
जब हम अपने मन से एक छोटा-सा संदेश लिख कर किसी को भेजते हैं, तब वे मौलिक शब्द हमारी सोच…
तकनीक ने खूब रफ्तार विकसित की है जिसके सहारे पल भर में ‘इसका धन’, ‘उसका धन’ हो जाता है।
लोकगीतों की सबसे खास बात यह रही है कि ये भारतीय समाज का आईना होने के साथ स्त्री या पुरुष…
इन दिनों दुनिया सिकुड़ गई है। आभासी दुनिया का एक नया जीवन कोलाज अब जीने का एक अभिन्न तरीका बन…
समाज संवाद से जिंदा रहता है। लेकिन क्या अब इस समाज को संवाद की जरूरत महसूस हो पा रही है?…
लोग यानी खालिस मनुष्य। लोग यानी जिनकी विशिष्ट या अलग पहचान नहीं। लोग भीड़ नहीं, जीवन की पहचान होते हैं।
कहां तो बाहर जाकर तरह-तरह की जगहें देखने, झरने, नदियों, पहाड़ों, पार्कों, फूलों, नाचते मोरों, गुहार लगते पंछियों से बातें…
गणित के शिक्षक की जिंदगी कभी-कभार किसी जटिल विषय से भी बदतर होती है।
स्मृतियां और वह भी बालपन की मधुर होती है, जिन्हें मैं आंखों में बसा कर बिस्तर पर खो-सा जाता हूं…
टेलीविजन, कंप्यूटर और सबसे ज्यादा ढोने में उपयुक्त मोबाइल के आविष्कार और इंटरनेट की उपलब्धता ने जिंदगी को बहुत तेज…
अस्तित्व का संघर्ष मनुष्य के जीवन की बुनियाद है। अपने समय, युग की समस्याओं और चुनौतियों से अस्तित्व का संघर्ष…
आजकल कुछ देशों की नागरिकता पैसे के बदले बिकने लगी है। अपना चोला बदलते देर ही कितनी लगती है। बस…