कोरोना वायरस संकट के बीच केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने कहा है कि लोग मीडिया के बजाय सोशल मीडिया का रुख करेंगे, तो वहां पाएंगे कि करीब 100 साल बाद आई इस वैश्विक महामारी ने हर विकसित देश की व्यवस्था को ध्वस्त कर के रख दिया।
शाह ने इसी के साथ दावा किया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के अगुवाई वाली NDA सरकार ने कम वक्त में देश में संक्रमण की दूसरी लहर पर काबू पा लिया। गुरुवार (तीन जून, 2021) को उन्होंने ये बातें गुजरात के कई हिस्सों में सरकारी अस्पतालों में लगाए गए नौ चिकित्सा ऑक्सीजन संयंत्रों का ऑनलाइन माध्यम से उद्घाटन करने के बाद वीडियो कॉन्फ्रेंस के जरिए कहीं। उनके मुताबिक, पीएम मोदी के नेतृत्व में कोरोना के खिलाफ जंग सफलतापूर्वक लड़ी और 135 करोड़ नागरिकों की मदद से बीमारी का ग्राफ नीचे लाने में कामयाब रहे।
बकौल शाह, “अब, मामले घट रहे हैं, मरीजों की संख्या कम हो रही है। ऑक्सीजन की जरूरत 10,000 मीट्रिक टन से घटकर 3,500 मीट्रिक टन पर आ गई है। यह दिखाता है कि कोविड-19 का वक्र नीचे आ रहा है।” उन्होंने यह भी कहा कि भारत के टीकाकरण अभियान की गति विश्व में सबसे तेज है और यह भविष्य में और गति पकड़ेगा ताकि कम से कम समय में अधिकतम लोगों को कवर किया जा सके जैसा कि प्रधानमंत्री ने परिकल्पना की है।
शाह ने कहा कि वायरस के प्रसार को नियंत्रित करने और मामलों में कमी लाने में सरकार को सफलता सामूहिक प्रयासों से मिली है। उन्होंने कहा, “जैसा कि आपने मीडिया की खबरों में देखा होगा कि बहुत विकसित देशों को भी वैश्विक महामारी से निपटने में संघर्ष करना पड़ा। वहीं दूसरी तरफ, हमने यह लड़ाई धैर्य एवं योजना के साथ लड़ी है।’’
उनके मुताबिक, दूसरे देशों से मीडिया में रिपोर्ट्स नहीं थीं…पर जब आप इलेक्ट्रॉनिक या फिर सोशल मीडिया पर जाएंगे, तब आप देखेंगे कि बहुत विकसित देशों तक में सिस्टम और उससे जुड़े बंदोबस्त चरमरा गए। शाह ने कहा कि अन्य देशों में केवल सरकारें कोरोना वायरस से लड़ रहीं थी। उन्होंने कहा, “भारत में, सरकार के साथ-साथ, 135 करोड़ नागरिकों ने भी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में यह लड़ाई लड़ी। हमारी सफलता का यही कारण है।”
गृह मंत्री आगे बोले, “गैर सरकारी संगठनों ने हर संभव तरीके से लोगों की मदद की। जब प्रवासी पिछले साल अपने घर लौट रहे थे, एनजीओ ने उन्हें खाना, पानी, आश्रय दिया और उनके गंतव्यों तक पहुंचने में मदद की। सरकार अकेले यह सब नहीं कर पाती। शाह ने कहा कि कोविड-19 के दैनिक मामलों में गिरावट आने से चिकित्सा ऑक्सीजन की मांग भी घट रही है। (भाषा इनपुट्स के साथ)