Delhi Riots 2020 के आरोपी और शरजील इमाम COVID19 संक्रमित पाए गए हैं। JD(U) नेता रहे अकबर इमाम के बेटे शरजील फिलहाल असम की जेल में बंद हैं और उनके खिलाफ दिल्ली पुलिस के स्पेशल सेल ने अनलॉफुल एक्टिविटी प्रिवेंशन एक्ट (यूएपीए) के तहत मामला दर्ज कर रखा है।
दिल्ली पुलिस के सूत्रों के हवाले से समाचार एजेंसी ANI ने बताया- उनकी कोरोना रिपोर्ट पॉजिटिव है। दिल्ली पुलिस स्पेशल सेल ने असम में उनके प्रोडक्शन वॉरंट के लिए आवेदन किया है, क्योंकि वह गुवाहाटी की सेंट्रल जेल में बंद हैं। 25 जुलाई के पहले उन्हें दिल्ली के कोर्ट में हाजिर किया जाना था, पर अभी तक उनकी पेशी नहीं हुई है।
वहीं, असम इंस्पेक्टर जनरल (आईजी) ऑफ प्रिजन्स दशरथ दास ने इंडियन एक्सप्रेस के अभिषेक साहा को बताया कि गुवाहाटी सेंट्रल जेल के 435 कैदी कोरोना संक्रमित (खबर लिखे जाने तक) पाए जा चुके हैं, जबकि वहां 1000 के आस-पास कैदी होंगे।
इसी बीच, सामाजिक कार्यकर्ता कविता कृष्णनन ने कहा है कि मोदी सरकार देश की जेलों को डेथ कैंप बना रही है। ऐसे समय में JNU छात्र शरजील की जान को खतरा है। उन्होंने ट्वीट कर कहा- शरजील इमाम का नाम उन राजनीतिक कैदियों की सूची में शामिल हो गया है, जिन्हें मोदी शासनकाल में फर्जी आरोपों को लेकर जेल में बंद किया गया और वहां उन्हें कोरोना वायरस हो गया। वह एक छात्र, जिसकी जान खतरे में हैं। ऐसा इसलिए, क्योंकि मोदी शासनकाल या सरकार इस महामारी को राजनीतिक अंडरट्रायल कैदियों के लिए जेलों को ‘डेथ कैंप’ बनाने के हथियार के रूप में बदल दिया है।
दरअसल, इमाम को उनके एक बयान को लेकर गिरफ्तार किया गया था। उन्होंने असम को देश के बाकी हिस्से से ‘काट देने’ की बात कही थी। बाद में सफाई के तौर पर उन्होंने इसे ‘चक्का जाम’ करने की बात बताया था। दिल्ली के शाहीन बाग में हुए CAA विरोधी प्रदर्शन में वह शुरुआती तौर पर एक सक्रिय वॉलंटियर भी रहे।
इमाम पर CAA, NRC को लेकर सरकार के खिलाफ भड़काऊ भाषण और आपत्तिजनक बयान देने के आरोप हैं, जिसके चलते आईपीसी की धारा 124A (राजद्रोह), 153ए और 505 के तहत उनके खिलाफ शिकायत दर्ज है।
वैसे, शरजील से पहले गुवाहाटी जेल में बंद एक्टिविस्ट अखिल गोगोई और उनके साथी बिट्टू सोनोवाल और धैर्य कुंवर भी कोरोना पॉजिटिव पाए गए थे। गोगोई और उनके साथियों को NIA ने बुक किया था और उन पर देशद्रोह और यूएपीए के प्रावधानों के तहत आरोप थे।