LAC विवाद को लेकर Rajya Sabha से BJP सांसद सुब्रमण्यम स्वामी ने शनिवार को कहा है कि चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग अपने मुल्क के जवानों को युद्ध के लिए तैयार रहने को लेकर आदेश दे चुके हैं। पर भारत की ओर से इस पर कोई जवाब या प्रतिक्रिया नहीं दी गई, जिसे लेकर वह (स्वामी) हैरान हैं।
स्वामी ने को ट्वीट किया, “चीन के सुप्रीमो शी जिनपिंग सार्वजनिक तौर पर एलएसी पर तैनात (अंदर और आस-पास) चीनी सैनिकों से कह चुके हैं कि ‘जंग के लिए तैयार रहिए।’ यह हैरान करने वाला है कि हमारी सरकार ने इस पर जवाब नहीं दिया कि ‘हां, हम भी आपको घर भेजने के लिए तैयार हैं। सीधे तरीके या टेढ़ा तरीके से- जैसी आपकी इच्छा हो?’
दरअसल, हाल ही में गुआंगडोंग में एक सैन्य ठिकाने के दौरान जिनपिंग ने अपने सैनिकों को हमेशा तैयार रहने के लिए कहा। ‘South China’ की रिपोर्ट में उनके बयान के हवाले से कहा गया- आप को अपना ध्यान और पूरी ताकत जंग की तैयारी में लगानी चाहिए। ट्रेनिंग में युद्धाभ्यास पर जोर देना चाहिए।
China’s Supremo Xi Jingping has openly declared to Chinese troops in LAC– inside&across : “Be ready for war”. It is surprising that no one from our government has replied: “Yes, we are waiting to send you home—horizontally or vertically—choice is yours”?
— Subramanian Swamy (@Swamy39) October 17, 2020
‘LAC पर बेहद गंभीर सुरक्षा चुनौती’: विदेश मंत्री एस जयशंकर ने शुक्रवार को कहा कि पूर्वी लद्दाख में वास्तविक नियंत्रण रेखा (एलएसी) पर बड़ी संख्या में हथियारों से लैस चीनी सैनिकों की मौजूदगी भारत के समक्ष ‘‘बहुत गंभीर’’ सुरक्षा चुनौती है। एशिया सोसाइटी की ओर से आयोजित ऑनलाइन कार्यक्रम में उन्होंने कहा कि जून में लद्दाख सेक्टर में भारत-चीन सीमा पर हिंसक झड़पों का बहुत गहरा सार्वजनिक और राजनीतिक प्रभाव रहा है तथा इससे भारत और चीन के बीच रिश्तों में गंभीर रूप से उथल-पुथल की स्थिति बनी है।
‘ड्रैगन’ के सामने डटकर खड़ी है सेना- BJP चीफः उधर, भाजपा अध्यक्ष जे पी नड्डा ने शुक्रवार को कहा था कि भारत की फौज चीन के सामने डटकर खड़ी है और पाकिस्तान को मुंहतोड़ जवाब देने का भी काम नरेंद्र मोदी के नेतृत्व ने किया गया है। उनके मुताबिक, पिछले छह साल में नरेंद्र मोदी ने अरुणाचल प्रदेश से लेकर लद्दाख तक 4,700 किमी लंबी सड़क सीमा पर बना दी है और कोई भी आ जाये हमारी फौज वहां लड़ने के लिए तैयार है।
गलवान में इस साल हुई थी खूनी झड़पः बता दें कि पूर्वी लद्दाख की गलवान घाटी में 15 जून को हिंसक झड़प में भारतीय सेना के 20 जवान शहीद हो गए थे जिसके बाद दोनों देशों के बीच तनाव बहुत बढ़ गया था। चीन की पीपल्स लिबरेशन आर्मी के जवान भी हताहत हुए थे लेकिन उसने स्पष्ट संख्या नहीं बताई। (भाषा इनपुट्स के साथ)