेट्रो इशारा कर रही है कि हम जल्द मिलेंगे। तुम जल्दी मत मचाओ। बस इंतजार करो। जिंदगी से उसी तरह…
यह बदलाव की ब्यार है। इसे आने वाले दिनों में लोग महसूस करेंगे। नौकरी, पढ़ाई, सामाजिक शिष्टाचार, एक दूसरे के…
… जिंदगी के मायने क्या हैं, लोग आज तक नहीं समझ पाए हैं। बस भाग रहे हैं अपने सुख के…