BJP प्रवक्ता संबित पात्रा ने एक टीवी डिबेट में कह दिया कि वह टोपी (मुस्लिमों द्वारा लगाई जाने वाली) लगाने पर विचार करेंगे। हालांकि, उन्होंने इसके लिए एक शर्त भी रखी। साथ ही असदुद्दीन ओवैसी के नेतृत्व वाली AIMIM के नेता से चर्चा के दौरान पूछ दिया कि क्या वह टीका और तिलक (हिंदुओं द्वारा माथे पर लगाया जाने वाला चिह्न) कब लगाएंगे?

दरअसल, यह वाकया हिंदी समाचार चैनल Aaj Tak से जुड़ा है। शुक्रवार को ‘हल्ला-बोल’ नाम के शो में पीएम मोदी के उस वायरल फोटो पर चर्चा हो रही थी, जिसमें उनके बगल में टोपी लगाए जुल्फिकार अली नाम का बीजेपी कार्यकर्ता कान में कुछ फुसफुसाता नजर आ रहा था। डिबेट में एक पल ऐसा आया, जब पात्रा ने कहा था- हमारी तरह मंदिरों में आप कब पूजा करेंगे, तब हम भी टोपी पहनने के बारे में सोचेंगे। आप टीका लगाएंगे नहीं…आप यहां गलती से गणपति बप्पा मोरया बोल दें, तो आपको दंडवत क्षमा मांगनी पड़ती है। और, हमसे चाहते हैं कि हम सब आपकी टोपी पहनकर घूमें।

अगले बिंदु का जिक्र करते हुए वह आगे बोले- आपने कहा कि कागज नहीं दिखाएंगे। पहले तो किसी ने हिंदुस्तान के मुसलमानों से कागज मांगा नहीं। दूसरा- ओवैसी से जाकर पूछिए कि बूथ पर जाकर कागज दिखाते हैं या नहीं। अगर कहीं नहीं दिखाना है, तब ओवैसी जी से कहिए कि कागज न दिखाएं और वोट न करें। चुपचाप घर में बैठें।

बकौल पात्रा, “तीसरी बात- ओवैसी ने कहा कि उन्होंने कान में कहा है कि हम तीन तलाक का कानून नहीं मानेंगे। कैसे नहीं मानेंगे, साहब? आप देश के कानून को नहीं मानेंगे, सुप्रीम कोर्ट के फैसले को नहीं मानेंगे…ये क्या सिखा रहे हैं? अपने आप को बैरिस्टर करने वाले नेता ऐसा कहते हैं कि सुप्रीम कोर्ट द्वारा पारित आदेश को देश के मुसलमानों को नहीं मानना चाहिए।”

उनके मुताबिक, “मैं गर्व से कहता हूं कि एक ओवैसी हैं, ममता बनर्जी हैं तो एक जुल्फिकार भी है, जो कह रहा है कि हम पाकिस्तान बनने नहीं देंगे। मैं भी कह रहा हूं कि हम पाकिस्तान बनने नहीं देंगे।”