कांग्रेस सांसद राहुल गांधी (Rahul Gandhi) की भारत जोड़ो न्याय यात्रा (Bharat Jodo Nyay Yatra) जब पश्चिम बंगाल पहुंचे थे, तो उस दौरान ही इंडिया गठबंधन (India Alliance) को पहला झटका सीएम ममता बनर्जी ने अकेले चुनाव लड़ने की घोषणा करके दिया था। इसके बाद नीतीश कुमार (Nitish Kumar) ने बिहार में विपक्षी एकता का झटका देकर NDA का दामन थाम लिया था। पंजाब मे सीएम भगवंत मान ने कांग्रेस को काफी खरी खोटी सुनाई थी। इसके चलते यह लगने लगा था कि यह गठबंधन चुनाव के पहले ही दम तोड़ देगा लेकिन अब स्थिति अचानक पलट गई है। उत्तर प्रदेश में सपा और कांग्रेस के बीच सीटों पर हुई डील इंडिया गठबंधन के लिए सबसे अहम साबित हुई और अब अन्य राज्यों से भी विपक्षी दलों के इंडिया गठबंधन के पॉजिटिव न्यूज आ रह है।
दरअसल, उत्तर प्रदेश में राहुल गांधी की भारत जोड़ो न्याय यात्रा के दौरान पूर्व सीएम अखिलेश यादव के इसमें शामिल होने को लेकर पशोपेश बना रहा लेकिन बुधवार को आसानी सपा और कांग्रेस के बीच गठबंधन के तहत सीट शेयरिंग का फॉर्मूला बन गया। यूपी में सपा 62 सीट और कांग्रेस 17 और चंद्रशेखर आजाद को 1 सीट पर पीडीए (PDA Alliance) गठबंधन तय हो गया है। यूपी में गठबंधन पूरा हुआ और अन्य राज्यों से भी गुड न्यूज आना शुरू हो गई है।
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के नेतृत्व में आम आदमी पार्टी कांग्रेस के साथ गठबंधन करने को लेकर सहमति बनती नजर आ रही है। जानकारी के मुताबिक आप चार और कांग्रेस तीन सीटों पकर चुनाव लड़ सकती है। आप दक्षिणी दिल्ली, नई दिल्ली, उत्तर पश्चिमी दिल्ली, पश्चिमी दिल्ली सीट पर चुनाव लड़ेगी। कांग्रेस उत्तर पूर्वी दिल्ली, चांदनी चौक और पूर्वी दिल्ली सीट पर चुनाव लड़ सकती है। माना जा रहा है कि दिल्ली में आप और कांग्रेस का समझौता हो सकता है।
बंगाल में हो सकता है समझौता
दिल्ली के अलावा आप और कांग्रेस के बीच हरियाणा, गुजरात, पंजाब में गठबंधन को लेकर सहमति हो सकती है, जिसका ऐलान अगले तीन से चार दिनों में किया जा सकता है, जो कि दोनों ही दलों के लिए बीजेपी के खिलाफ लड़ाई में सहमति बनना इंडिया गठबंधन के ट्रैक पर वापस आने का संकेत है। खास बात यह है कि बंगाल से भी सीट बंटवारे में पर बात बन सकती है।
बरे हैं कि जिन ममता बनर्जी ने अकेले चुनाव लड़ने का ऐलान किया था, उन्हीं ममता ने अब कांग्रेस को सीट शेयरिंग की पेशकश की है। सूत्रों का कहना है कि कांग्रेस को दो सीटों पर चुनाव लड़ने का ऑफर दिया है। इसके अलावा मेघालय और असम में टीएमसी एक-एक सीट पर चुनाव लड़ेगी। सूत्र बताते हैं कि दोनों के बीच तुरा सीट को लकेर बात अटकी हुई है। कांग्रेस ये सीट टीएमसी देने से इनकार कर दिया है।
महाराष्ट्र में भी बन रही है सहमति!
यूपी, दिल्ली, हरियाणा, पंजाब, गुजरात पश्चिम बंगाल और यूपी जैसे राज्यों में इंडिया गठबंधन के दलों में सीट शेयरिंग पर बात बनती नजर आ रही है तो वहीं महाराष्ट्र में विपक्षी दल किसी अहम नतीजे पर पहुंच सकते हैं। यहां सीट शेयरिंग को लेकर शरद पवार और राहुल गांधी के बीच बातचीत हुई है। महाराष्ट्र की 48 लोकसभा सीटों की बात करें तो एनसीपी, उद्धव ठाकरे की शिवसेना और प्रकाश आंबेडकर की वंचित बहुजन अघाड़ी के बीच 38 सीटों पर सहमित बन चुकी है और 9 सीटों पर पेंच फंसा हुआ है। माना जा रहा है कि महाविकास अघाड़ी के बीच 27 फरवरी को बैठक के बाद सीटों पर सहमति बन जाएगी।
ऐसे में मोदी और बीजेपी विरोधी दलों का इंडिया गठबंधन, जो एक वक्त खात्मे की ओर चला गया था। चुनावों की अधिसूचना जारी होने से कुछ ही समय पहले उसका स्वरूप विराट होने लगा है, जो कि विपक्षी दलों की एकता के लिहाज से राहत की खबर है। साथ ही इंडिया गठबंधन की यही मजबूती बीजेपी के लिए एक कठिन चुनौती की वजह बन सकती है।