बिहार विधानसभा चुनाव के नतीजे आ गए हैं और एक बार फिर जनता दल यूनाइटेड (JDU) के नेतृत्व वाली एनडीए अपनी सरकार बनाने में कामियाब रही। भाजपा कार्यकर्ताओं पार्टी कार्यालय में जश्न माना रहे हैं। पीएम नरेंद्र मोदी भी इस जश्न में शामिल होने पार्टी कार्यालय जाएंगे। मंगलवार को करीब दो दशक के बाद बिहार चुनाव में भारतीय जनता पार्टी (BJP) ने अपने सहयोगी जेडीयू से ज्यादा सीटें जीती हैं। एनडीए को 125 सीटें मिली जबकि महागठबंधन के खाते में 110 सीटें गईं।
बिहार के उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी ने कहा, ‘मैं बिहार के लोगों को धन्यवाद देता हूं कि उन्होंने चौथी बार एनडीए में विश्वास व्यक्त किया। यह साधारण नहीं है। भारतीय राजनीति में बहुत कम ऐसे मुख्यमंत्री हैं जिनपर लोगों ने चौथी बार भरोसा किया है। जनता ने एनडीए को स्पष्ट जनादेश दिया है, इसमें कोई भ्रम नहीं है। एक गठबंधन में, सभी पार्टियां समान संख्या में सीटें नहीं जीतती हैं। किसने कितनी सीटें जीतीं यह अप्रासंगिक है। लोगों ने एनडीए को वोट दिया। भाजपा ने जदयू की जीत में और जदयू ने भाजपा की जीत में भूमिका निभाई। जदयू, भाजपा, वीआईपी और हम ने एक साथ काम किया, फिर हमने जीत दर्ज की।’
लोक जनशक्ति पार्टी (LJP) के अध्यक्ष चिराग पासवान ने राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (NDA) की जीत का श्रेय प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी को दिया है। उन्होंने कहा कि जनता ने बिहार फ़र्स्ट – बिहारी फ़र्स्ट पर विश्वास किया और एनडीए को जीता पीएम पर भरोसा जताया है। पासवान ने कहा कि पिता की मौत के बाद उनके पास प्रचार के लिए समय कम था इसके बाद भी वे मैदान में उतरे और अच्छा किया। चिराग ने कहा “जनता ने हमें 6% वोट दिया है।”
बिहार में इस बार 135 सीटों पर अकेले अपने दम पर चुनाव लड़ने वाली लोजपा ने जदयू की सभी 115 सीट के साथ भाजपा के खिलाफ भागलपुर, गोविंदगंज और रोसड़ा में अपने उम्मीदवार खड़े किये थे। इसके अलावा लोजपा ने भाजपा की सहयोगी विकासशील इंसान पार्टी (VIP) की 11 और हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा (HAM) की छह सीट पर भी उम्मीदवार उतारे थे। केंद्र में भाजपा के नेतृत्व वाले एनडीए में शामिल लोजपा के बिहार में अलग रुख अपनाने के कारण जदयू को तो भारी नुकसान हुआ। इस चुनाव में लोजपा ने सबसे ज्यादा जदयु को 34 सीटों पर नुकसान पहुंचाया है।
बिहार में 20 घंटे तक चली मतगणना के बाद भाजपा के नेतृत्व वाले एनडीए को 125 सीटों के साथ विजेता घोषित कर दिया गया। वहीं, महागठबंधन को 110 सीटें मिली हैं। अन्य पार्टियों के खाते में भी 8 सीटें आई हैं। बता दें कि 243 विधानसभा सीटों वाले राज्य में बहुमत के लिए दलों को 122 का आंकड़ा पार करना था।
इससे पहले राजद ने आरोप लगाया था कि उसके विजयी उम्मीदवारों को चुनाव आयोग की तरफ से सर्टिफिकेट नहीं जारी किए गए। राजद नेता मनोज झा इस मामले में चुनाव आयोग के अधिकारियों से भी मिले थे। इस पर स्थिति साफ करते हुए ईसी ने बताया कि उन पर कोई दबाव नहीं है और सभी को सर्टिफिकेट जारी किए जा रहे हैं।
लोक जनशक्ति पार्टी (LJP) के अध्यक्ष चिराग पासवान ने कहा, 'मैं चाहता था कि बीजेपी सफल रहे। LJP को 25 लाख वोटरों का भरोसा मिला है। अकेले लड़ने पर ये वोट मिले हैं। हमसे पिछलग्गू पार्टी का टैग हटा है। मत प्रतिशत से पार्टी को नई ऊर्जा मिली है। बिहार की जनता ने प्रधानमंत्री को जनादेश दिया है। विकास के लिए प्रधानमंत्री का मजबूत होना जरुरी है, बिहार में बीजेपी का मजबूत होना जरुरी है. हमारी पार्टी के पास खोने के लिए कुछ नहीं है। अकेले जब हम इतना अच्छा प्रदर्शन कर सकते हैं तो 2025 में हम बेहतर करेंगे।'
AIMIM प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने बिहार के बाद अब उत्तर प्रदेश और बंगाल में भी चुनाव लड़ने की योजना बनाई है। उन्होने कहा "मैं पश्चिम बंगाल, यूपी के साथ ही भारत का हर चुनाव लड़ूंगा। मुझे केवल मौत ही रोक सकती है। क्या मुझे चुनाव लड़ने से पहले किसी से पूछना होगा? मैं बेजुबानों के लिए लड़ता हूं। मुझे पूरा हक है अपनी पार्टी के विस्तार करने का।"
चुनाव परिणाम के बाद आज गृह मंत्री अमित शाह ने पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा के आवास पर जाकर उन्हें बधाई दी। शाह ने कहा, 'बिहार विधानसभा चुनाव और विभिन्न प्रदेशों के उपचुनावों में भाजपा की प्रचंड जीत पर माननीय राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री जेपी नड्डा जी के आवास पर जाकर उन्हें बधाई दी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी और नड्डा जी के नेतृत्व में हम सभी कार्यकर्ता देश के समग्र विकास के लिए समर्पित हैं।'
जदयू के कार्यकारी अध्यक्ष अशोक चौधरी का कहना है कि नीतीश कुमार अभी दिल्ली नहीं जाएंगे, उनके चेहरे पर चुनाव लड़ा गया है और मुख्यमंत्री भी वही बनेंगे। उन्होंने कहा कि जो भी लोग इस तरह का एजेंडा सेट करने की कोशिश कर रहे हैं, उनके अपने विचार हैं। मगर बिहार की जनता ने नीतीश कुमार के नाम पर ही वोट दिया है।
सुशील कुमार मोदी ने आज कहा, "नीतीशजी मुख्यमंत्री बने रहेंगे क्योंकि यह हमारी प्रतिबद्धता थी। इस पर कोई भ्रम नहीं है।" उन्होंने कहा,"चुनावों में ऐसा होता है, कुछ अधिक सीटें जीतते हैं और कुछ कम जीतते हैं, लेकिन हम समान भागीदार हैं।"
बिहार के उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी ने कहा, 'मैं बिहार के लोगों को धन्यवाद देता हूं कि उन्होंने चौथी बार एनडीए में विश्वास व्यक्त किया। यह साधारण नहीं है। भारतीय राजनीति में बहुत कम ऐसे मुख्यमंत्री हैं जिनपर लोगों ने चौथी बार भरोसा किया है। जनता ने एनडीए को स्पष्ट जनादेश दिया है, इसमें कोई भ्रम नहीं है। एक गठबंधन में, सभी पार्टियां समान संख्या में सीटें नहीं जीतती हैं। किसने कितनी सीटें जीतीं यह अप्रासंगिक है। लोगों ने एनडीए को वोट दिया। भाजपा ने जदयू की जीत में और जदयू ने भाजपा की जीत में भूमिका निभाई। जदयू, भाजपा, वीआईपी और हम ने एक साथ काम किया, फिर हमने जीत दर्ज की।'
बरबीघा में जनता दल (यूनाइटेड) के उम्मीदवार सुदर्शन कुमार ने कांग्रेस के गजानन शाही को महज 113 वोटों से हराया। वहीं भोरे सीट में जीत का अंतर केवल 462 था। इस सीट से जेडीयू के सुनील कुमार ने बाजी मारी। उन्होने भाकपा (माले) के जितेन्द्र पासवान को हराया।
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के गृह जिले नालंदा की हिलसा सीट पर मुकाबला बेहद दिलचस्प रहा। यह सीट महज 12 वोटों के अंतर से जेडीयू के खाते में चली गई। चुनाव आयोग की वेबसाइट के अनुसार, जेडीयू उम्मीदवार कृष्ण मुरारी शरण को 61,848 वोट मिले हैं जबकि निकटतम प्रतिद्वंद्वी आरजेडी उम्मीदवार अत्री मुनि यादव को 61,836 वोट मिले हैं। इस सीट पर मात्र 12 वोटों ने हार जीत का अंतर तय किया।
भागलपुर में भाजपा प्रत्याशी राेहित पांडेय की हार केवल 950 वाेटाें से हुई, जबकि यहां के लाेजपा प्रत्याशी राजेश वर्मा ने 20,434 वाेट लाकर अपनी मजबूत उपस्थिति दर्ज कराई। भागलपुर सीट से भाजपा के बागी विजय साह काे भी 3292 वाेट आए।
राजद का आरोप है कि साज़िशन 4-5 घंटो तक एनडीए को 122 और महागठबंधन को 96-100 पर रोके रखा गया। राजद ने 10 सीटों पर दोबारा मतगणना की मांग की है। दूसरी ओर, भाजपा और जदयू ने 1-1 सीटों पर रिकाउंटिंग की मांग की है।
भागलपुर जिले की सात विधानसभा सीटों में से चार सीट भागलपुर, नाथनगर, गाेपालपुर ओर सुल्तानगंजपर पर चिराग ने अपने उम्मीदवार उतारे थे। इनमें से भागलपुर और नाथनगर सीट पर एनडीए को हार का सामना करना पड़ा है। भागलपुर में कांग्रेस के उम्मीदवार अजीत शर्मा ने भाजपा के रोहित पांडे को 1,113 मतों के अंतर से हराया, जिसमें लोजपा के उम्मीदवार राजेश वर्मा ने 20,000 से अधिक वोट हासिल किए। भागलपुर सीट से भाजपा के बागी विजय साह काे भी 3292 वोट मिले।
बिहार में इस बार 135 सीटों पर अकेले अपने दम पर चुनाव लड़ने वाली लोजपा ने जदयू की सभी 115 सीट के साथ भाजपा के खिलाफ भागलपुर, गोविंदगंज और रोसड़ा में अपने उम्मीदवार खड़े किये थे। इसके अलावा लोजपा ने भाजपा की सहयोगी विकासशील इंसान पार्टी (VIP) की 11 और हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा (HAM) की छह सीट पर भी उम्मीदवार उतारे थे। केंद्र में भाजपा के नेतृत्व वाले एनडीए में शामिल लोजपा के बिहार में अलग रुख अपनाने के कारण जदयू को तो भारी नुकसान हुआ। उसके कारण जदयू इस बार 43 सीटों पर ही सिमट गई। वहीं चिराग अपने चचेरे भाई और प्रदेश अध्यक्ष प्रिंस राज के बड़े भाई क्रष्ण राज को रसोड़ा विधानसभा सीट से चुनाव जीतने में असफल रहे।
बिहार विधानसभा चुनाव में खुद को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का हनुमान बताने वाले लोक जनशक्ति पार्टी (LJP) के अध्यक्ष चिराग पासवान ने अपने प्रत्याशी खड़े कर सिर्फ जनता दल यूनाइटेड (JDU) को ही नहीं भारतीय जनता पार्टी (BJP) को भी नुकसान पहुंचा है। लोजपा ने राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (NDA) के चार दर्जन प्रत्याशियों को हारने में सफल रही। सबसे ज्यादा लोजपा ने जदयु को 34 सीटों पर नुकसान पहुंचाया।
लोकजनशक्ति पार्टी के मुखिया राम विलास पासवान के निधन के बाद चिराग पासवान के लिए यह चुनाव चुनौती साबित हुआ। एलजीपी ने 137 सीटों पर चुनाव लड़ा लेकिन केवल एक पर ही जीत मिल पाई। यह अक्टूबर 2000 के बाद सबसे खऱाब प्रदर्शन है। हालांकि, चिराग पासवान ने एक ट्वीट में कहा कि पार्टी मजबूत हुई है और इसका वोट शेयर बढ़ा है। उन्होंने बीजेपी की तारीफ की और जीत की बधाई दी।
बलरामपुर विधानसभा सीट पर महागठबंधन के प्रत्याशी ने 53 हजार से अधिक वोटों के अंतर से जीत हासिल की है। बलरामपुर विधानसभा सीट पर कम्यूनिस्ट पार्टी ऑफ इंडिया (मार्क्ससिस्ट - लेनिनिस्ट) (लिबरेशन) के प्रत्याशी महबूब आलम को 104489 वोट मिले, जबकि दूसरे नंबर पर एनडीए का हिस्सा रही विकासशील इंसान पार्टी रही। VIP के प्रत्याशी बरुण कुमार झा को कुल 50892 वोट मिले
बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की हरलाखी सीट पर हुई सभा में पत्थर और प्याज मंच की तरफ फेंके गए थे। यहां मुकाबला जेडीयू और सीपीआई के बीच था। सीपीआई से राम नरेश पांडेय और जेडीयू के सुधांशु शेखर सामने-सामने थे। इस चुनाव में सुधांशु शेखर के खाते में 60393 वोट पड़े और उन्होंने जीत दर्ज की। दूसरे स्थान पर रहे राम नरेश पांडेय को 42800 मतों से संतोष करना पड़ा। आपको बता दें कि नीतीश कुमार की सभा में पत्थर और प्याज फेंकने की घटना ने खूब सुर्खियां बटोरी थी। नीतीश कुमार ने लोगों से पत्थर और प्याज फेंकने वालों को रोकने से मना किया और कहा, 'फेंको, फेंको और फेंको'।
भाजपा के 22 बागी लोजपा के टिकट पर मैदान में थे। भाजपा के कई दिग्गज नेताओं के लोजपा में आकर सिंबल लेने की घटना चुनाव में काफी सूर्खी बटोरी थी। पर, इन बागियों से भी लोजपा का भला नहीं हो सका। एक भी सीट पर ये बागी लोजपा को सीट दिलाने में सफल नहीं हो सके। तीनों चरणों में भाजपा के बागी लोजपा के टिकट पर मैदान में थे। जदयू के बागी और पूर्व मंत्री भगवान सिंह कुशवाहा भी लोजपा के टिकट से लड़े और हार गये। इन 22 बागियों में से 21 जदयू के खिलाफ उतरे थे। वहीं एक उम्मीदवार बनियापुर से वीआईपी के खिलाफ थे।
धमदाहा विधानसभा सीट से जदयू प्रत्याशी लेशी सिंह और रुपौली विधानसभा सीट से जदयू प्रत्याशी बीमा भारती की जीत हुई है। बांका के बेलहर से जदयू के मनोज यादव ने करीब ढाई हजार मतों से चुनाव जीता है। उन्होंने अपने निकटतम प्रतिद्वंदी राजद के रामदेव यादव को हराया है। हम के संस्थापक जीतन राम मांझी करीब 15 हजार से अधिक मतों से जीते है तो राजद के उदय नारायण चौधरी हारे है। परसा से जेडीयू उम्मीदवार लालू के समधी चंद्रिका राय हार गये हैं। सुपौल से जदयू के बिजेंद्र यादव ने लोजपा के प्रभाष चंद्र मंडल और राजद के मिन्नौतल्लाह रहमानी को हरा दिया है।
विकासशील इंसान पार्टी के अध्यक्ष मुकेश सहनी सहरसा जिले के सिमरी बख्तियारपुर विधानसभा सीट से चुनाव हार गए। हालांकि उनकी पार्टी ने चार सीटों पर जीत दर्ज कर ली है। इससे प्रदेश की राजनीति में वह प्रमुख नेता बन गए हैं।
राष्ट्रीय जनता दल के नेता मनोज झा का आरोप है कि सीएम नीतीश कुमार ने प्रशासन पर दबाव बनाकर आरजेडी उम्मीदवारों को जबरन पराजित घोषित करा रहे हैं। उन्होंने कहा कि सीएम अब और कलंक अपने ऊपर न लें।
बिहार विधानसभा चुनाव में वोटों की गिनती जारी है। अभी तक सभी सीटों के परिणाम घोषित नहीं किये जा सके हैं। एनडीए इस चुनाव में सबसे ज्यादा सीटों के साथ सरकार बनाती नजर आ रही है। देर रात सभी सीटों के परिणाम घोषित कर दिये जाएंगे।
बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार द्वारा कथित रूप से मतगणना को प्रभावित करने के मुद्दे को उठाने के लिए राजद और कांग्रेस का प्रतिनिधिमंडल चुनाव आयोग के कार्यालय में पहुंचा था। इधर चुनाव आयोग के उमेश सिन्हा ने आरजेडी के आरोपों पर कहा कि ईसी कभी भी किसी के दबाव में काम नहीं करता है। सभी अधिकारी ईमानदारी से बिहार चुनाव की घोषणा में लगे हुए हैं।
न्यूज एजेंसी भाषा के अनुसार, बिहार विधानसभा चुनाव की तस्वीर धुंधली नजर आने के बीच ऑल इंडिया मजलिस-ए- इत्तेहाद-उल-मुस्लिमीन (एआईएमआईएम) ने मंगलवार को राज्य की जनता ने उन लोगों ने माकूल जवाब दिया है जो उसे 'वोट कटवा' कह रहे थे। असदुद्दीन ओवैसी के नेतृत्व वाली पार्टी बिहार के सीमांचल क्षेत्र की पांच सीटों पर निर्णायक बढ़त बनाए हुए है। इन इलाके में अच्छी-खासी मुस्लिम आबादी है। पार्टी ने 3 सीटों पर जीत भी हासिल की है।
बखरी सीट से भाकपा के सूर्यकांत पासवान ने भाजपा के रामशंकर पासवान को 777 मतों से हराया है। बरुराज सीट से भाजपा के अरुण कुमार सिंह ने राजद के नंद कुमार राय को 43,654 वोटों से हरा दिया है। भभुआ सीट से राजद के भरत बिंद ने भाजपा की रिंकी रानी पांडेय ने 10,045 को मतों से पराजित कर दिया है।
बिहार में वोटों की गिनती जारी है। इस बीच RJD का ट्वीट सामने आया है। पार्टी ने कहा है कि - ''ये उन 119 सीटों की सूची है जहां गिनती संपूर्ण होने के बाद महागठबंधन के उम्मीदवार जीत चुके है. रिटर्निंग ऑफ़िसर ने उन्हें जीत की बधाई दी लेकिन अब सर्टिफ़िकेट नहीं दे रहे है कह रहे है कि आप हार गए है. ECI की वेबसाइट पर भी इन्हें जीता हुआ दिखाया गया। जनतंत्र में ऐसी लूट नहीं चलेगी।''
पारू से भाजपा के अशोक कुमार सिंह ने निर्दलीय शंकर प्रसाद को 14698 वोट से हराया है। नोखा से राजद की अनिता देवी ने जदयू के नागेंद्र चंद्रवंशी को 17672 वोट से हराया
चुनाव आयोग के रुझानों के अनुसार राघोपुर विधानसभा क्षेत्र में राजद नेता तेजस्वी यादव भाजपा के सतीश कुमार से 27839 वोटों से आगे चल रहे हैं। अभी वोटों की गिनती जारी है। देर रात तक सभी सीटों पर गिनती खत्म होने की संभावना है।
जन अधिकार पार्टी के मुखिया पप्पू यादव मधेपुरा से चुनाव हार चुके हैं। बथनाहा विधानसभा क्षेत्र से भाजपा के अनिल कुमार ने कांग्रेस के संजय राम को 46818 मतों से पराजित किया। गौड़ाबौराम विधानसभा क्षेत्र से विकासशील इन्सान पार्टी स्वीटी सिंह ने राजद के अफजल अली खान को 7280 मतों से पराजित किया।
बेगूसराय जिले मटिहानी सीट पर भी ऐसी ही परिस्थिति बनी है। मटिहानी से सीपीआई उम्मीदवार राजेंद्र प्रसाद सिंह ने जीत हासिल की है। राजेंद्र सिंह को 37 हजार से ज्यादा वोट मिले हैं। वहीं, जेडीयू के बोगो सिंह को 31 हजार से ज्यादा वोट मिले हैं। जबकि एलजेपी के राजकुमार को सिंह को 26 हजार से ज्यादा मत मिले हैं। एलजेपी सीट तो नहीं जीत पाई लेकिन जेडीयू का नुकसान कर दिया है।
बिहार के भाजपा के प्रमुख नेता नीतीश कुमार से मिलने उनके आवास पर पहुंचे हैं। जानकारी के मुताबिक, करीब 6:30 बजे गृह मंत्री अमित शाह और नीतीश कुमार की बातचीत हुई।
अब 24 सीटों के परिणाम आ गए हैं। भारतीय जनता पार्टी ने 7 सीटों पर जीत हासिल की है। सीपीआई-(एम) ने 1, कांग्रेस ने 2, जदयू ने 4, राष्ट्रीय जनता दल ने 7 और विकासशील इंसान पार्टी ने 2 सीट पर जीत दर्ज की है। इसके अलावा एआईएमआईएम ने 1 सीट पर जीत दर्ज की है।
चुनाव आयोग ने 20 सीटों के नतीजे घोषित कर दिये हैं। चुनाव आय़ोग के मुताबिक राजद ने इसमें से 6 सीटों पर जीत हासिल की है। विकासशील इंसान पार्टी ने 2, भारतीय जनता पार्टी ने 6, कम्यूनिस्ट पार्टी ऑफ इंडिया ने 1, AIMIM ने 1, जनता दल यूनाइटेड ने 2 और कांग्रेस ने 2 सीटों पर जीत हासिल की है।
अमौर - अख्तरुल इमाम
कोचाधामम - मोहम्मद इजहार अश्फी
जोकीहाट - शाहनवाज आलम
बैसी - सैयद रुकनूद्दीन
बहादुरगंज - अजहर नईमी
बिहार के अब तक के रुझानों की बात करें तो एनडीए बहुमत से आगे निकल गया है। रुझान में एनडीए 130 सीटों पर लीड कर रहा है, जिसमें भाजपा 76 पर और जदयू 48 पर है। वहीं, महागठबंधन 106 सीट पर लीड करता दिख रहा है। रुझान की मानें तो भारतीय जनता पार्टी सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी है। इस तरह से बिहार में 243 सीटों के रुझान आ गए हैं और इस बार फिर एनडीए की सरकार बनती दिख रही है। अमौर विधानसभा सीट पर एआईएमआईएम जीत के करीब है।
राजद के राज्यसभा सांसद मनोज झा ने कहा कि हम रियल टाइम का अपडेट ले रहे हैं। उन्होंने पत्रकारों के सवाल के जवाब में कहा कि हमलोगों को उम्मीद है कि 130 से अधिक सीटों पर जीतेंगे। महागठबंधन की सरकार बनना तय है। उन्होंने कहा कि महागठबंधन के उम्मीदवार घबराए नहीं मतगणना केंद्र पर बने रहें। हमारी सरकार बनने जा रही है....अगली बार जीत के साथ हम लौटेंगे।
हम पार्टी के संस्थापक जीतन राम मांझी करीब 15 हजार से अधिक मतों से जीते हैं। उन्होंने राजद के उदय नारायण चौधरी को हराया है।
बिहार की राजनीति में बीजेपी का सबसे बेहतर प्रदर्शन 2010 के चुनाव में रहा है। बीजेपी 2010 के चुनाव में 102 सीटों पर चुनाव लड़कर 91 सीटें जीतने में कामयाब रही थी। बीजेपी का यह सबसे अच्छा प्रदर्शन रहा है। इससे ज्यादा सीटें वो बिहार में कभी नहीं जीत पायी है, लेकिन 2010 चुनाव में सबसे ज्यादा सीटें जेडीयू को मिली थी। जेडीयू 141 सीटों पर लड़कर 115 सीटें जीती थी। इससे पहले बिहार के किसी भी चुनाव में बीजेपी 70 सीट का नंबर कभी क्रॉस नहीं कर सकी।
बिहार में बीजेपी के SC मोर्चा के प्रमुख अजित चौधरी का कहना है कि कार्यकर्ताओं को लगता है कि अब बीजेपी का ही सीएम बनना चाहिए. बीजेपी राज्य में सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी है। आपको बता दें कि बिहार में बीजेपी सबसे बड़ी पार्टी बनकर सामने आई है, बीजेपी करीब 75 सीटों पर आगे है और जदयू 48 सीटों पर आगे चल रही है।
राष्ट्रीय जनता दल ने ट्वीट कर कहा, 'हम सभी क्षेत्रों के उम्मीदवारों और कार्यकर्ताओं से संपर्क में है और सभी जिलों से प्राप्त सूचना हमारे पक्ष में है। देर रात तक गणना होगी। महागठबंधन की सरकार सुनिश्चित है। बिहार ने बदलाव कर दिया है। सभी प्रत्याशी और काउंटिंग एजेंट मतगणना पूरी होने तक काउंटिंग हॉल में बने रहें।'
रिटर्निंग ऑफिसर थियागरंजन एसएम ने दरभंगा सीट पर जानकारी दी कि बीजेपी उम्मीदवार संजय सराओगी ने राजद के अमर नाथ गामी को 10 हजार से अधिक मतों से हराया।