गुजरात की सूरत लोकसभा सीट से कांग्रेस के उम्मीदवार निलेश कुंभानी का नामांकन फॉर्म चुनाव अधिकारी ने रद्द कर दिया था। इस सीट से बाकी बचे उम्मीदवारों ने भी अपनी उम्मीदवारी वापस ले ली थी। इसके बाद बीजेपी के प्रत्याशी मुकेश दलाल निर्विरोध चुनाव जीत गए। यूं कह लें कि भारतीय जनता पार्टी का खाता वोटिंग से पहले ही खुल गया है। अब इस मामले में कांग्रेस ने इलेक्शन कमीशन से शिकायत की है।
कांग्रेस ने आरोप लगाया कि अनुचित प्रभाव के जरिये मुकेश दलाल को जीत मिली है। इतना ही नहीं, पार्टी ने मांग की है कि सूरत लोकसभा सीट पर दोबारा से चुनाव कराए जाएं। पार्टी ने दावा किया कि भारतीय जनता पार्टी कारोबारी समुदाय से काफी भयभीत थी। इसी वजह से सूरत लोकसभा सीट पर मैच फिक्सिंग करने का प्रयास किया।
कांग्रेस नेताओं ने मुख्य चुनाव आयुक्त से की मुलाकात
कांग्रेस नेताओं का एक डेलिगेशन मख्य चुनाव आयुक्त और अन्य चुनाव आयुक्त से मिला। यहां पर उन्होंने मांग की है कि सूरत सीट पर दोबारा से चुनाव प्रक्रिया कराई जाए। कांग्रेस नेता अभिषेक मनु सिघंवी ने कहा कि हमने चीफ इलेक्शन कमीशनर से आग्रह किया है कि सूरत सीट पर चुनाव स्थगित करवा दिए जाएं। उन्होंने कहा कि दोबारा चुनाव कराने से यह साफ संदेश जाएगा कि इस तरह से गलत प्रभाव डालकर आप फायदा नहीं उठा सकते हैं।
सिंघवी ने आगे कहा कि सूरत में चार प्रस्तावकों ने कांग्रेस उम्मीदवार को नामांकित किया था। लेकिन अचानक चारों ने अपने साइन को झुठला दिया। वो भी किसी एक ने नहीं बल्कि चारों ने ऐसा किया। यह कोई संयोग की बात नहीं है। हमारा प्रत्याशी कई घंटो तक गायब था और जब तक वह सामने आया तो दूसरे सभी प्रत्याशियों ने अपनी उम्मीदवारी वापस ले ली। हमारे प्रत्याशी का नॉमिनेशन रद्द कर दिया गया।
निर्विरोध जीते बीजेपी के उम्मीदवार
बता दें कि गुजरात की सभी 26 लोकसभा सीट पर मतदान तीसरे चरण में यानी की 7 मई को होना है। इसके लिए नॉमिनेशन की आखिरी तारीख 19 अप्रैल थी और नामांकन वापिस लेने की डेट 22 अप्रैल है। इसके बाद बीजेपी ने कांग्रेस के उम्मीदवार निलेश कुंभानी के प्रस्तावकों को लेकर इलेक्शन कमीशन में शिकायत की और निलेश कुंभानी अपने प्रस्तावकों को निर्धारित समयावधि में चुनाव अधिकारी के सामने हाजिर नहीं रख पाए और उनका नामांकन रद्द कर दिया गया।
कांग्रेस के उम्मीदवारों का नॉमिनेशन रद्द होने के बाद बाकी बचे 8 प्रत्याशियों ने भी अपनी उम्मीदवारी वापस ले ली। ऐसे में भारतीय जनता पार्टी के प्रत्याशी मुकेश दलाल निर्विरोध चुन लिए गए थे। चुनाव आयोग ने उन्हें जीत का सर्टिफिकेट भी जारी कर दिया है। यह पहली बार है जब लोकसभा इलेक्शन में भारतीय जनता पार्टी का कोई भी सांसद निर्विरोध जीता गया है।