पाठ्यक्रम की पुस्तकों से अलग किताबें आपकी बेहतरीन साथी साबित होती हैं और जीवन की एकरसता को तोड़ती हैं।
कुछ समय पहले एक वैवाहिक स्वागत समारोह में जारी प्रचलन के ज्यादातर लोग बधाई के साथ एक लिफाफे में स्नेह…
बीसवीं सदी के जो मूल्यबोध इक्कीसवीं सदीं में धूमिल किए गए उनमें ‘आलोचना’ भी है। अपने जन्म के साथ ‘आलोचना’…
बाल दिवस के आसपास अकसर बच्चों के मुद्दों और उनके लिए होने वाली रचनात्मकता की बातें होने लगती हैं।
कहते हैं, शौक बड़ी चीज है। इसलिए कई बार घर पर पुराने ग्रंथों, पुस्तकों, पत्रिकाओं के ढेर पड़े रहते हैं।
यह वेबसाइट अपने उपयोगकर्ताओं को यह देखने की अनुमति देती है कि उन्हें अपनी पसंद की किसी भी पुस्तक को…
वेंडी डोनिगर ने भाजपा-आरएसएस के सांस्कृतिक पुनरुत्थान के दावे को खारिज करते हुए कहा है, संस्कृति को पुनर्जीवित करने की…
आज से दो दशक पहले लोग किताबें खरीदते थे और उन्हें संजो कर रखते भी थे।
मुराद सईद ने एक निजी टीवी चैनल के एक कार्यक्रम के दौरान उनका ‘चरित्र हनन’ किए जाने का आरोप लगाया…
कामिक्स केवल बच्चों या किशारों की पसंद नहीं था, बड़े लोग भी समय काटने के लिए इन्हें बड़े चाव से…
नौकरशाह अक्सर संवेदनशील मुद्दों से जुड़े होते हैं। उनके पास तमाम ऐसी जानकारियां भी होती हैं जो सार्वजनिक हो जाएं…
महिलाओं से जुड़ी संवेदना, उनके मन-मिजाज को लेकर ढेर सारी बातें होती हैं।