महाराष्ट्र में कोरोना संक्रमित मरीजों का आंकड़ा 41,642 हो गया है। इनमें से 28462 एक्टिव मरीज हैं और 11,726 रिकवर हो चुके हैं। महाराष्ट्र में अब तक कोरोना से 1454 लोगों की जान जा चुकी है। राजधानी मुंबई में हालात सबसे ज्यादा बुरे हैं। यहां कोरोना के 25 हजार से ज्यादा केस मिल चुके हैं। अकेले मुंबई में कोरोना से 882 लोगों की जान गई है।
मुंबई के धारावी इलाके में कोरोना संक्रमितों की संख्या में लगातार इजाफा हो रहा है। गुरूवार को यहां 47 नए मरीज मिले हैं। बीएमसी के अनुसार, धारावी में कोरोना मरीजों की कुल संख्या बढ़कर 1425 हो गई है।
मध्य प्रदेश में कुल मरीजों का आंकड़ा 5,981 है। वहीं राज्य में इस घातक बीमारी से अब तक 271 लोगों की मौत हो चुकी है। मध्य प्रदेश के 49 जिलों में कोरोना संक्रमण फैल चुका है। राज्य के तीन जिले ही अभी तक कोरोना संक्रमण से अछूते बचे हुए हैं। ये तीन जिले कटनी, नरसिंहपुर और निवाड़ी हैं। प्रदेश में कोरोना के कुल मरीज 5981 हैं। मध्य प्रदेश में अब तक कोरोना से 270 लोगों की मौत हो चुकी है।
देश में कोरोना वायरस से सबसे ज्यादा प्रभावित जिलों में शामिल इंदौर में पिछले 24 घंटे के दौरान 76 नये मरीज मिले हैं। इसके साथ ही, जिले में महामारी की जद में आये लोगों की तादाद 2,774 से बढ़कर 2,850 पर पहुंच गयी है।
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छत्तीसगढ़ में कोरोना वायरस संक्रमण के 16 नये मामलों की पुष्टि हुई है जिसके बाद राज्य में इस वायरस से संक्रमितों की संख्या बढ़कर 148 हो गई है। राज्य के स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों ने शुक्रवार को यहां बताया कि राज्य के कोरबा, कांकेर और बेमेतरा जिले में 16 नए लोगों में कोरोना वायरस संक्रमण की पुष्टि हुई है। अधिकारियों ने बताया कि कोरबा जिले के 12 लोगों में, कांकेर जिले के तीन लोगों में तथा बेमेतरा जिले के एक व्यक्ति में कोरोना वायरस संक्रमण की पुष्टि हुई है। इनमें से ज्यादातर लोग प्रवासी मजदूर हैं।
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देश में कोरोना वायरस से सबसे ज्यादा प्रभावित जिलों में शामिल इंदौर में 95 साल की महिला ने इस महामारी के खिलाफ संघर्ष की नजीर पेश की है। अस्पताल में 11 दिन चले इलाज के बाद वह कोविड-19 को मात देकर घर लौट आयी हैं और इसके साथ ही, वह देश के उन सबसे उम्रदराज मरीजों में शामिल हो गयी हैं जो उपचार के बाद इस महामारी से उबर चुके हैं। अधिकारियों ने शुक्रवार को बताया कि कोविड-19 से संक्रमित पाये जाने के बाद 95 वर्षीय महिला को शहर के एक निजी अस्पताल में 10 मई को भर्ती कराया गया था। इलाज के बाद संक्रमणमुक्त होने पर उन्हें बृहस्पतिवार (21 मई) को छुट्टी दे दी गयी।
बंबई उच्च न्यायालय ने शुक्रवार को कहा कि मुंबई नगर निकाय के पास कोविड-19 के कारण जान गंवाने वाले लोगों के शवों का निस्तारण करने के लिए किसी भी कब्रिस्तान को नामित करने का अधिकार है और ऐसा कोई वैज्ञानिक अध्ययन नहीं हुआ जो यह दिखाता हो कि कोरोना वायरस मुर्दों से भी फैलता है। मुख्य न्यायाधीश दीपांकर दत्ता और न्यायमूर्ति एस एस शिंदे की खंडपीठ ने उन याचिकाओं को खारिज करते हुए यह टिप्पणी की जिसमें बीएमसी द्वारा जारी नौ अप्रैल के परिपत्र को चुनौती दी गई थी। बीएमसी ने परिपत्र जारी कर कोरोना वायरस के कारण मरने वाले लोगों के शवों के निस्तारण के लिए 20 कब्रिस्तानों को चिह्नित किया था।
महाराष्ट्र के गृह मंत्री अनिल देशमुख ने मुंबई में कोरोना वायरस का संक्रमण फैलने से रोकने के लिए लागू लॉकडाउन के दौरान चार लावारिस शवों का अंतिम संस्कार करने के लिए महिला पुलिस कर्मी की तारीफ की है। बृहस्पतिवार रात को ट्विटर पर, मंत्री ने कहा कि पुलिस नायक संध्या शीलवंत ने एक दिन में चार व्यक्तियों का अंतिम संस्कार किया और अपने कर्तव्य के प्रति उनका समर्पण सराहनीय है। कुछ मृतक बेसहारा थे, जबकि एक व्यक्ति कोविड-19 से संक्रमित था और उसके रिश्तेदारों ने उसके शव पर दावा नहीं किया था। शीलवंत मध्य मुंबई के शाहू नगर थाने से संबद्ध हैं और उनका काम क्षेत्र में दुर्घटनावश होने वाली मौतों का पंजीकरण करना है। वह लावारिस लाशों को लेकर उन्हें पोस्टमार्टम के लिए भेजती हैं और उनके परिवारों को तलाशती हैं और जिन शवों पर कोई दावा करने नहीं आता, उनका अंतिम संस्कार कराती हैं।
पुणे के सरकारी ससून सर्वोपचार अस्पताल में भर्ती कोविड-19 के कम से कम 25 मरीजों को टोसिलीजुमैब दवा दी जाएगी, जो संक्रमण के उपचार में प्रभावी साबित हुई है। एक अधिकारी ने शुक्रवार को यह जानकारी दी। यह दवा उन मरीजों को दी जाएगी, जिनकी हालत नाजुक लेकिन स्थिर है। नगर निगम आयुक्त शेखर गायकवाड़ ने कहा कि इस नयी दवा(इंजेक्शन) की कीमत करीब 20,000 रुपये है। यह पहले चरण में 25 मरीजों को दी जाएगी और इसके नतीजों के आधार पर पुणे नगर निगम इसके आगे के उपयोग के बारे में फैसला करेगा।
शुक्रवार को भोपाल में कोरोना के 27 नए मरीज मिले हैं। इनमें से ज्यादातर जाटखेड़ी इलाके से मिले हैं। इनके अलावा मिसरोद, ओल्ड सुभाष नगर, बरखेड़ा, पठानी, राजहर्ष, नवजीवन कॉलोनी इलाके कोरोना के नए हॉटस्पॉट बनकर उभरे हैं।
भोपाल के कोरोना हॉटस्पॉट इलाकों में काफी सख्ती की जा रही हैं और वहां पुलिस का सख्त पहरा है। हालांकि राहत की बात ये है कि कुछ हॉटस्पॉट में स्थिति अब कंट्रोल होने लगी है। भोपाल का जहांगीराबाद इलाका ऐसा ही हॉटस्पॉट हैं, जहां बीते दिनों हर दिन 20-25 कोरोना मरीज मिलते थे। अब यहां सख्ती और प्रशासन की कोशिशों के बाद बीते 4 दिनों 34 केस ही मिले हैं। एमपी में कोरोना के कुल 5981 केस मिले हैं।
देश में कोरोना संक्रमितों की कुल संख्या एक लाख अट्ठारह हजार के पार चली गई है। इनमें से 40 हजार से ज्यादा मामले अकेले महाराष्ट्र में सामने आ चुके हैं। प्रदेश में 4 लाख से ज्यादा लोग क्वारंटीन हैं, इसी से अंदाजा लगाया जा सकता है कि महाराष्ट्र में कोरोना से हालात कितने खराब हैं।
पूरे महाराष्ट्र राज्य के साथ ही महाराष्ट्र पुलिस भी कोरोना संकट से बुरी तरह प्रभावित है। महाराष्ट्र पुलिस के 1600 से भी ज्यादा जवान कोरोना संक्रमित हैं। इसी बीच महाराष्ट्र पुलिस के हेड कॉन्सटेबल अरुण फडतारे का भी कोरोना संक्रमण के चलते निधन हो गया है। अरुण फडतारे मुंबई के विले पार्ले पुलिस स्टेशन में तैनात थे। डीजीपी समेत महाराष्ट्र पुलिस के सभी जवानों ने फडतारे के परिजनों के प्रति संवेदना व्यक्त की है।
कोविड-19 का प्रकोप कायम रहने के कारण मद्देनजर इंदौर जिला रेड जोन में बरकरार है। जिले में कोरोना वायरस के प्रकोप की शुरूआत 24 मार्च से हुई, जब पहले चार मरीजों में इस महामारी की पुष्टि हुई थी।
कोविड-19 से संक्रमित पायी गयी 70 वर्षीय महिला और 65 वर्षीय पुरुष की यहां अलग-अलग अस्पतालों में इलाज के दौरान सोमवार को मौत हो गयी। इसके बाद जिले में इस महामारी की चपेट में आकर दम तोड़ने वाले मरीजों की तादाद बढ़कर 109 पर पहुंच गयी है।
महाराष्ट्र सरकार ने कोरोना वायरस संक्रमण का निजी और धर्मार्थ अस्पतालों में इलाज कराने वाले मरीजों के लिए प्रति दिन शुल्क को लेकर तीन स्लैब जारी की हैं और सरकार ने इन अस्पतालों में 80 प्रतिशत बेड के लिए दरों को विनियमित करने का निर्णय लिया है। महाराष्ट्र में गैर-सरकारी स्वास्थ्य देखभाल प्रदाताओं को अधिकतम रोगियों को भर्ती करने को कहा गया है जो उपलब्ध बेड में से 80 फीसदी बेड पर इन्हें भर्ती करेंगे और इसकी दरें सरकार की ओर से स्वीकृत की जाएंगी।
महाराष्ट्र में सत्तारूढ़ शिवसेना ने शुक्रवार को कहा कि कोविड-19 वैश्विक महामारी के दौरान उद्धव ठाकरे सरकार के खिलाफ भाजपा का विरोध प्रदर्शन पार्टी पर ही उल्टा पड़ेगा। शिवसेना ने अपने मुखपत्र ‘सामना’ में महाराष्ट्र विकास आघाड़ी सरकार के महामारी से निपटने के तरीके की तुलना केरल के मॉडल से करने के लिए प्रदेश भाजपा अध्यक्ष चंद्रकांत पाटिल की आलोचना की। संपादकीय में कहा गया है, ‘‘ऐसा लगता है कि पाटिल ने केरल मॉडल का अध्ययन नहीं किया है। केरल के मुख्यमंत्री पिनराई विजयन केंद्र के दिशा निर्देशों का पालन नहीं करते और उन्हें लगता है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ वीडियो कांफ्रेंस में भाग लेना समय की बर्बादी है।’’
भोपाल के सतपुड़ा भवन में स्थित उच्च शिक्षा विभाग के एक अधिकारी को कोरोना संक्रमण की पुष्टि हुई है। जिसके बाद एहतियातन बिल्डिंग के उस फ्लोर को सैनेटाइज करने के लिए सील बंद कर दिया गया है।
महाराष्ट्र के नासिक जिले में आज कोरोना के 23 नए मामले मिले हैं। इसके बाद जिले में कोरोना संक्रमितों का आंकड़ा बढ़कर 890 हो गया है। शुक्रवार को मिले मामलों में से मालेगांव में 11 और नासिक के आठ मामले शामिल हैं। मालेगांव नासिक का हॉटस्पॉट है, जहां कोरोना के 684 केस मिले हैं।
गुरुवार को महाराष्ट्र में कोरोना के 2345 मामले सामने आए, जो कि पूरे देश में सबसे ज्यादा हैं। गौरतलब है कि महाराष्ट्र में बीते पांच दिनों से लगातार कोरोना संक्रमण के दो हजार मामले सामने आ रहे हैं। राज्य में अब कोरोना मरीजों की कुल संख्या 41642 हो गई है और अब तक प्रदेश में कोरोना संक्रमण से 1454 लोगों की जान गई है।
महाराष्ट्र पुलिस में कोरोना का संक्रमण बड़े स्तर पर फैल गया है। फिलहाल राज्य पुलिस में कोरोना के 1666 मामले मिल चुके हैं। इनमें से 1177 एक्टिव केस हैं और अभी तक 16 पुलिसकर्मियों की कोरोना संक्रमण से मौत हो चुकी है।
मुंबई में कोरोना संकट के बीच सिस्टम की लापरवाही सामने आयी है। दरअसल एक कोरोना पॉजिटिव मरीज द्वारा बार बार मदद मांगने के बाद भी उसे एंबुलेंस की सुविधा नहीं मिली। आखिरकार मरीज को 3 किलोमीटर पैदल चलकर अस्पताल जाना पड़ा।
महाराष्ट्र सरकार के खिलाफ विपक्षी भारतीय जनता पार्टी के विरोध प्रदर्शन की योजना की आलोचना करते हुये सत्तारूढ़ शिवसेना ने बृहस्पतिवार को कहा कि पार्टी कोरोना वायरस महामारी को राजनीतिक रंग देने की कोशिश कर रही है। भाजपा ने शिवसेना-राकांपा-कांग्रेस सरकार के खिलाफ शुक्रवार को राज्यव्यापी प्रदर्शन की अपील की है। भाजपा का आरोप है कि यह सरकार माहाराष्ट्र में महामारी को नियंत्रण में करने में विफल रही। शिवसेना ने एक ट्वीट में कहा कि विधानसभा में विपक्ष के नेता देवेंद्र फडणवीस को सलाह देनी चाहिए कि कोरोना वायरस के खिलाफ लड़ाई कैसे लड़ी जाए। विरोध प्रदर्शन से तो लोग जमा होंगे और इसका उल्टा प्रभाव पड़ेगा।
भारत में बीते 24 घंटे में कोरोना संक्रमण के मामलों में सबसे बड़ा उछाल देखा गया है। इस दौरान देश में कोरोना के कुल 6088 नए मामले सामने आए हैं और 148 लोगों की मौत हो गई है। इसके साथ ही देश में कोरोना मरीजों की कुल संख्या बढ़कर 1,18,447 हो गई है।