दिल्ली सीएम अरविंद केजरीवाल और पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने जेल में बंद आम आदमी पार्टी के विधायक चैतर वसावा से मुलाकात की। मुलाकात के बाद सीएम केजरीवाल ने दावा किया कि सत्तारूढ़ भाजपा अत्याचार और तानाशाही की सारी हदें पार कर गई है। इतना ही नहीं, वसावा के समर्थन में सीएम केजरीवाल और मान ने रविवार को गुजरात के भरूच जिले के आदिवासी इलाके में एक रैली को भी संबोधित किया। इस दौरान दिल्ली सीएम ने कहा कि वसावा अगले आम चुनाव में भरूच लोकसभा सीट से आप के उम्मीदवार होंगे।
कौन हैं जेल में बंद वसावा
रिपोर्ट के अनुसार, आप नेता चैतर वसावा फिलहाल नर्मदा जिले के डेडियापाड़ा से विधायक हैं। भरूच लोकसभा सीट बीजपी नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री मनसुख वसावा के पास है। दरअसल, चैतर वसावा को 14 दिसंबर, 2023 को नर्मदा जिले में वन अधिकारियों पर जबरन वसूली और हमले के एक कथित मामले गिरफ्तार किया गया। वे आदिवासियों के जंगल की जमीन पर खेती से संबंधित एक मामले को सुलझाने की कोशिश कर रहे थे। उन पर वन अधिकारियों को धमकी देने और हवा में गोली चलाने के मामले में गिरफ्तार किया गया था। इतना ही नहीं मामले में उनकी पत्नी शकुंतलाबेन को भी गिरफ्तार किया गया था। दोनों अभी जेल में बंद हैं।
विधानसभा चुनाव 2022 में वसावा ने बीजेपी के हितेश देवजी को हराया था
विधानसभा चुनाव 2022 में डेडियापाड़ा सीट पर आप कैंडिडेट चैतर वसावा ने बीजेपी के हितेश देवजी वसावा को हराया था। वसावा को उस समय 3637 वोट मिले थे जबकि हितेश 3097 मत लेकर दूसरे नंबर पर रहे। वहीं कांग्रेस के जेरमाबेन सुखलाल वासवा 525 वोट के साथ तीसरे नंबर पर थे।
दरअसल, राजपीपला जिला जेल में बंद विधायक वसावा से सीएम केजरीवाल और आप के अन्य नेताओं ने मुलाकात की। मुलाकात के बाद सीएम केजरीवाल ने मीडिया से कहा, “हम चैतर वसावा और शकुंतलाबेन से मिले…वे ठीक हैं, स्वस्थ हैं, उनका हौसला बुलंद है। वे लड़ेंगे और संघर्ष करेंगे। आखिरकार हमें भाजपा को गुजरात से उखाड़ फेंकना है और ये काम जनता करेगी क्योंकि इनका अत्याचार और तानाशाही का घड़ा भर चुका है।”
केजरीवाल ने आगे कहा, “आने वाले चुनावों में लोग भाजपा को उखाड़ फेंकेंगे…। भाजपा जिसे चाहती है उसे जेल में डाल देती है… चैतर की गलती यह थी कि उन्होंने लोगों के लिए लड़ाई लड़ी। उन्होंने उन किसानों के लिए लड़ाई लड़ी जिनके खेत वन विभाग ने नष्ट कर दिए थे। उन्होंने उन किसानों के लिए लड़ाई लड़ी जिन्होंने अपनी जमीन खो दी…। हमने उन्हें भरूच लोकसभा सीट से आप उम्मीदवार घोषित कर दिया है। हमें उम्मीद है कि उस समय तक वह जेल से बाहर आ जाएंगे। अगर वह बाहर नहीं भी आएंगे तो भी पार्टी पूरी ताकत से उनके पक्ष में लड़ेगी।”
इस दौरान दिल्ली के सीएम ने यह भी दावा किया कि विधायक को जेल में डाल दिया गया क्योंकि उन्होंने लोगों के हित में मुद्दे उठाए थे। उन्होंने कहा कि विधायक और उनकी पत्नी की गिरफ्तारी से गुजरात के आदिवासी समुदाय में गुस्सा है। उन्होंने कहा कि आदिवासियों ने रविवार को (भरूच में) रैली में अपना गुस्सा जाहिर किया। वहीं पंजाब सीएम मान ने कहा कि भाजपा जिस तरह से जनता के लिए लड़ने वालों के खिलाफ कार्रवाई करती है, वह पूरे देश के लिए एक चुनौती है।
उन्होंने आगे दावा किया, “जो भी जनता के लिए काम करता है और लोकप्रिय है। उसे ईडी और सीबीआई का इस्तेमाल करके फर्जी मामलों के आधार पर जेल में डाल दिया जाता है।” उन्होंने यह भी कहा कि यह तानाशाही है और लंबे समय तक नहीं चलेगी। चैतर वसावा एक लोकप्रिय नेता हैं जिन्होंने जनता के लिए लड़ाई लड़ी है। अब देखना है कि बीजेपी की तरफ से इस पर क्या जवाब आता है।