दिल्ली के मुख्यमंत्री और आम आदमी पार्टी (आप) संयोजक अरविंद केजरीवाल ने गणेश चतुर्थी पर शुक्रवार (10 सितंबर, 2021) शाम बप्पा के पूजन से जुड़े सरकारी कार्यक्रम में हिस्सा लिया। इस दौरान उनके माथे पर तिलक लगा था, जबकि वह शेरवानी पहने थे। आयोजन की शुरुआत में वह पत्नी के साथ बप्पा की प्रतिमा लेकर आए, जिसके बाद पूजा-अर्चना हुई। नृत्य और गायन के बीच प्रोग्राम में डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया ने भी हिस्सा लिया और गणेश भगवान से जन कल्याण के लिए प्रार्थना की। शाम सात बजे शुरू हुए भव्य गणेश पूजन में केजरीवाल सरकार के कई मंत्री भी मौजूद रहे।
मुख्यमंत्री ने इससे पहले शुक्रवार को प्रेस सम्मेलन में इसकी घोषणा करते हुए कहा था, “हम एक भव्य गणेश पूजन का आयोजन कर रहे हैं और मैं दिल्लीवासियों सहित देश के सभी 130 करोड़ लोगों को इसमें शामिल होने के लिए आमंत्रित करता हूं। उम्मीद है कि एक चमत्कार होगा और हमारी सभी इच्छाएं पूरी होंगी क्योंकि 130 करोड़ लोग एक साथ भगवान श्री गणेश की पूजा करेंगे।” बता दें कि दिल्ली सरकार ने कोविड-19 महामारी के मद्देनजर गणेश चतुर्थी उत्सव के सार्वजनिक समारोहों पर प्रतिबंध लगा दिया।
हालांकि, दिल्ली सरकार के इस आयोजन में केजरीवाल द्वारा पूजन को लेकर सोशल मीडिया पर लोगों ने अपनी राय दी। @TheMohilM के हैंडल से टि्वटर पर तंज कसते हुए लिखा गया, “दिल्ली सीएम हर त्यौहार पर सही तमाशा करते हैं। ऐसा मुसलमानों के त्यौहारों पर क्यों नहीं करते? उन्होंने हिंदू धर्म का मजाक बना रखा है।”
@Sukhoi120 के हैंडल से कहा गया कि आप लोग बीजेपी की तरह धर्म का राजनीतिकरण कर रहे हैं। राजनीति और धर्म बिल्कुल अलग-अलग चीजें हैं। राष्ट्र का कोई धर्म नहीं होता।
उधर, महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री और शिवसेना चीफ उद्धव ठाकरे ने राज्यवासियों से अपील की कि वे कोरोना वायरस के खिलाफ एक दमदार आंदोलन छेड़े। मुख्यमंत्री ने कहा कि उन्होंने भगवान गणेश से ‘सभी बुराई और नकारात्मकता’ को खत्म करने की प्रार्थना की।
वह बोले, ‘‘हमें जिम्मेदार नागरिक की तरह व्यवहार कर महामारी को स्थायी तौर पर खत्म करने की दिशा में काम करने की जरूरत है। पिछले दो साल से हम उत्सव के दौरान प्रतिबंध लगाने को मजबूर हुए। लोगों का जीवन और स्वास्थ्य किसी भी त्योहार से ज्यादा महत्वपूर्ण है। मुझे आत्मविश्वास है कि भगवान गणेश जो विघ्नहर्ता हैं, वह इस दुष्ट वायरस का समूल नाश करेंगे।’’