महाराष्ट्र में कोरोनावायरस के बढ़ते मामलों के बीच लॉकडाउन के प्रवाधानों को कड़ा किया जा रहा है। ज्यादातर लोगो राशन और रोजाना की जरूरत के सामान के लिए होम डिलीवरी सेवा पर ही निर्भर हैं। हालांकि, इस गंभीर स्थिति के दौरान भी कुछ लोग धार्मिक भेदभाव नहीं छोड़ रहे हैं। हालिया मामला मुंबई का है। यहां डिलीवरी सर्विस ग्रोफर्स के कर्मचारी 32 साल के बरकत पटेल को भेदभाव का सामना करना पड़ा। जब वह मुंबई के मीरा रोड में एक ऑर्डर पहुंचाने गए, तो 51 साल के गजानन चतुर्वेदी नाम के व्यक्ति ने बरकत से पहले सामान लेने से इनकार कर दिया। इसके बाद उसके खिलाफ आपत्तिजनक धार्मिक टिप्पणियां कीं।
बताया गया है कि डिलीवरी गजानन की बेटी सुप्रिया चतुर्वेदी ने मंगाई थी। बरकत ने जैसे ही सुप्रिया को उनका सामान पहुंचाया, गजानन ने उन्हें रोक दिया। बरकत ने इस घटना का एक वीडियो भी बना लिया, जिसमें गजानन डिलीवरी बॉय से उसका नाम पूछते हैं। बरकत के मुताबिक, “महिला (सुप्रिया) पार्सल लेने की लिए तैयार थी। लेकिन साथ खड़े व्यक्ति (गजानन) ने उन्हें मना कर दिया। जब उन्होंने कहा कि वे मुस्लिम से पार्सल नहं लेंगे, तब मैंने उन्हें फोन से रिकॉर्ड करना शुरू कर दिया। यह बहुत दुखद स्थिति है।”
Coronavirus in India Live Updates
बरकत पटेल ने मंगलवार शाम को इस मामले की शिकायत काशीमीरा पुलिस स्टेशन में दर्ज कराई। इसके आधार पर पुलिस ने गजानन पर धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाने के आरोप में आईपीसी की धाराओं के तहत मामला दर्ज किया। सीनियर इंस्पेक्टर संजय हजारे ने बताया कि आरोपी को उसी पते से पकड़ा गया, जहां बरकत डिलीवरी करने गया था। वीडियो के जरिए व्यक्ति की पहचान भी हो गई।
बरकत के मुताबिक, जबसे लॉकडाउन लगा है, तब से कस्टमर उन्हें ज्यादा सम्मान दे रहे हैं। उसने कहा कि हम सामान की डिलीवरी में बड़ा जोखिम ले रहे हैं। ज्यादातर कस्टमर जानते हैं कि हम क्यों बाहर घूम रहे हैं।
कोरोना वायरस से जुड़ी अन्य जानकारी के लिए इन लिंक्स पर क्लिक करें | गृह मंत्रालय ने जारी की डिटेल गाइडलाइंस | क्या पालतू कुत्ता-बिल्ली से भी फैल सकता है कोरोना वायरस? | घर बैठे इस तरह बनाएं फेस मास्क | इन वेबसाइट और ऐप्स से पाएं कोरोना वायरस के सटीक आंकड़ों की जानकारी, दुनिया और भारत के हर राज्य की मिलेगी डिटेल । क्या गर्मी बढ़ते ही खत्म हो जाएगा कोरोना वायरस?