
एक सरकारी प्रवक्ता घोषणा करता है : अभी तीसरी लहर भी आनी है, लेकिन कब? नहीं जानते! जब नहीं जानते…
भगौने का भविष्य तय हो गया था। बेसुर बकबक का नशा परोसने की भट्टी उसकी जीभ में जन्मजात लगी हई…
सच तो यह है कि भारतीय जनता पार्टी खुद बंगाल की सभ्यता नहीं समझ पाई है। इस राज्य के इतिहास…
एक बार फिर यह साबित हो गया कि क्षेत्रीय दलों का लोगों से जुड़ाव ज्यादा है। राष्ट्रीय दलों का स्वरूप…
कोरोना ने मनुष्यों को बहुत कुछ सिखाया-पढ़ाया है। अब यह मनुष्य पर है कि वह इसमें से कितना कुछ समझ…
फिजूल की चीजों में उलझने के बदले हमारे राजनेताओं को अपना पूरा ध्यान देना चाहिए महामारी को काबू करने पर,…
सबसे बड़ी चिंता टीकों की पर्याप्त आपूर्ति नहीं होने को लेकर है। प्रतिष्ठित अस्पतालों तक से टीके की कमी की…
मैंने कहा- ‘पर देखो, माली बहुत सारे फूलों को बेवक्त तोड़ कर लिए जा रहा है। उसको रोको।’ उसने कहा-…
एक लड़की रो रही है। उसकी मां मर रही है, मर गई है, वहीं अस्पताल के सामने। एक मंत्री एक…
जब तक भारतीय जनता पार्टी शासित राज्यों में बेहाल अस्पताल और श्मशान नहीं दिखने लगे, केंद्र सरकार के मंत्री और…
एक मंत्री विदेशी टीकों के आयात को मंजूरी दिए जाने के सुझाव का उपहास उड़ाता है (वह विदेशी दवा कंपनियों…
हर खबर चैनल कोरोना ही मुख्य खबर बनाने लगता है। उसके आंकड़े दिए जाने लगते हैं। विशेषज्ञ जनता के सवालों…