West Bengal, Tamil Nadu, Kerala, Assam Election Results 2021: चुनाव आयोग के आंकड़ों के मुताबिक पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनावों में भाजपा के मत प्रतिशत में दो प्रतिशत से कम की गिरावट हुई, जबकि तृणमूल कांग्रेस का आंकड़ा करीब पांच प्रतिशत बढ़ा।
भाजपा ने 2019 के लोकसभा चुनाव में 40.7 प्रतिशत वोट हासिल किए थे, और राज्य की 42 लोकसभा सीटों में से 18 पर जीत हासिल की थी। दूसरी ओर सत्ताधारी टीएमसी को 43.3 प्रतिशत वोट मिले थे। चुनाव आयोग की वेबसाइट पर उपलब्ध ताजा आंकड़ों के अनुसार भाजपा को विधानसभा चुनावों में 38.09 प्रतिशत वोट मिले, जबकि टीएमसी के खाते में 47.97 प्रतिशत मत गए। इसी तरह असम में भाजपा का मत प्रतिशत 2019 के लोकसभा चुनावों के मुकाबले विधानसभा चुनावों में 36 प्रतिशत से घटकर 32 प्रतिशत रह गया।
राज्य में मुख्य विपक्षी पार्टी कांग्रेस का वोट प्रतिशत 2019 के लोकसभा चुनावों के 35.44 प्रतिशत से घटकर 29.6 प्रतिशत रह गया। तमिलनाडु में द्रमुक को 2019 के लोकसभा चुनावों में 32.76 प्रतिशत वोट मिले थे, जो इस बार बढ़कर 38 प्रतिशत हो गया। यहां अन्नाद्रमुक का मत प्रतिशत 18.4 प्रतिशत से 33.48 प्रतिशत तक चला गया। केरल में माकपा की अगुवाई वाले एलडीएफ को 2019 के समान ही वोट मिले, जबकि कांग्रेस के मत प्रतिशत में करीब 13 प्रतिशत की गिरावट हुई।
बंगाल के विस चुनाव के परिणाम में इस बार कुछ ऐसी तस्वीर सामने उभर कर आई। चुनाव आयोग की वेबसाइट पर उपलब्ध ये आंकड़े सोमवार (3 मई) सुबह 10 बजे तक के हैं। (फोटो सोर्सः results.eci.gov.in)नंदीग्राम में अपने ही बागी से हारीं, कहा- जाऊंगी कोर्टः वैसे, अपनी पार्टी को राज्य में भारी जीत दिलाने वाली ममता बनर्जी को खुद नंदीग्राम सीट पर हार का मुंह देखना पड़ा। निर्वाचन आयोग के मुताबिक भाजपा के शुभेंदु अधिकारी ने उन्हें 1736 मतों से हराया। सीट पर परिणाम की घोषणा से पहले ही बनर्जी ने शाम को कहा था कि वह जनादेश का स्वागत करेंगी। उन्होंने कहा, ‘‘लेकिन मुझे लगता है कि मेरी जीत की खबर आने के बाद कुछ गड़गड़ी हुई है। इसके बाद सुनने में आया कि परिणाम बदल गया। मैं इस मुद्दे पर अदालत जाऊंगी।’’
भवानीपुर सीट से नहीं लड़ी थीं इस बारः नंदीग्राम में स्थिति को लेकर बनर्जी कुछ निराश हैं। सिर्फ नंदीग्राम सीट से चुनाव लड़ रही बनर्जी ने कहा कि उन्होंने अपनी परंपरागत सीट भवानीपुर से चुनाव ना लड़कर नंदीग्राम से चुनाव लड़ा था क्योंकि यहीं से उन्होंने कृषि भूमि अधिग्रहण के खिलाफ आंदोलन शुरू किया था। उन्होंने संवाददाता सम्मेलन में कहा, ‘‘नंदीग्राम के लोगों को तय करने दें। उनका जो भी जनादेश होगा, मुझे स्वीकार्य होगा। लेकिन हमारी (तृणमूल कांग्रेस) जीत शानदार है और इसके लिए राज्य की महिलाओं, युवाओं, अल्पसंख्यकों ने वोट दिया है।’’
“जिन्होंने 200 सीट जीतने का दावा ठोंका था, वे चेहरा दिखा पाएंगे?”: करीब दो महीने बाद खड़े होकर बनर्जी ने संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए कहा, ‘‘मैं जनता को देश और साम्प्रदायिक सौहार्द की रक्षा करने के लिए धन्यवाद देती हूं। मुझे बंगाल पर गर्व है। यह शानदार जीत है, इसपर कोई कुछ नहीं कह सकेगा। उन्होंने (भाजपा) 200 सीटें जीतने का दावा किया था। क्या इसके बाद वे अपना चेहरा दिखा सकेंगे?’’ बनर्जी ने आशा जतायी कि भाजपा को हर जगह ऐसी ही हार का सामाना करना पड़े। बनर्जी ने कहा, ‘‘यहां आकर हमारे खिलाफ प्रचार करने वाले केन्द्रीय नेताओं को विनम्र नमस्कार। उन लोगों को भी जो अन्य जगहों से आए और हमारे खिलाफ प्रचार किया।’’