जाति की जंजीर

धर्मांतरण पर मचे बवाल के संदर्भ में मेरा सवाल है कि जब हम धर्म-परिवर्तन कर सकते हैं तो जाति-परिवर्तन क्यों…

कमाई की सड़क

राजमार्गों के विकास सहित एक्सप्रेस-वे जैसी चौड़ी सड़कों का मकसद वाहनों की निर्बाध आवाजाही सुनिश्चित करना था। लेकिन निजी-सार्वजनिक भागीदारी…

न्याय की गति

अभिनव पांडेय कहा जाता है कि देरी से मिला न्याय, अन्याय के ही समतुल्य होता है। भारतीय न्याय प्रणाली में…

नापाक करतूत

जब भी पाकिस्तान किसी घरेलू मोर्चे पर विफल होता है तो वह कश्मीर का मसला जोर-शोर से उछाल कर अपनी…

विवाद : नकली क्रांति मुद्राओं का अश्लील प्रदर्शन

नरेश सक्सेना रायपुर साहित्य समारोह पर वीरेंद्र यादव की टिप्पणी (जनसत्ता, 21 दिसंबर) सफेद को काला करने और प्रतिष्ठित रचनाकारों…

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