कोरोनावायरस से संक्रमितों के इलाज में जुटे डॉक्टरों को पूरा देश सलाम कर रहा है। हालांकि, इस बीच उत्तर प्रदेश के मुरादाबाद जिले से एक ऐसी खबर आई है, जिसमें स्वास्थ्य विभाग की बड़ी गलती सामने आई है। यह गलती दो मरीजों के एक जैसे नाम के चलते हुई है। मुरादाबाद के इंस्टीट्यूट ऑफ फॉरेन ट्रेड एंड मैनेजमेंट को क्वारेंटाइन सेंटर बनाया गया है। बुधवार शाम इस सेंटर से 121 लोगों को डिस्चार्ज किया गया। ये सभी कोरोनावायरस के संक्रमण में आने के बाद ठीक हुए थे। इनमें एक जैसे नाम वाले दो लोग भी शामिल थे।

इनमें से एक जब व्यक्ति जब अपने घर पहुंचा तो पड़ोसियों को शक हुआ, क्योंकि उसकी एक दिन पहले ही रिपोर्ट कोरोना पॉजिटिव आई थी। उन्होंने इसकी शिकायत की। मामले की जांच हुई तो पता चला कि जिन्हें घर भेजना था, उनका और कोरोना पॉजिटिव मरीजों के नाम एक जैसे थे। यह बात आग की तरह फैल गई। स्वास्थ्य विभाग में हड़कंप मच गया। गुरुवार सुबह दोनों कोरोना पॉजिटिव मरीजों को अस्पताल में भर्ती कराया गया। इन दोनों के संपर्क में आने वाले सभी लोगों को भी क्वारेंटाइन किया गया है।

मुरादाबाद के मुख्य चिकित्सा अधिकारी (सीएमओ) ने एमसी गर्ग ने बताया, COVID19 पॉजिटिव मरीजों को समान नाम के कारण भ्रम होने की वजह से एक क्वारेंटाइन सेंटर से छुट्टी दे दी गई थी। बाद में उन्हें क्वारेंटाइन सेंटर में भेज दिया गया है। मामले की जांच चल रही है।

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बताया जा रहा है कि जरूरत पड़ने पर क्वारेंटाइन अवधि पूरी कर चुके सभी लोगों के सैंपल फिर से लिए जाएंगे। कोरोना पॉजिटिव मरीजों को घर छोड़ने गए स्टाफ की भी स्क्रीनिंग की जा रही है। जिलाधिकारी राकेश कुमार सिंह ने कहा कि अनजाने में ऐसी गलती हुई है। मेडिकल स्टाफ को हिदायत दी गई है कि ऐसी गलती दोबारा नहीं होने पाए।